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देहरादून में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
चर्चा में क्यों?
4-5 दिसंबर, 2021 को आज़ादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में वन अनुसंधान संस्थान (FRI), देहरादून में वर्चुअल मोड में कार्बोहाइड्रेट (कार्बो XXXV) के रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में प्रगति पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस सम्मेलन का उद्घाटन भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद के महानिदेशक एएस रावत ने किया।
- इस सम्मेलन में एफआरआई, सीएसआईआर, आईआईटी, आईआईएसईआर प्रयोगशालाओं के वैज्ञानिकों सहित भारत, यूएसए, जर्मनी, यूके, नीदरलैंड तथा पुर्तगाल के शैक्षणिक संस्थानों की 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
- इस अवसर पर बोलते हुए एएस रावत ने भोजन और दवा सहित जीवन के विभिन्न पहलुओं और उनके औद्योगिक महत्व में कार्बोहाइड्रेट की भूमिका पर ज़ोर दिया।
- रावत ने खरपतवारों के मूल्य वर्धित उपयोग के लिये नई तकनीकों को विकसित करने पर भी ज़ोर दिया ताकि जंगलों की रक्षा की जा सके और लोगों के लिए आजीविका का स्रोत पैदा किया जा सके।
- क्षेत्र में पहचानी जा रही विभिन्न चुनौतियों के बारे में बोलते हुए, उन्होंने आगे वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों से न केवल कार्बोहाइड्रेट की उन्नति के लिये नवीन उपकरण और तकनीक विकसित करने का आह्वान किया, बल्कि पारस्परिक विचारों और लाभ के अनंत अवसरों को बनाने के लिये तथा समाज के कल्याण और राष्ट्र के आर्थिक विकास के लिये नवाचारों के लिये प्रेरणा हेतु क्रॉस-डिसिप्लिनरी वैज्ञानिक बातचीत और सहयोग को भी बढ़ावा दिया।
- कार्यक्रम के पहले दिन दो तकनीकी सत्र हुए जिसमें भारत, अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड और पुर्तगाल के वक्ताओं द्वारा 10 आमंत्रित व्याख्यान और चार लघु व्याख्यान दिए गए।
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