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झारखंड की 400 आजीविका दीदियों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
चर्चा में क्यों?
7 दिसंबर, 2022 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दि नज इंस्टिट्यूट की ओर से आयोजित ‘झारखंड की दीदियों का स्नातक समारोह’ में झारखंड की 400 आजीविका दीदियों को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- सम्मानित दीदियों में लोहरदगा, लातेहार और गुमला ज़िले की झारखंड की सखी मंडल और स्वयं सहायता समूह की आजीविका से आत्मनिर्भर और सक्षम बनी दीदियाँ शामिल हैं।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दीदियाँ विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना करते हुए जिस तरह विभिन्न आजीविका से जुड़कर न सिर्फ खुद स्वावलंबी बनी हैं, बल्कि अपने परिवार का भरण-पोषण बेहतरीन तरीके से कर रही हैं, वह अन्य दीदियों के लिये ऊर्जा का स्रोत हैं।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘सरकार आपके द्वार’कार्यक्रम के माध्यम से घर-घर तक योजनाओं को पहुँचाने का काम किया है। इस दौरान न सिर्फ ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान हुआ है, बल्कि पूरे मान-सम्मान के साथ उन्हें उनका हक और अधिकार भी देने का काम किया गया।
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झारखंड की छात्रा को मिला IIIT के इतिहास का सबसे बड़ा पैकेज
चर्चा में क्यों?
7 दिसंबर, 2022 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार IIIT (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) रांची की कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की छात्रा चार्मी आशीष मेहता को ट्रिपल आइटी के इतिहास का सबसे बड़ा पैकेज (38 लाख रुपए) मिला है।
प्रमुख बिंदु
- चार्मी आशीष मेहता को ऑस्ट्रेलिया की एटलासियन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में यह पैकेज मिला है। ट्रिपल आइटी की स्थापना के बाद यह अब तक का सबसे बड़ा पैकेज है। इससे पूर्व कई विद्यार्थियों को 50 लाख रुपए का पैकेज मिला था।
- इसके अलावा चार्मी आशीष मेहता को दो अन्य कंपनी के भी ऑफर मिले हैं। इनमें इंफोड्स कंपनी की ओर से 5 लाख रुपए और प्रोड्यूक्टिव कंपनी की ओर से 25 लाख रुपए के पैकेज का ऑफर दिया गया है।
- ट्रिपल आइटी रांची के निदेशक प्रो. विष्णुप्रिये ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद वर्ष 2019-2023 बैच के विद्यार्थियों ने पूरे भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों से कई प्लेसमेंट ऑफर पाने में कामयाबी हासिल की है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 83 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हुआ है।
- निदेशक प्रो. विष्णुप्रिये ने बताया कि वर्ष 2016 में स्थापित यह संस्थान केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से पीपीपी मोड पर चल रहा है।
- उल्लेखनीय है कि संस्थान के ही कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र तुषार जैन ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में 22 से 25 नवंबर, 2022 तक आयोजित यूनेस्को इंडिया-अफ्रीका हैकाथॉन में जीत हासिल किया था। तुषार व इनकी टीम को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पुरस्कार स्वरूप तीन लाख रुपए प्रदान किया था।
- तुषार ने स्वास्थ्य और स्वच्छता उप-विषय के तहत 36 घंटे के कार्यक्रम में मधुमेह मेलेट्स की जटिलताओं की प्रारंभिक पहचान के लिये स्व-देखभाल और नियमित जाँच के लिये एक ऐप विकसित किया। 36 घंटे की इंटेंस कोडिंग के बाद तुषार ने खिताब हासिल किया।
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