साँची बनी देश की पहली सोलर सिटी | मध्य प्रदेश | 07 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
6 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रायसेन ज़िले में स्थित विश्व धरोहर स्मारक स्थल साँची नगर को प्रथम सोलर सिटी के रूप में लोकार्पित किया।
प्रमुख बिंदु
इसके साथ ही मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में भी बांध की सतह पर सोलर पैनल लगाकर 600 मेगावाट क्षमता के संयंत्र स्थापित करने की पहल की गई है।
साथ ही कार्यक्रम में नवीकरणीय विभाग और आईआईटी कानपुर के मध्य साँची को नेट जीरो सिटी बनाने के करारनामे पर हस्ताक्षर किये गए।
साँची के पास नागौरी में तीन मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना के फलस्वरूप साँची सोलर सिटी बनी है। निकट भविष्य में गुलगांव में पाँच मेगावाट की सौर परियोजना स्थापित होगी, जो कृषि क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी।
साँची सोलरसिटी से वार्षिक 14 हजार टन से अधिक कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी, जो लगभग 2 लाख 38 हजार से अधिक पेड़ों के बराबर है। ईको फ्रेंडली सुविधाओं से पर्यावरण प्रदूषण रुकेगा। ई-व्हीकल को बढ़ावा दिया गया है। चार कमर्शियल चार्जिंग पाइंट तथा तीन ई-रिक्शा चार्जिंग पाइंट स्थापित कर दिये गए हैं। बैटरी वाहनों के चलने से 9 लाख से अधिक मूल्य के डीजल की भी बचत होगी।
साँची में करीब 7 हजार नागरिकों ने अपने घरों में सोलर स्टैंड लैंप, सोलर स्टडी लैंप, सोलर लालटेन का इस्तेमाल कर बिजली बचाने का संकल्प लिया है।
साँची में हर घर सोलर की अवधारणा सफल हुई। लगभग 63 किलोवाट क्षमता के सौर संयंत्र घरेलू छतों पर लगाए गए हैं। शहर के केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों और प्रतिष्ठानों का इनर्जी ऑडिट करवाया गया।
ऊर्जा साक्षरता अभियान के अंतर्गत साँची के लोगों ने ऊर्जा बचत और ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में जागरूकता का परिचय दिया। प्रतिवर्ष संयंत्रों के उपयोग से करीब 22 लाख रुपए के बिजली के बिल कम होंगे।
साँची में नागरिकों के घरों और सरकारी कामों में व्यय होने वाले विद्युत व्यय में 7.68 करोड़ की वार्षिक बचत होगी।
नवीन ज़िला मैहर निर्मित करने की अधिसूचना जारी | मध्य प्रदेश | 07 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित कर सतना ज़िले की सीमाओं को परिवर्तित करने और नवीन ज़िला मैहर निर्मित करने के लिये सीमाओं को परिभाषित करने का प्रस्ताव किया गया है।
प्रमुख बिंदु
मध्य प्रदेश राजपत्र में सूचना प्रकाशन की तिथि से 30 दिवस की अवधि में लिखित में सुझाव और आपत्तियाँ आमंत्रित की गई हैं।
नवीन निर्मित होने वाले ज़िले मैहर का ज़िला मुख्यालय मैहर करने का प्रस्ताव किया गया है। इसमें सतना ज़िले की तहसील मैहर के समस्त 122 पटवारी हलका एवं तहसील अमरपाटन के समस्त 53 पटवारी हलका तथा तहसील रामनगर के 59 पटवारी हलके सहित कुल 234 पटवारी हलके रहेंगे।
प्रस्ताव के अनुसार नवीन निर्मित होने वाले ज़िले मैहर के पूर्व में सीधी एवं रीवा, पश्चिम में पन्ना, उत्तर में सतना और दक्षिण में कटनी, उमरिया एवं शहडोल ज़िले रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर को ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मैहर की सभा को निवास कार्यालय समत्व से वर्चुअली संबोधित करते हुए माँ शारदा की नगरी मैहर को ज़िला बनाने की घोषणा की थी।