उत्तर प्रदेश सरकार का रक्षा सौदा | उत्तर प्रदेश | 08 Jul 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने 25,000 करोड़ रुपए के 154 से अधिक रक्षा विनिर्माण सौदों पर हस्ताक्षर किये हैं।
मुख्य बिंदु
- रक्षा मंत्रालय (MoD) के अनुसार, 2023-24 (वित्त वर्ष 24) में भारत का वार्षिक रक्षा उत्पादन 1.27 ट्रिलियन रुपए है, जो 2023 की तुलना में 16.7% अधिक है।
- विशाल उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC), जो लखनऊ, कानपुर, झाँसी, अलीगढ़, चित्रकूट और आगरा ज़िलों में छह नोड्स तक विस्तृत है, में रक्षा परियोजनाओं का विकास हो रहा है।
- उत्तर प्रदेश अपनी 'मेक इन UP' पहल को आगे बढ़ाने के लिये रक्षा विनिर्माण को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है।
- उत्तर प्रदेश के अमेठी ज़िले के कोरवा कारखाने में निर्मित कुल 35,000 कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफलें इंडो-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड संयुक्त उद्यम द्वारा भारतीय सेना को दी गई हैं।
- भारतीय रक्षा बलों के लिये ब्रह्मोस मिसाइलों के निर्माण हेतु लखनऊ में एक और इंडो-रूस संयुक्त उद्यम संयंत्र स्थापित किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC):
- यह एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र की विदेशी निर्भरता को कम करना है। इसका उद्घाटन वर्ष 2018 में हुआ था।
- उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को राज्य की विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर इस परियोजना को निष्पादित करने के लिये नोडल एजेंसी बनाया गया था।
- इसमें 6 नोड्स शामिल होंगे- अलीगढ़, आगरा, कानपुर, चित्रकूट, झाँसी और लखनऊ।
- इस कॉरिडोर/गलियारे का उद्देश्य राज्य को सबसे बड़े और उन्नत रक्षा विनिर्माण केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित करना एवं विश्व मानचित्र पर लाना है।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA)
- यह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के विकास के लिये वर्ष 2007 में स्थापित एक प्राधिकरण है।
- UPEIDA का मुख्यालय लखनऊ के गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में स्थित है।