झारखंड की शिप्रा मिश्रा ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’ से सम्मानित | झारखंड | 06 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में झारखंड की टाटा वर्कर्स यूनियन प्लस टू उच्च विद्यालय, कदमा की शिक्षिका शिप्रा मिश्रा को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2022 से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि इस वर्ष देश भर से 46 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चुना गया था, जिनमें झारखंड से एकमात्र शिक्षिका शिप्रा मिश्रा भी शामिल थीं।
- राष्ट्रपति द्वारा शिप्रा मिश्रा को सम्मानस्वरूप रजत पदक, 50 हज़ार रुपए की पुरस्कार राशि का चेक और प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
- इस अवसर पर शिक्षिका शिप्रा मिश्रा द्वारा किये गए नवाचार एवं स्कूल के शैक्षणिक विकास में उनके योगदान से संबंधी एक वीडियो भी विज्ञान भवन में प्रदर्शित किया गया।
- शिप्रा मिश्रा ने इनोवेटिव, क्रिएटिव तरीके से बच्चों को पढ़ाते हुए विज्ञान जैसे कठिन विषय को बच्चों के लिये खेल का विषय बना दिया। गणित के ज्यामिती के जटिल चैप्टर को बागवानी और पेड़ों की घेराबंदी कर आसान बना दिया। यूज़्ड प्लास्टिक बोतल से स्कूल प्रांगण में स्थित बागवानी की चहारदीवारी बना दी। उनकी इसी अलग सोच, इनोवेटिव आइडिया ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया।
- विज्ञान को अलग नज़रिये से देखने और समझने वाली शिप्रा मिश्रा ने डिजिटल प्लेटफॉर्म का बखूबी इस्तेमाल किया। बच्चों को मोबाइल का सदुपयोग सिखाया तथा प्रकृति और विज्ञान को समायोजित करने का काम किया।
- शिप्रा मिश्रा ने बताया कि लोग स्कैन कोड, बार कोड, क्यूआर कोड का उपयोग केवल पेमेंट के लिये करते हैं, जबकि इसके व्यापक आयाम हैं। शिप्रा ने अपने स्कूल में लगे पेड़-पौधों के रहस्य को क्यूआर कोड में तब्दील कर दिया। उन्होंने सभी पेड़ों की विस्तृत जानकारी का एक क्यूआर कोड बना दिया। अब कोई भी बच्चा उस क्यूआर कोड को स्कैन करके पेड़ के बारे में पूरी जानकारी, रहस्य, गुण, प्रजाति, कहाँ पाया जाता है, जैसी संपूर्ण जानकारी हासिल कर सकता है।
- इसी तरह उन्होंने ज्यामिती के अलग-अलग आकार, जैसे- त्रिभुज, चतुर्भुज, षटकोण, वृत्त को रोचक बनाने के लिये अलग-अलग आकृति बगान में बनवाई। उनका भी क्यूआर कोड बना दिया।
- गौरतलब है कि शिप्रा मिश्रा को इससे पहले भी कई अवार्ड मिल चुके हैं। उन्हें रोटरी क्लब की ओर से वर्ष 2017 में सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान, इनर व्हील क्लब की ओर से सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान, वर्ष 2019 में राज्य स्तर का शिक्षक पुरस्कार तथा 2020 में एनएमएल द्वारा बेस्ट साइंस टीचर्स अवार्ड मिल चुका है