उत्तर प्रदेश Switch to English
राष्ट्रीय पोषण माह
चर्चा में क्यों?
7 सितंबर, 2021 को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में चौथे ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ का शुभारंभ किया तथा आईसीडीएस विभाग के गोद भराई कार्ड ‘शगुन’ और एक शुभंकर ‘आंचल’ का विमोचन भी किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पोषण माह को चार श्रेणियों में बाँटकर संचालित किया जाएगा। पहले सप्ताह में पोषण वाटिका पर पौधारोपण, दूसरे सप्ताह में आंगनबाड़ी लाभार्थियों को पोषण किट वितरण, तीसरे सप्ताह में योग और आयुष तथा चौथे सप्ताह में सैम बच्चों की पहचान एवं उनके लिये सामुदायिक रसोई के निर्माण का विशेष अभियान प्रदेश में चलाया जाएगा।
- राष्ट्रीय पोषण माह, 2021 में पोषण वाटिका की स्थापना हेतु पौधरोपण अभियान तथा अतिकुपोषित-कुपोषित (सैम-मैम) बच्चों के चिह्नांकन एवं अनुश्रवण पर विशेष बल दिया जाएगा।
- इनके अलावा योग एवं आयुष (बच्चों, किशोरी, बालिकाओं तथा महिलाओं को केंद्रित करते हुए योग सत्रों का आयोजन) तथा पोषण संबंधी प्रचार-प्रसार सामग्री व अनुपूरक पुष्टाहार आदि का वितरण किया जाएगा।
- इस अवसर पर राज्यपाल ने राज्य के 24 ज़िलों में निर्मित 529 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का लोकार्पण किया।
- इसके अलावा उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं, मुख्य सेविकाओं एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया तथा 91 नव-चयनित बाल विकास परियोजना अधिकारियों में से प्रतीकात्मक तौर पर 10 को नियुक्ति-पत्र वितरित किया।
- उल्लेखनीय है कि सामुदायिक लामबंदी सुनिश्चित करने और लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के लिये हर साल सितंबर महीने को पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत सितंबर 2018 में की गई थी।
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