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रेल कौशल विकास योजना
चर्चा में क्यों?
7 फरवरी, 2022 को ‘रेल कौशल विकास योजना’(आरकेवीवाई) के तहत प्रशिक्षण अवधि की समाप्ति के बाद सिग्नल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र, दानापुर (बिहार) में 16 योग्य प्रशिक्षुओं को पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य सिग्नल इंजीनियर द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को डायोड, ट्रांजिस्टर, आईसी, बिजली आपूर्ति, सोल्डरिंग, मल्टीमीटर, ट्रांसफार्मर के उपयोग और मरम्मत आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
- उल्लेखनीय है कि युवाओं में कौशल विकास के लिये भारत सरकार के रेल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा 17 सितंबर, 2021 को ‘रेल कौशल विकास योजना’शुरू की गई थी।
- ‘रेल कौशल विकास योजना’स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’के तहत भारतीय रेलवे द्वारा अपनाए गए कौशल भारत मिशन का एक अभिन्न अंग है।
- ‘रेल कौशल विकास योजना’के तहत 75 प्रशिक्षण केंद्रों में 18 कार्य दिवसों में 100 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- इस योजना से युवाओं की रोज़गार क्षमता में सुधार होगा और स्वरोज़गार करने वाले युवाओं के कौशल में उन्नयन होगा।
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