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बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 07 Aug 2023
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अमृत भारत स्टेशन योजना : बिहार के ये 49 रेलवे स्टेशन बनेंगे वर्ल्ड क्लास, प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

6 अगस्त, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इनमें बिहार के 49 रेलवे स्टेशन शामिल हैं। 

प्रमुख बिंदु  

  • गौरतलब है कि इस महत्त्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के प्रथम चरण में बिहार के कुल 49 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा।  
  • दरभंगा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत दो स्टेशन (दरभंगा एवं सकरी स्टेशन) का योजना के तहत प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया गया। दरभंगा रेलवे स्टेशन को 340 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा तथा सकरी स्टेशन को 18.9 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा।  
  • इस योजना के अंतर्गत स्टेशन के पश्चिम दिशा में (G+5) अर्थात् छह मंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा। वहीं पूर्वी दिशा में भी (G+2) अर्थात् तीन मंजिला भवन का निर्माण होगा, जिसमें यात्रियों के लिये अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी। 
  • अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 1275 स्टेशनों में शामिल कटिहार-बरौनी रेलखंड का नवगछिया रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प होगा। पहले चरण के रेलवे स्टेशनों में भागलपुर का नवगछिया, पीरपैंती, कहलगांव, सुल्तागनंज भी शामिल हैं। 
  • उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित की जाने वाले इन स्टेशनों पर वाइड कॉनकोर्स, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग रूम, वाणिज्यिक क्षेत्र और रिटेल काउंटर आदि जैसी आधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।  
  • योजना में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट की परिकल्पना की गई है। अन्य छोटे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और उन्हें चौड़े एफओबी, अग्रभाग सुधार, प्रतीक्षा क्षेत्र, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी। 
  • बिहार के इन स्टेशनों का होगा कायाकल्प- 
    • अनुग्रह नारायण रोड (औरंगाबाद), लखमीनिया, सलौना (बेगूसराय), कहलगांव, नौगछिया, पीरपैंती, सुल्तानगंज (भागलपुर), आरा, बिहिया (भोजपुर), डुमरांव, रघुरनाथपुर (बक्सर), दरभंगा जंक्शन (दरभंगा), गया जंक्शन, पहाड़पुर (गया), जमुई, सिमतल्ला (जमुई), जहानाबाद (जहानाबाद), भभुआ रोड, दुरगौती, कुद्रा (कैमुर (भभुआ)), बारसोई जंक्शन (कटिहार), खगड़िया जंक्शन, मानसी (खगड़िया),  किशनगंज, ठाकुरगंज (किशनगंज), जयनगर, मधुबनी, संकरी (मुधुबनी), जमालपुर जंक्शन (मुंगेर), ढोली, मुजफ्फरपुर जंक्शन, रामदयालु नगर (मुजफ्फरपुर),  बिहार शरीफ, राजगीर (नालंदा), नरकटियागंज जंक्शन, सुगौली (पश्चिम चंपारण), बख्तियारपुर, बाढ़, फतुहा, तरेगना (पटना), बापू धाम मोतिहारी (पूर्वी चंपारण), बनमंखी (पूर्णिया), रोहतास, सासाराम (रोहतास), सहरसा (सहरसा), दलसिंह सराय, समस्तीपुर (समस्तीपुर), सोनपुर जंक्शन (सारण), सीतामढ़ी (सीतामढ़ी) तथा हाजीपुर जंक्शन (वैशाली)।


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‘संसद में नीतीश कुमार’ पुस्तक का हुआ विमोचन

चर्चा में क्यों?

4 अगस्त, 2023 को जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, पटना में ‘संसद में नीतीश कुमार’पुस्तक का विमोचन किया गया। 

प्रमुख बिंदु  

  • पुस्तक का संपादन समाजविज्ञानी जगनारायण सिंह यादव ने किया है तथा प्रकाशन दिल्ली के साहित्य संसद प्रकाशन ने किया है।  
  • इस पुस्तक में 1989 से 2005 तक नीतीश कुमार के सांसद और केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान संसद में विभिन्न मुद्दों पर दिये भाषण का संग्रह है।  
  • यह पुस्तक पाँच खंडों में है- पुस्तक के पहले खंड का नाम कृषि प्रधान भारत है। इसमें संसद में नीतीश द्वारा कृषि के बारे में दिये वक्तव्यों का संकलन है। दूसरे खंड का नाम भारतीय रेलवे है, इसमें नीतीश द्वारा रेलवे के बारे में दिये गए पाँच भाषण हैं। तीसरे खंड का नाम विकासशील भारत है, इसमें देश के बारे में नीतीश कुमार का नज़रिया है।  
  • चौथे खंड का नाम भारतीय समाज है, इसमें विभिन्न वर्गों की स्थिति के बारे में नीतीश कुमार के द्वारा किये गए ज़िक्र का उल्लेख है। अंतिम और पाँचवाँ खंड भारतीय राजनीति है। इसमें राजनीतिक स्थिति के बारे में नीतीश कुमार ने अपने भाषणों में ज़िक्र किया है।


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