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करनाल में ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल में ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस केंद्र में प्रतिदिन 300 से 350 युवाओं को हल्के व भारी मोटरवाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ड्राइविंग के अच्छे प्रशिक्षण से अच्छे चालक मिलेंगे व सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
- गौरतलब है कि इस संस्थान का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने ही 29 मार्च, 2018 को किया था। करनाल में इस संस्थान को खोलने की घोषणा भी उन्होंने ही 14 दिसंबर, 2016 को की थी।
- लगभग 34 करोड़ रुपए की लागत से 25 एकड़ भूमि पर स्थापित यह सेंटर होंडा मोटर स्कूटर इंडिया लिमिटिड के सहयोग से स्थापित किया गया है।
- अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर तैयार इस संस्थान में ऑटोमेटिड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, आधुनिक प्रशिक्षण उपकरण और कंप्यूटरीकृत प्रणाली से युक्त क्लास रूम, वर्कशॉप, इंजन रूम और इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बनाए गए हैं।
- यहाँ दोपहिया, तिपहिया, चारपहिया, लाइट मोटर तथा भारी वाहनों के चालन की ट्रेनिंग दी जाएगी। परीक्षण ट्रैक पर व्यावहारिक प्रशिक्षण देने और ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिये इस केंद्र में एक स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक भी होगा।
- यह संस्थान पूरी तरह से स्वचालित होगा और इसकी कार्य प्रणाली में किसी भी प्रकार का मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा। सेंटर में दूर के छात्रों के लिये छात्रावास भी बनाया गया है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक सड़क दुर्घटनाएँ चालकों के पास कौशल और सड़क नियमों के ज्ञान की कमी के कारण होती हैं। इसलिये चालक बनने के इच्छुक युवाओं को उपयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु उन्हें प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है।
- राज्य में चालकों के प्रशिक्षण की पर्याप्त व्यवस्था के लिये राज्यभर में स्वचालित चालक प्रशिक्षण संस्थान व क्षेत्रीय चालक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किये जाएँगे। इसके तहत कैथल, बहादुरगढ़ और रोहतक में आधुनिक सुविधाओं तथा बुनियादी ढाँचे से लैस तीन चालक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान स्थापित किये गए हैं। अशोक लीलैंड और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड जैसे मूल उपकरण निर्माता कंपनियाँ इन तीनों परियोजनाओं में भागीदार हैं।
- इनके अलावा 8 अन्य संस्थान खुलने जा रहे हैं। इनमें ज़िला भिवानी में कालूवास, नूंह में छपेड़ा, रेवाड़ी में जयसिंहपुर खेड़ा, जींद में पेगा, सोनीपत में मुरथल, यमुनानगर में औरंगाबाद, पलवल में बहिन और ज़िला फरीदाबाद में खेड़ी गुजरां शामिल हैं। ज़िला गुरुग्राम में क्षेत्रीय चालक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किया जाएगा।
- इन संस्थानों में मोटर वाहन चलाने के लिये प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के बाद आवेदक को संबंधित लाइसेंसिंग प्राधिकरण के समक्ष खुद को पेश करने की आवश्यकता नहीं होगी। इन सेंटरों की स्थापना से प्रदेश में बड़ी संख्या में बेरोज़गार युवकों को देश-विदेश में रोज़गार के अवसर उपलब्ध होंगे।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष लगभग 5 लाख सड़क हादसे होते हैं। इनमें लगभग 5 लाख लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। देश में सड़क दुर्घटनाओं में हरियाणा राज्य 13वें स्थान पर है। सड़क सुरक्षा के सभी कार्यों के लिये राज्य सरकार द्वारा परिवहन विभाग, हरियाणा को लीड एजेंसी घोषित किया गया है।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के कारणों का सर्वेक्षण करके और उनके कारणों को सुधार कर राज्य में हो रही इन दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाना है। सड़क सुरक्षा एक बहुआयामी विषय है। इसमें केवल मात्र सरकार की ही भूमिका नहीं है, बल्कि जनता, गैर-सरकारी संस्थाओं और उद्योगों को भी आगे आना होगा, ताकि एक सुरक्षित सड़क तंत्र स्थापित किया जा सके।
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