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पंप स्टोरेज परियोजनाओं पर राजस्थान की नई नीति
चर्चा में क्यों?
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान सरकार नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत पंप स्टोरेज परियोजनाओं पर नई नीति लाने जा रही है।
मुख्य बिंदु
- मुख्यमंत्री के अनुसार, नवीकरणीय स्रोतों को मज़बूत करने के लिये उठाए जा रहे कदमों से राज्य जल्द ही ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा।
- सौर और पवन ऊर्जा पर निर्भर बिजली ग्रिडों को आपूर्ति के लिये 7,100 मेगावाट बिजली की क्षमता वाली इन परियोजनाओं की स्थापना के लिये राज्य में आठ संभावित स्थानों की पहचान की गई है।
- पंप स्टोरेज परियोजनाओं पर कार्य राज्य की पवन और हाइब्रिड ऊर्जा नीति 2019 तथा नवीकरणीय ऊर्जा नीति 2023 में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार किया गया है।
- राज्य को 1,800 मेगावाट क्षमता की अपनी पहली स्वतंत्र पंप भंडारण परियोजना शुरू करने की मंज़ूरी मिल गई है, जो कुनो नदी बेसिन के भीतर बारां ज़िले के शाहबाद क्षेत्र में स्थापित की जाएगी।
कुनो नदी
- यह चंबल नदी की मुख्य सहायक नदियों में से एक है।
- यह दक्षिण से उत्तर की ओर कुनो राष्ट्रीय उद्यान से होकर बहती है तथा अन्य छोटी नदियों और सहायक नदियों को मध्य प्रदेश-राजस्थान सीमा पर मुरैना में चंबल नदी में बहा देती है।
- यह कुनो राष्ट्रीय उद्यान के विविध वनस्पतियों और जीवों के लिये पानी का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है।
- यह 180 किलोमीटर लंबी है और मध्य प्रदेश में विंध्य पर्वत शृंखला से निकलती है
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