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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 08 Feb 2023
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चित्तौड़गढ़ ज़िले के पहले मिशन एकलव्य ज्ञान केंद्र का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

7 फरवरी, 2023 को राजस्थान सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने चित्तौड़गढ़ ज़िले के निंबाहेड़ा के फाचर अहिरान ग्राम पंचायत में वंडर सीमेंट लि. के सहयोग से ज़िले के प्रथम मिशन एकलव्य ज्ञान केंद्र का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • ग्रामीण छात्र-छात्राओं को लाइब्रेरी एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की सुविधा प्रदान करने के लिये चित्तौड़गढ़ ज़िले में 105 मिशन एकलव्य के तहत ज्ञान केंद्र स्थापित किये जा रहे हैं। जिसमें से 5 ज्ञान केंद्र वंडर सीमेंट के सहयोग से स्थापित किये जा रहे हैं।
  • इन केंद्रों की स्थापना से अब गाँवो में भी शहरों की तरह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये सुविधाएँ विकसित होंगी। इन केंद्रों की स्थापना पर प्रत्येक लाइब्रेरी के लिये 5 लाख रुपए तक की राशि का प्रावधान किया जा रहा है।
  • इन केंद्रों के संचालन के लिये संबंधित सरपंच सहित विद्यालय के छात्र-छात्राएँ एवं गणमान्य नागरिकों की एक समिति गठित की जाएगी।
  • इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों ने डीएमएफटी योजना के अंतर्गत चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में 20 करोड़ 72 लाख रुपए के विभिन्न सड़क एवं खेल स्टेडियम का शिलान्यास भी किया। 

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"H5N1" एवियन इन्फ्लूएंजा

चर्चा में क्यों?

7 फरवरी, 2023 को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राजस्थान में ‘H5N1’ एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि नहीं हुई है।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि हाल ही में राज्य के पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, भरतपुर एवं जयपुर ज़िले के रोग संभावित क्षेत्रों का दौरा कर सैंपल एकत्रित कर राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल को सेंपल भेजे गए थे।
  • ज्ञातव्य है कि है कि सर्दियों के मौसम में राज्य के कई इलाकों में प्रवासी पक्षियों का आगमन होता है, जिसके मद्देनज़र विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रवासी एवं स्थानीय पक्षियों के रोग की जाँच के लिये सैंपल एकत्रित किये जा रहे हैं।
  • इस संबंध में संयुक्त निदेशक डॉ. रवि इसरानी ने बताया कि विभाग के अधिकारियों द्वारा विषय विशेषज्ञों के दल के साथ केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान एवं सांभर झील का दौरा कर प्रवासी पक्षियों के सैंपल एकत्रित कर निषाद, भोपाल भिजवाए गए हैं। साथ ही प्रत्येक ज़िले पर विभाग के अधिकारियों को रोग के निदान एवं नियंत्रण के लिये उचित दिशा-निर्देश दिये गए हैं। अभी तक राज्य में एवियन इंफ्लुएजा का किसी भी प्रकार का मामला सामने नहीं आया है।
  • विदित है कि एवियन इंफ्लूऐंजा जिसे सामान्यतया ‘बर्ड फ्लू’ के नाम से जाना जाता है, एक विषाणु जनित बीमारी है। यह संक्रामक रोग मुर्गियों, टर्की, बटेर, गिनी फाउल, आदि पालतू पक्षियों और जंगली पक्षियों की कई प्रजातियों को प्रभावित करता है। कभी-कभी यह मानव सहित अन्य कई स्तनधारियों को भी संक्रमित कर सकता है।
  • पक्षियों में इसके संक्रमण का पता चलने पर संक्रमित और संपर्क वाले पक्षियों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जाता है। 

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