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उत्तर प्रदेश की आरती राणा और नीरजा माधव ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण कार्य करने वाली उत्तर प्रदेश की आरती राणा और नीरजा माधव को ‘नारी शत्ति पुरस्कार’से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति ने 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया। वर्ष 2020 और 2021 के लिये 14-14 पुरस्कार दिये गए तथा एक पुरस्कार संयुत्त रूप से दो महिलाओं को प्रदान किया गया।
- ये पुरस्कार उद्यमशीलता, कृषि, नवाचार, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, वन्यजीव संरक्षण, भाषा विज्ञान, मर्चेंट नेवी, शिक्षा, साहित्य, स्टेम (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) और दिव्यांगजन अधिकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओ को दिये गए।
- उत्तर प्रदेश की आरती राणा को वर्ष 2020 के लिये तथा नीरजा माधव को वर्ष 2021 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- आरती राणा उत्तर प्रदेश के खीरी की एक हथकरघा बुनकर और शिक्षिका हैं, उन्होंने 800 से अधिक थारू महिलाओं को शिल्प का प्रशिक्षण दिया है और 150 महिला स्वयं सहायता समूहों की स्थापना की है।
- हिन्दी लेखिका नीरजा माधव को हिन्दी साहित्य के माध्यम से हाशिये के लोगों के लिये उनके काम के सम्मान में नारी शत्ति पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने हिजड़ों और तिब्बती शरणार्थियों के लिये विश्वशांति, अधिकारों और आरक्षण को बढ़ावा दिया है।
- उल्लेखनीय है कि कमज़ोर और हाशिये पर रहने वाली महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओ को हर वर्ष नारी शत्ति पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। कोरोना महामारी के कारण 2020 का नारी शत्ति पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं हो पाया था।
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