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धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में 7 से 24 दिसंबर तक मनाया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2023 को हरियाणा जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 7 से 24 दिसंबर, 2023 तक अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का भव्य आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रीमद्भगवद्गीता का शास्वत संदेश दिया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- हरियाणा सरकार द्वारा गीता महोत्सव को कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2016 से मनाया जा रहा है।
- वर्ष 2019 में यह महोत्सव देश से बाहर मॉरीशस तथा लंदन में भी मनाया गया। सितंबर, 2022 में यह कनाडा में भी आयोजित किया गया। इस साल अप्रैल माह में भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव आस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया। वर्ष 2024 में अमेरिका में भी इस महोत्सव के आयोजन का निमंत्रण मिला है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 दिसंबर से मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होगा। उस दिन उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ब्रह्म सरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन से इस महोत्सव का विधिवत शुभारंभ करेंगे।
- इसके पश्चात् वे इसी दिन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारंभ भी करेंगे। यह संगोष्ठी 19 दिसंबर तक चलेगी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ मेले की तर्ज़ पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिये अलग से मेला अथॉरिटी बनाई जाएगी, जो अपने स्तर पर इसका आयोजन करेगी। सरकार की ओर से एक मेला अधिकारी तैनात किया जाएगा, जो सरकार की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाओं को देखेगी।
- महोत्सव में हरियाणा के लोकनृत्य, शिल्प, लघुउद्योग, खान-पान इत्यादि से संबंधित हरियाणा पैवेलियन लगेगा, जिससे महोत्सव में आने वाले पर्यटक एवं तीर्थयात्री हरियाणा की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 और 23 दिसंबर को 2 दिन हर ज़िले में गीता उत्सव के कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 23 दिसंबर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 48 कोस कुरुक्षेत्र के तीर्थों पर एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें कुरुक्षेत्र भूमि के 164 तीर्थ समितियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। तीर्थ प्रतिनिधि अपने तीर्थ की मिट्टी एवं जल भी लेकर आएंगे, जिससे बाद में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा बनाई जाएगी।
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हज यात्रा-2024 के लिये 20 दिसंबर, 2023 तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2023 को अखिल भारतीय हज कमेटी ने वर्ष 2024 के दौरान प्रदेश से हज जाने के इच्छुक हाजियों के पंजीकरण के लिये हरियाणा राज्य हज कमेटी के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किये हैं। हज यात्रा करने के इच्छुक हज यात्री 20 दिसंबर, 2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
प्रमुख बिंदु
- हज नीति-2024 के अनुसार महिला व 70 वर्ष से अधिक आयु के आवेदक के साथ यदि दोबारा से कोई नजदीकी रिश्तेदार जाना चाहता है तो उसे अतिरिक्त राशि अदा करने पर ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
- हज नीति-2024 के अनुसार 70 वर्ष की आयु से अधिक आवेदक को प्राथमिकता दी जाएगी तथा सामान्य श्रेणी में यदि आवेदन निर्धारित कोटे से अधिक प्राप्त होते हैं तो आवेदन पत्रों का चयन कंप्यूटराइज ड्रा के माध्यम से किया जाएगा।
- गर्भवती महिला कुछ शर्तों के अनुसार हज यात्रा कर सकती है। महिला आवेदक, जिनकी आयु 45 वर्ष से अधिक हो, वह चार महिलाओं के समूह में जा सकेंगी।
- वह आवेदक, जिसकी वित्तीय स्थिति अच्छी हो, शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ हों, के पास मशीन रीडेबल वैध भारतीय अंतर्राष्ट्रीय पासपोर्ट 31 जनवरी, 2025 तक वैध हो, आवेदन कर सकता है।
- निर्धारित दस्तावेजों के साथ आवेदन अखिल भारतीय हज कमेटी की वेबसाइट https://hajcommittee.gov.in व मोबाईल ऐप ‘Haj Suvidha’ पर किये जा सकते हैं।
- हज आवेदक आवेदन हेतु कोई कठिनाई या असुविधा महसूस करने पर हरियाणा हज कमेटी के फोन नंबर 0172-2996270 या अखिल भारतीय हज कमेटी के फोन नंबर 022-22107070 पर संपर्क कर सकते हैं।
- हरियाणा राज्य से जाने वाले हज यात्रियों की सुविधा के लिये इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा नई दिल्ली से उड़ान सुनिश्चित की गई है।
- भारत सरकार का महावाणिज्य दूतावास, जैद्दा (सउदी अरबिया) द्वारा हज यात्रा के दौरान यात्रियों के रहने का प्रबंध किया जाएगा।
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भिवानी का आरओबी निर्माण हेतु रेलवे को सौंपा
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर 2023 को हरियाणा जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार और सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय के सहयोग से भिवानी शहर में एनएच-709 पर रेलवे आरडी 81/0-1 पर स्थित मौज़ूदा टू-लेन रेलवे ओवरब्रिज बनाया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- 5 दिसंबर, 2023 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और रेल विभाग के साथ सहयोगात्मक प्रयास की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है।
- इस संबंध में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मौज़ूदा 2-लेन रेलवे ओवरब्रिज खंडहर स्थिति में हो गया है, इसी को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में इस आरओबी का निर्माण करने की आवश्यकता है।
- सरकार ने इस आरओबी को रेलवे के हैंडओवर के करने लिये आवश्यक शर्तें निर्धारित की हैं, जिनमें रास्ते के अंदर अतिक्रमण को हटाने और क्षेत्र में वर्षा जल के उचित निपटान को सुनिश्चित करना शामिल है।
- प्रवक्ता ने बताया कि मंत्रालय की 2015 की नीति के अनुसार बाईपास इस बात पर बल देता है कि यह बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग का लंबे समय तक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का हिस्सा नहीं होगा।
- इसलिये इसके निर्माण की राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी बनती है। चूँकि भिवानी बाईपास पहले से ही चालू है, इसलिये बाईपास वाले हिस्से के सुधार और रखरखाव की ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की है।
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