नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

स्टेट पी.सी.एस.

  • 09 Jan 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
बिहार Switch to English

इंस्पायर अवार्ड में चार रैंक फिसला भागलपुर

चर्चा में क्यों?

8 जनवरी, 2023 को बिहार में सर्व शिक्षा अभियान के गुणवत्ता कोषांग के अपर मुख्य कार्यक्रम समन्वयक शिव कुमार ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड में इस बार भागलपुर की रैंकिंग नीचे आ गई है, जबकि बीते साल में भागलपुर ने सूबे में तीसरा रैंक हासिल किया था।

प्रमुख बिंदु 

  • समन्वयक शिव कुमार ने बताया कि इस वर्ष भागलपुर ज़िले के 143 बच्चे चयनित हुए, इसके बाद भी भागलपुर को सूबे में सातवाँ रैंक प्राप्त हुआ है।
  • उल्लेखनीय है कि राज्य में सरकारी स्कूलों के बच्चों को नवाचर के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष इंस्पायर अवार्ड का आयोजन किया जाता है।
  • इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये बच्चों को आनलाइन निबंधन कराना पड़ता है। इस अवार्ड योजना में कोई भी छात्र नया और रचनात्मक आइडिया भेज सकता है। आइडिया का चयन नवीनता, व्यवहारिकता, सामाजिक उपयोगिता, पर्यावरण की अनुकूलता और वर्तमान तकनीक से बेहतरी के आधार पर किया जाता है।
  • भागलपुर ज़िला के 1926 बच्चों ने इंस्पायर अवार्ड में आइडिया भेजा था। इसमें 143 बच्चों के आइडिया का चयन इंस्पायर अवार्ड के प्रथम चरण के लिये किया गया है। चयनित बच्चों को अब आइडिया के आधार पर मॉडल बनाने के लिये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से दस-दस हज़ार रुपए दिये जाएंगे।
  • राज्य में नटखट साइंस लैब के मागदर्शन वाले सात विद्यालयों के 14 छात्र-छात्राओं का चयन इंस्पायर अवार्ड के पहले चरण के लिये किया गया है। इसमें उत्क्रमित उच्च विद्यालय खैरा भागलपुर, भवानी कन्या मध्य विद्यालय खंजरपुर, मध्य विद्यालय रामपुर, उर्दू मध्य विद्यालय चंपानगर, मदनलाल कन्या मध्य विद्यालय भागलपुर, मध्य विद्यालय नाथनगर नंबर वन आदि शामिल हैं।

राजस्थान Switch to English

राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर

चर्चा में क्यों?

7 जनवरी, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर राज्य के जयपुर के झालाना संस्थानिक क्षेत्र में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण किया जा रहा है, जिसका जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2013 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर का शिलान्यास किया था।
  • राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर बनने के बाद यहाँ पर कला-संस्कृति, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी व संचार सहित विभिन्न तरह की सरकारी व गैर-सरकारी गतिविधियाँ हो सकेंगी।
  • यहाँ पर 700 व्यक्तियों की क्षमता का सभागार, 500 क्षमता का कन्वेंशन सेंटर, 170-170 बैठक क्षमता के दो मिनी सभागार, 500 क्षमता का एग्जीबिशन एरिया, 3 कॉन्फ्रेंस हॉल, ई-लाइब्रेरी, 3 लैक्चर हॉल, 2 रेस्टोरेंट, प्रशासनिक सेक्शन, डबल बेसमेंट पार्किंग की सुविधा मिलेगी। यहाँ पर एक गेस्ट हाउस भी बनेगा, जिसमें जिम की सुविधा भी होगी।
  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि सेंटर का आंतरिक निर्माण राजस्थान की स्थापत्य कला की तर्ज पर हो रहा है। सभागार की दीवारें जैसलमेरी पैटर्न के अनुरूप होंगी। कन्वेंशन हॉल एवं प्री-फंक्शनल एरिया में सिटी पैलेस जयपुर के आधार पर हॉल एवं हवामहल जयपुर स्टाइल के आधार पर दीवारें दिखेंगी।
  • उन्होंने बताया कि मारवाड़ पैटर्न पर मिनी सभागार तैयार किया जा रहा है। जोधपुर के मंडोर उद्यान की पुरातन कला के मेहराब एवं स्मारक अनुरूप कॉन्फ्रेंस हॉल, अत्याधुनिक इंटीरियर पैटर्न के अनुरूप लैक्चर हॉल और रेस्टोरेंट तैयार हो रहा है।

मध्य प्रदेश Switch to English

17वीं ब्लाइंड चैलेंज कार रैली, 2022

चर्चा में क्यों?

8 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने स्वयंसेवी संस्था आरूषि द्वारा भोपाल में आयोजित 17वीं ब्लाइंड चैलेंज कार रैली, 2022 का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु 

  • स्वयंसेवी संस्था आरुषि द्वारा मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और होटल ताज लेक फ्रंट के साथ मिलकर एलआईसी, मध्य प्रदेश टूरिज्म एंड एक्वेरियस के सहयोग से इस कार रैली का आयोजन किया गया।
  • इस वर्ष रैली को गुलजार साहब ने नाम दिया- ‘हमसफर’यह संदेश देते हुए कि हमें सभी पर्यटन स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों को विकलांगों के अनुकूल बनाना है और हर तरह से विकलांगों को अपने साथ शामिल करना है।
  • प्रतियोगिता को दो वर्गों में बाँटा गया- विशेषज्ञ वर्ग जो पूर्व में आरुषि की कार रैली में से किसी में भी विजेता रहा हो। 2. नौसिखिये वर्ग जिन्होंने कोई भी रैली नहीं जीती है या पहली बार भाग ले रहे हैं।
  • न्यूनतम पेनल्टी अंकों के साथ समाप्त होने वाले प्रतियोगियों को विजेता घोषित किया गया। प्रत्येक मिनट की देरी के लिये एक पेनल्टी अंक और चेक पॉइंट्स पर एक मिनट पहले प्रवेश करने पर 5 पेनल्टी अंक थे।

हरियाणा Switch to English

इंस्पायर अवॉर्ड स्कीम

चर्चा में क्यों?

8 जनवरी, 2023 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से सभी राज्यों के लिये इंस्पायर अवॉर्ड स्कीम सत्र 2022-23 को लेकर लिस्ट जारी की गई, जिसमें हरियाणा प्रदेश के 329 विद्यार्थियों का चयन हुआ है।

प्रमुख बिंदु 

  • सरकारी स्कूलों के बच्चों को नवाचर के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष इंस्पायर अवार्ड का आयोजन किया जाता है। इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये बच्चों को आनलाइन निबंधन कराना पड़ता है। फिर बच्चों को ऑनलाइन आइडिया भेजना होता है।
  • इंस्पायर मानक अवॉर्ड योजना का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है।
  • इंस्पायर मानक अवॉर्ड योजना के अंतर्गत हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों जैसे - मध्य प्रदेश से 1854 विद्यार्थी, झारखंड से 1657 विद्यार्थी, उत्तर प्रदेश से 901 विद्यार्थी तथा राजस्थान से 5993 विद्यार्थी चयनित हुए हैं।
  • प्रत्येक विद्यार्थी को विज्ञान मॉडल बनाने के लिये दस-दस हज़ार रुपए प्रदान किये जाने हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली की ओर से चयनित विद्यार्थियों को यह अवॉर्ड राशि दी जाएगी।
  • नए वैज्ञानिक विचारों को विकसित करने और विज्ञान पर आधारित मॉडलों का निर्माण करने वाले विद्यार्थियों को यह राशि मिलेगी। इस राशि से विद्यार्थी विज्ञान मॉडल तैयार करेंगे। भविष्य में होने वाली ज़िला स्तरीय इंस्पायर मानक मॉडल प्रदर्शनी में उन्हें प्रदर्शित किया जाएगा।

झारखंड Switch to English

राष्ट्रपति ने कोडरमा ज़िला प्रशासन को दिया डिजिटल इंडिया अवार्ड

चर्चा में क्यों?

7 जनवरी, 2023 को नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ग्रास रूट लेवल पर आम लोगों खासकर युवाओं को कंप्यूटर की जानकारी उपलब्ध करवाने को लेकर किये गए बेहतर कार्य के लिये झारखंड के कोडरमा ज़िला प्रशासन को डिजिटल इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान कोडरमा के डीसी आदित्य रंजन ने ग्रहण किया।

प्रमुख बिंदु 

  • ज्ञातव्य है कि कोडरमा झारखंड का एकमात्र ज़िला है, जिसे यह सम्मान मिला है।
  • जानकारी के अनुसार डीसी आदित्य रंजन की पहल पर पाँच सितंबर, 2021 को समाहरणालय परिसर में ज़िले का पहला डीईजीएस कंप्यूटर बेसिक ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत हुई थी। इस सेंटर को मिले अच्छे रिस्पॉन्स के बाद मरकच्चो प्रखंड को छोड़कर कोडरमा, झुमरीतिलैया, सतगावाँ, डोमचांच, चंदवारा व जयनगर में इस केंद्र की शुरुआत की गई। दो अन्य केंद्र की शुरुआत चार जनवरी को की गई थी।
  • कोडरमा के डीसी आदित्य रंजन ने बताया कि वर्तमान में चल रहे आठ डीईजीएस कंप्यूटर बेसिक ट्रेनिंग सेंटर की संख्या बढ़ाकर जल्द 11 की जाएगी। इसके अलावा प्रत्येक वर्ष करीब 20 हज़ार लोगों को डिजिटल साक्षर बनाने की दिशा में इन सेंटरों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार ने इस कॉन्सेप्ट के तहत हुए कार्य को देखते हुए डिजिटल इंडिया अवार्ड देने के लिये कोडरमा का चयन किया था। कोडरमा डीसी आदित्य रंजन ने आठ दिसंबर को दिल्ली में बेसिक ट्रेनिंग सेंटर की योजना को ज्यूरी के समक्ष रखा था।
  • उल्लेखनीय है कि डिजिटल इंडिया अवार्ड को लेकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार ने 2022 में आवेदन आमंत्रित किये थे। इसके लिये हज़ारों की संख्या में नॉमिनेशन हुए थे।
  • सात अलग-अलग कैटेगरी में दिये जाने वाले अवार्ड को लेकर हुए फर्स्ट राउंड के शार्ट लिस्ट में 100 से ज्यादा प्रोजेक्ट को जगह मिली थी। इसके बाद नौ सदस्यों की ज्यूरी के समक्ष सभी ने अपना प्रेजेंटेशन दिया था।

छत्तीसगढ़ Switch to English

प्रतिवर्ष आयोजित होगा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक

चर्चा में क्यों?

8 जनवरी, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर के बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए घोषणा की कि छत्तीसगढ़ में पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने के लिये हर साल सितंबर-अक्टूबर में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने क्लस्टर, ब्लॉक, ज़िला, मंडल और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के लिये नकद पुरस्कारों की भी घोषणा की।
  • मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि पारंपरिक खेलों का प्रदेश की संस्कृति में विशेष स्थान है। पारंपरिक खेलों के युग को वापस लाने और इन खेलों को फलने-फूलने का माहौल बनाने के लिये छत्तीसगढ़िया ओलंपिक शुरू किया गया है।
  • समारोह को संबोधित करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव, खेल और युवा कल्याण विभाग, रेणु जी पिल्लई ने कहा कि इस आयोजन में लगभग 1,900 प्रतिभागियों ने भाग लिया। फाइनल 10 जनवरी तक रायपुर में होगा।
  • इन खेलों में बच्चों से लेकर बड़ों, महिलाओं और युवाओं तक सभी आयु वर्ग के लोगों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। ओलंपिक में ग्रामीण क्षेत्रों से 25 लाख से अधिक और शहरी क्षेत्रों से 1.30 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।

छत्तीसगढ़ Switch to English

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िला प्रशासन की वेबसाइट को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

7 जनवरी, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िला प्रशासन की वेबसाइट को नवाचार के लिये राष्ट्रीय प्लेटिनम अवार्ड से सम्मानित किया। बिलासपुर के ज़िला कलेक्टर सौरभ कुमार ने यह अवार्ड ग्रहण किया।

प्रमुख बिंदु 

  • भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ज़िला प्रशासन की वेबसाइट को राष्ट्रीय प्लैटिनम अवार्ड के लिये चुना गया था।
  • उल्लेखनीय है कि यह प्रतिष्ठित अवार्ड अलग-अलग श्रेणियों में प्रथम स्थान पर रहने वाली शासकीय वेबसाइटों को प्रदान किया जाता है। बिलासपुर ज़िला प्रशासन की वेबसाइट को बेस्ट वेब एंड मोबाइल इनिशिएटिव कांपलांइथ विथ जीआईजीडब्ल्यू एंड एससीबिलिटी गाइडलाइन की श्रेणी के अंतर्गत यह पुरस्कार दिया गया है।
  • केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजना डिजिटल इंडिया के क्रियान्वयन में बिलासपुर ज़िले की वेबसाइट ने नवाचार किया है। एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) द्वारा तैयार वेबसाइट में केंद्र व राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी अपलोड करने के साथ ही दिव्यांगों के लिये भी इसमें विशेष सुविधा दी गई है।
  • दृष्टिबाधित भी साफ्टवेयर के जरिये इस वेबसाइट में दी गई सूचनाओं को सुन सकते हैं। जहाँ-जहाँ माउस का कर्सर जाएगा, वहाँ लिखी जानकारी आवाज में बदल जाएगी।
  • हालाँकि अभी यह सुविधा अंग्रेजी में ही है। आने वाले दिनों में हिन्दी में भी यह सुविधा दी जाएगी। इसके लिये एनआईसी के तकनीकी विशेषज्ञों ने काम करना शुरू कर दिया है।
  • गौरतलब है कि दृष्टिबाधितों के लिये वेबसाइट में विशेष प्रकार का साफ्टवेयर भी अपलोड किया गया है। इसका उपयोग मुफ्त में किया जा सकेगा। इसके लिये अतिरिक्त राशि नहीं देनी पड़ेगी।

उत्तराखंड Switch to English

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विवि पाठ्यक्रम में शामिल होगा नैतिक शिक्षा संबंधी विषय

चर्चा में क्यों?

8 जनवरी, 2023 को उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने देहरादून के सभागार में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि से संबद्ध अशासकीय व निजी शिक्षण संस्थानों के साथ हुई बैठक में बताया कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता व छात्र-छात्राओं में नैतिक मूल्यों के विकास के लिये राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत विवि पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा संबंधी विषय शामिल किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में एकरूपता लाने के लिये सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में एक प्रवेश, एक परीक्षा, एक परिणाम और एक चुनाव कार्य योजना को लागू किया जाएगा।
  • राज्य के सभी संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की डिजिटल हेल्थ आईडी अनिवार्य रूप से बनाई जाएगी। इससे छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारियाँ ऑनलाइन सुरक्षित रह सकेंगी और ज़रूरत पड़ने पर उपयोग कर सकेंगे।
  • इसके अलावा सभी छात्र-छात्राओं के आयुष्मान कार्ड भी बनाए जाएंगे, जिसके लिये राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण विवि के साथ क्यूआर कोड साझा करेगा।
  • डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं को स्वैच्छिक रक्तदान के लिये ई-रक्तकोश, आरोग्य सेतु एप, विभागीय पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा, जिससे ज़रूरत पड़ने पर रक्तदान के लिये बुलाया जा सके।
  • बैठक में श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति प्रो. महावीर सिंह रावत ने बताया कि राज्य के संस्थानों में नशा मुक्त अभियान, तंबाकू मुक्त अभियान संचालित किया जाएगा। सभी निजी शिक्षण संस्थानों से नेक मूल्यांकन के लिये अनिवार्य रूप से आवेदन करने को कहा। इसके लिये विवि के माध्यम से नेक मूल्यांकन कार्यशाला का आयोजन फरवरी में कराया जाएगा।   

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow