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हृदय रोग के सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को प्रति माह छह लाख रुपए मानदेय, केंद्र सरकार ने दी मंज़ूरी
चर्चा में क्यों?
7 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में हृदय रोग विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के लिये केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर कॉर्डियोलॉजिस्ट सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर को उच्च पैकेज (प्रति माह छह लाख रुपए मानदेय) देने की मंज़ूरी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- पर्वतीय ज़िलों में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिये प्रदेश सरकार ने ‘यू कोट वी पे’ फार्मूले को लागू किया है। इसके तहत विभिन्न रोग के स्पेशलिस्ट को अधिकतम चार लाख रुपए तक प्रतिमाह मानदेय निर्धारित किया गया है।
- यू कोट वी पे फार्मूले के तहत स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की संविदा पर भर्ती की जा रही है। तीसरे चरण के लिये आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 22 अगस्त को साक्षात्कार होंगे। फार्मूले के तहत पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात होने वाले डॉक्टरों को उच्च मानदेय दिया जाएगा।
- स्वास्थ्य सचिव डॉ आर. राजेश कुमार ने बताया कि राज्य के पौड़ी गढ़वाल स्थित श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब स्थापित की गई है, जहाँ पर सुपर स्पेशलिस्ट कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉक्टरों को तैनाती दी जाएगी।
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यूसर्क के पाँच विज्ञान चेतना केंद्रों को गोद लेगा श्रीदेव सुमन विवि
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को प्रदेश में विज्ञान शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार व छात्रों में वैज्ञानिक रुचि के विकास के लिये उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) और टिहरी गढ़वाल के बादशाही थौल स्थित श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के बीच एमओयू किया गया।
प्रमुख बिंदु
- यूसर्क की निदेशक प्रो. अनीता रावत व विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं ।
- इस समझौते के आधार पर दोनों संस्थान प्रदेश में विज्ञान शिक्षा एवं वैज्ञानिक अनुसंधानों को स्तरीय बनाने का काम करेंगे।
- श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय यूसर्क की ओर से संचालित 200 से अधिक विज्ञान चेतना केंद्रों में से कम-से-कम पाँच केंद्रों को गोद लेकर उनमें विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों का संचालन करेगा। विद्यालय के छात्रों को अपने विश्वविद्यालय से विभिन्न सुविधाएँ प्रदान करेगा।
- श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जोशी ने कहा कि इस समझौते से जहाँ विश्वविद्यालय में अध्ययनरत् छात्रों को यूसर्क की वैज्ञानिक गतिविधियों का भरपूर लाभ मिलेगा, वहीं अन्य छात्र भी दोनों संस्थाओं के इस प्रयास से लाभान्वित होंगे।
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