उत्तर प्रदेश Switch to English
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के लिये इकाना स्टेडियम की पिच को आईसीसी और बीसीसीआई की हरी झंडी
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के लिये लखनऊ के इकाना स्टेडियम की पिच को आईसीसी और बीसीसीआई की टीम ने हरी झंडी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि 4 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की टीम ने इकाना स्टेडियम (Ekana Stadium) का निरीक्षण किया था। इस टीम ने सभी नौ पिच, आउट फील्ड सहित अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली थी।
- क्रिकेट के सबसे बड़े महाकुंभ का 5 अक्तूबर से आगाज़ हो जाएगा। इस महाकुंभ का ओपनिंग मैच पिछले बार की डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड और रनरअप रही न्यूज़ीलैंड के बीच अहमदाबाद में खेला जाएगा।
- लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में वर्ल्ड कप 2023 के 5 मुकाबले खेले जाएंगे। ऐसा पहली बार है, जब लखनऊ क्रिकेट वर्ल्ड कप की मेज़बानी करेगा। इकाना स्टेडियम में टूर्नामेंट का पहला मैच 13 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाएगा।
- आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के पाँच मुकाबलों के बाद लखनऊ को सीनियर महिला इंटर जोनल 20-20 और महिला अंडर-23 एकदिवसीय क्रिकेट ट्रॉफी के 37 मैचों की मेजबानी का मौका मिला है। ये सभी मुकाबले भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे। लखनऊ के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब वह इतनी बड़ी संख्या में क्रिकेट मुकाबलों की मेज़बानी करेगा।
बिहार Switch to English
अमृत भारत स्टेशन योजना : बिहार के ये 49 रेलवे स्टेशन बनेंगे वर्ल्ड क्लास, प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इनमें बिहार के 49 रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि इस महत्त्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के प्रथम चरण में बिहार के कुल 49 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा।
- दरभंगा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत दो स्टेशन (दरभंगा एवं सकरी स्टेशन) का योजना के तहत प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया गया। दरभंगा रेलवे स्टेशन को 340 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा तथा सकरी स्टेशन को 18.9 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत स्टेशन के पश्चिम दिशा में (G+5) अर्थात् छह मंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा। वहीं पूर्वी दिशा में भी (G+2) अर्थात् तीन मंजिला भवन का निर्माण होगा, जिसमें यात्रियों के लिये अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी।
- अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 1275 स्टेशनों में शामिल कटिहार-बरौनी रेलखंड का नवगछिया रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प होगा। पहले चरण के रेलवे स्टेशनों में भागलपुर का नवगछिया, पीरपैंती, कहलगांव, सुल्तागनंज भी शामिल हैं।
- उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित की जाने वाले इन स्टेशनों पर वाइड कॉनकोर्स, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग रूम, वाणिज्यिक क्षेत्र और रिटेल काउंटर आदि जैसी आधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
- योजना में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट की परिकल्पना की गई है। अन्य छोटे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और उन्हें चौड़े एफओबी, अग्रभाग सुधार, प्रतीक्षा क्षेत्र, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
- बिहार के इन स्टेशनों का होगा कायाकल्प-
- अनुग्रह नारायण रोड (औरंगाबाद), लखमीनिया, सलौना (बेगूसराय), कहलगांव, नौगछिया, पीरपैंती, सुल्तानगंज (भागलपुर), आरा, बिहिया (भोजपुर), डुमरांव, रघुरनाथपुर (बक्सर), दरभंगा जंक्शन (दरभंगा), गया जंक्शन, पहाड़पुर (गया), जमुई, सिमतल्ला (जमुई), जहानाबाद (जहानाबाद), भभुआ रोड, दुरगौती, कुद्रा (कैमुर (भभुआ)), बारसोई जंक्शन (कटिहार), खगड़िया जंक्शन, मानसी (खगड़िया), किशनगंज, ठाकुरगंज (किशनगंज), जयनगर, मधुबनी, संकरी (मुधुबनी), जमालपुर जंक्शन (मुंगेर), ढोली, मुजफ्फरपुर जंक्शन, रामदयालु नगर (मुजफ्फरपुर), बिहार शरीफ, राजगीर (नालंदा), नरकटियागंज जंक्शन, सुगौली (पश्चिम चंपारण), बख्तियारपुर, बाढ़, फतुहा, तरेगना (पटना), बापू धाम मोतिहारी (पूर्वी चंपारण), बनमंखी (पूर्णिया), रोहतास, सासाराम (रोहतास), सहरसा (सहरसा), दलसिंह सराय, समस्तीपुर (समस्तीपुर), सोनपुर जंक्शन (सारण), सीतामढ़ी (सीतामढ़ी) तथा हाजीपुर जंक्शन (वैशाली)।
बिहार Switch to English
‘संसद में नीतीश कुमार’ पुस्तक का हुआ विमोचन
चर्चा में क्यों?
4 अगस्त, 2023 को जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, पटना में ‘संसद में नीतीश कुमार’पुस्तक का विमोचन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- पुस्तक का संपादन समाजविज्ञानी जगनारायण सिंह यादव ने किया है तथा प्रकाशन दिल्ली के साहित्य संसद प्रकाशन ने किया है।
- इस पुस्तक में 1989 से 2005 तक नीतीश कुमार के सांसद और केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान संसद में विभिन्न मुद्दों पर दिये भाषण का संग्रह है।
- यह पुस्तक पाँच खंडों में है- पुस्तक के पहले खंड का नाम कृषि प्रधान भारत है। इसमें संसद में नीतीश द्वारा कृषि के बारे में दिये वक्तव्यों का संकलन है। दूसरे खंड का नाम भारतीय रेलवे है, इसमें नीतीश द्वारा रेलवे के बारे में दिये गए पाँच भाषण हैं। तीसरे खंड का नाम विकासशील भारत है, इसमें देश के बारे में नीतीश कुमार का नज़रिया है।
- चौथे खंड का नाम भारतीय समाज है, इसमें विभिन्न वर्गों की स्थिति के बारे में नीतीश कुमार के द्वारा किये गए ज़िक्र का उल्लेख है। अंतिम और पाँचवाँ खंड भारतीय राजनीति है। इसमें राजनीतिक स्थिति के बारे में नीतीश कुमार ने अपने भाषणों में ज़िक्र किया है।
राजस्थान Switch to English
इंडिया इंटरनेशनल ट्रेवल मार्ट- राजस्थान को मिला बेस्ट हेरिटेज टूरिज़्म डेस्टिनेशन ऑफ द ईयर अवॉर्ड
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को चेन्नई में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेवल मार्ट में राजस्थान को पर्यटन विभाग के प्रतिनिधित्व में बेस्ट हेरिटेज टूरिज़्म डेस्टिनेशन ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाज़ा गया है।
प्रमुख बिंदु
- समारोह में राजस्थान पर्यटन विभाग की तरफ से उप निदेशक अजय शर्मा व पर्यटन अधिकारी सिराज कुरैशी ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
- विदित है कि विश्व पटल पर राजस्थान अपनी कला-संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक स्थलों, प्रसिद्ध मंदिरों, प्राचीन दुर्गों, महलों, स्वादिष्ट व्यंजन, प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन स्थलों के लिये जाना जाता है।
- राजस्थान पर्यटन दल द्वारा एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य सरकार की ओर से पर्यटन क्षेत्र में उठाए गए कदमों, नवीन योजनाओं की जानकारी और पर्यटन प्रचार फिल्मों का प्रदर्शन भी किया गया।
राजस्थान Switch to English
मुख्यमंत्री ने दी स्वीकृति- राजस्थान राज्य गुरु गोरखनाथ बोर्ड का हुआ गठन
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान राज्य गुरु गोरखनाथ बोर्ड के प्रस्ताव को स्वीकृति दिए जाने के बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- बोर्ड में 5 गैर-सरकारी सदस्य (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा 3 सदस्य) होंगे। साथ ही उद्योग विभाग, स्कूल शिक्षा (प्राथमिक/माध्यमिक) एवं संस्कृत शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, श्रम विभाग, देवस्थान विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव/आयुक्त/निदेशक/संयुक्त निदेशक अथवा उनके प्रतिनिधि बोर्ड में सरकारी सदस्य के रूप में होंगे।
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक स्तरीय अधिकारी बोर्ड में सचिव होंगे।
- राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास सहकारी निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अथवा उनके प्रतिनिधि बोर्ड के विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
- बोर्ड का प्रशासनिक विभाग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग होगा।
- राजस्थान राज्य गुरु गोरखनाथ बोर्ड जोगी, योगी, नाथ जाति वर्ग की समस्याओं को चिह्नित कर प्रामाणिक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर इन वर्गों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने तथा पिछड़ेपन को दूर करने के सुझाव राज्य सरकार को देगा।
- बोर्ड द्वारा समाज के कल्याण हेतु विभिन्न योजनाएँ प्रस्तावित करने, वर्तमान में संचालित योजनाओं के संबंध में विभिन्न विभागों से समन्वय करने, रोज़गार को बढ़ावा देने, समाज के शैक्षिक एवं आर्थिक उन्नयन, समाज के परंपरागत व्यवसाय को वर्तमान तौर-तरीकों से आगे बढ़ाने के संबंध में सुझाव दिये जाएंगे।
- साथ ही बोर्ड द्वारा समाज की धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर तथा मठों के सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार, समाज से संबंधित लेख, ग्रंथ, साहित्य आदि पर शोध, सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध ठोस उपाय करने सहित अन्य सुझाव भी राज्य सरकार को प्रस्तुत किये जाएंगे।
मध्य प्रदेश Switch to English
एशिया का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘उन्मेष’
चर्चा में क्यों?
3-6 अगस्त, 2023 तक भोपाल के रवींद्र भवन में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर साहित्य को जन-जन तक पहुँचाने, साहित्य सृजन और संरक्षण करने की प्रतिज्ञा के साथ एशिया के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘उन्मेष’का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- साहित्य उत्सव उन्मेष एशिया का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है। साहित्य अकादमी और संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के संयुक्त तत्त्वावधान में इसका आयोजन किया गया।
- इस आयोजन में दिन में साहित्य से जुड़ी एक्टिविटीज हुई तो शाम को सांस्कृतिक प्रस्तुति का रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।
- इस साहित्य उत्सव में 75 से अधिक कार्यक्रमों में 100 भाषाओं के 575 से ज़्यादा लेखकों ने सहभागिता की। 13 अन्य देशों के लेखक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
- विदित है कि उन्मेष का यह दूसरा संस्करण है। इस आयोजन में अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव के साथ ही संगीत नाटक अकादमी उत्कर्ष शीर्षक से लोक और जनजातीय प्रदर्शन कलाओं का राष्ट्रीय उत्सव भी किया गया।
- इसमें कविता, कहानी पाठ के अलावा भारतीय काव्य शास्त्र, भारतीय भक्ति साहित्य, सागर साहित्य, भारत की सांस्कृतिक विरासत, भारतीय नाटकों में अलगाव का सिद्धांत, विविधता में एकता, भारत की सौम्य शक्ति, सिनेमा और साहित्य, विदेशी भाषाओं में भारतीय साहित्य का प्रचार-प्रसार, चिकित्सकों का साहित्य, साहित्य और प्रकृति, मशीनों का उदय, लेखकविहीन साहित्य, रचनात्मक बढ़ाने वाली शिक्षा जैसी गतिविधियाँ हुई।
मध्य प्रदेश Switch to English
आरडीएसएस के तहत देश का पहला बिजली ग्रिड इंदौर ज़िले के ईमलीखेड़ा में ऊर्जीकृत
चर्चा में क्यों?
4 अगस्त, 2023 को मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले वर्ष जुलाई में ऊर्जा मंत्रालय के लिये प्रारंभ रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत देश का पहला 33/11 केवी का बिजली ग्रिड इंदौर ज़िले के सांवेर तहसील के ईमलीखेड़ा में पूर्ण होकर ऊर्जीकृत हुआ है।
प्रमुख बिंदु
- पाँच एमवीए क्षमता का उक्त ग्रिड तीन करोड़ की लागत का है। इससे आठ हज़ार बिजली उपभोक्ता एवं पाँच गाँवों की पच्चीस हज़ार जनता को उच्च गुणवत्तायुक्त चौबीस घंटे बिजली मिलेगी।
- अमित तोमर ने बताया कि इस ग्रिड के लिये भूमि-पूजन फरवरी 2023 में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने किया था। करीब पाँच माह में उक्त ग्रिड तैयार होकर ऊर्जीकृत हो गया है।
- ग्रिड के निर्माण की विद्युत उपकरण सामग्री, पावर ट्रांसफार्मर, वीसीबी, केबल, कंडक्टर आदि राष्ट्रीय स्तर की एनएबीएल में परीक्षण उपरांत ही उपयोग में लाए गए।
- पहली बार ग्रिड में पैंथर कंडक्टर का उपयोग किया गया है, जो परंपरागत कंडक्टर से करीब दोगुनी क्षमता का है। कंपनी क्षेत्र में इस तरह के 97 ग्रिडों का कार्य विभिन्न चरणों में क्रियाशील है।
- आरडीएसएस के तहत बनाए जा रहे ग्रिडों एवं संबंधित लाइनों पर कुल 380 करोड़ रुपए व्यय हो रहे हैं। इससे कंपनी क्षेत्र की बिजली वितरण क्षमता करीब 500 एमवीए बढ़ जाएगी।
- ग्रिडों के साथ ही कंडक्टरों की जगह केबल, इंदौर, उज्जैन आदि के चुनिंदा स्थानों पर अंडरग्राउंड केबल, पुराने ग्रिडों का नवीनीकरण एवं क्षमता में बढ़ोतरी, पुराने कंडक्टरों की जगह नए एवं ज्यादा क्षमता के कंडक्टर लगाने, केपेसिटर बैंकों की स्थापना आदि के कार्य भी क्रमबद्ध रूप से किये जा रहे हैं।
- आरडीएसएस के तहत कार्यों की प्रति सप्ताह समीक्षा की जाती है, ताकि कार्य समय पर एवं गुणवत्ता के साथ हो। ग्रिडों के पास वाटर हार्वेस्टिंग के आदेश दिये गए हैं, ताकि ग्रिड के बोरिंग ग्रीष्मकाल में भी चलते रहें और ग्रिड में अर्थिंग के लिये पानी का संकट न आए।
हरियाणा Switch to English
अमृत भारत स्टेशन योजना : हरियाणा के 15 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास, प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इनमें हरियाणा के 15 रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि इस महत्त्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के प्रथम चरण में हरियाणा के 15 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इन स्टेशनों में अंबाला सिटी, भिवानी जंक्शन, फरीदाबाद, पटौदी रोड, हिसार, बहादुरगढ़, जींद जंक्शन, नरवाना जंक्शन, नारनौल, कालका, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा, सोनीपत तथा यमुनानगर-जगाधरी स्टेशन शामिल हैं।
- इसके अलावा, योजना के दूसरे चरण में प्रदेश के 34 स्टेशनों को भी शामिल किया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किये जाने वाले इन स्टेशनों पर वाइड कॉनकोर्स, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग रूम, वाणिज्यिक क्षेत्र और रिटेल काउंटर आदि जैसी आधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
- योजना में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट की परिकल्पना की गई है। अन्य छोटे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और उन्हें चौड़े एफओबी, अग्रभाग सुधार, प्रतीक्षा क्षेत्र, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
छत्तीसगढ़ Switch to English
प्रधानमंत्री ने 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का किया वर्चुअल शिलान्यास
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इनमें छत्तीसगढ़ के 7 रेलवे स्टेशन रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, तिल्दा-नेवरा, अकलतरा, भिलाई पावर हाउस और महासमुंद शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि इस महत्त्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना में छत्तीसगढ़ के कुल 32 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है। इन स्टेशनों के पुनर्विकास में 1660 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
- प्रधानमंत्री के इस शिलान्यास कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन शामिल हुए। उन्होंने रेलवे स्टेशनों के विकास के लिये तैयार मॉडल का अवलोकन भी किया।
- उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित की जाने वाले इन स्टेशनों पर वाइड कॉनकोर्स, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग रूम, वाणिज्यिक क्षेत्र और रिटेल काउंटर आदि जैसी आधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
- योजना में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट की परिकल्पना की गई है। अन्य छोटे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और उन्हें चौड़े एफओबी, अग्रभाग सुधार, प्रतीक्षा क्षेत्र, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
छत्तीसगढ़ Switch to English
सुब्रतो मुखर्जी कप में बस्तर ज़ोन बना ओवर आल चैंपियनशिप
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को 23वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के तहत जगदलपुर में आयोजित सुब्रतो मुखर्जी कप फुटबॉल प्रतियोगिता में बस्तर ज़ोन ने तीन वर्गों में प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए ओवर आल चैंपियनशिप पर कब्ज़ा किया।
प्रमुख बिंदु
- संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने 23वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के तहत जगदलपुर में आयोजित सुब्रतो मुखर्जी कप फुटबॉल के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया।
- चार दिवसीय इस फुटबॉल प्रतियोगिता में 14, 17 वर्षीय बालक और 17 वर्षीय बालिका तीन वर्ग में बस्तर ज़ोन में प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए ओवर ऑल चैंपियनशिप जीता। दूसरा स्थान सरगुजा जोन और तीसरा स्थान दुर्ग जोन ने प्राप्त किये।
- गौरतलब है कि बस्तर संभाग की टीम इस महीने के अंत में दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सुब्रतो मुखर्जी कप फुटबॉल प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करेगी।
छत्तीसगढ़ Switch to English
सैलानियों को जल्द मिलेगी ‘तांदुला इको फ्रेंडली टूरिज़्म पार्क’की सौगात
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संयुक्त ज़िला कार्यालय बालोद के समीप आदमाबाद में निर्माणाधीन ‘तांदुला इको फ्रेंडली टूरिज़्म पार्क’का निर्माण कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। जल्द ही सैलानियों को इस पार्क की सौगात मिलने वाली है।
प्रमुख बिंदु
- प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विकास के लिये तेजी से निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। यहाँ सैलानियों के लिये सुविधाओं सहित सुगम पहुँच का भी ध्यान रखा जा रहा है। इसी कड़ी में बालोद ज़िले की प्रमुख एवं जीवनदायिनी तांदुला नदी में निर्मित तांदुला जलाशय के तट स्थित मनोरम प्राकृतिक वादियों को सैलानियों के लिये विकसित किया जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि आदमाबाद के समीप स्थित तांदुला जलाशय का तट जंगल एवं हरे-भरे वृक्षों से आच्छादित होने तथा बेहतरीन प्राकृतिक परिवेश और जरूरी सुविधाओं से युक्त होने के कारण सैलानियों के लिये आकर्षण का केंद्र रहा है। इस पर्यटन स्थल के विकसित हो जाने से बड़ी संख्या में सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
- पार्क के सामने आकर्षक मुख्य द्वार का निर्माण किया जा रहा है। यहाँ पर्यटकों के रुकने के लिये कॉटेज, मचान, टेंट हाउस के अतिरिक्त रेस्टोरेंट, वाटर बॉडी, बुद्धा स्टेच्यू, गार्डन आदि निर्माण कार्य किया जा रहा है। यहाँ चंपा के फूलों के अलावा फलदार पौधों का रोपण भी कराया जा रहा है।
- तांदुला जलाशय पर्यटन स्थल को आकर्षक एवं सुसज्जित बनाया जा रहा है, जिससे कि छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों से भी पर्यटक यहाँ आएँ। पर्यटन स्थल में विभिन्न स्टॉल भी स्थापित किये जाएंगे। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड की पहली सेब नीति का प्रस्ताव तैयार
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2023 को कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि प्रदेश में सेब उत्पादन और मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिये पहली सेब नीति का प्रस्ताव तैयार हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- इस नीति में पाँच हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र में नए सेब के बगीचे लगाने के लिये सरकार किसानों को प्रोत्साहित करेगी। 0.2 से 20 हेक्टेयर भूमि पर किसान सेब बगीचे तैयार कर सकते हैं।
- कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि इस नीति पर प्रदेश के किसानों से भी सुझाव लिये जाएंगे। जिन्हें नीति में शामिल किया जाएगा। इसके बाद ही नीति का प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा।
- विदित है कि प्रदेश में हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर ज़िले को छोड़ शेष 11 ज़िलों के पर्वतीय क्षेत्रों में सेब का उत्पादन किया जाता है, लेकिन अभी तक उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू कश्मीर से सेब उत्पादन में पीछे हैं।
- प्रदेश में उत्तरकाशी सेब उत्पादन में अग्रणी है। कुल 25785 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 62 हज़ार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन किया जाता है।
- पहली बार सेब नीति लागू कर राज्य सरकार का उत्पादन बढ़ाने पर ज़ोर है। जिन किसानों के पास कम ज़मीन है, उन्हें भी सेब की खेती के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा।
- नीति में 0.2 हेक्टेयर से 20 हेक्टेयर तक सेब बगीचे लगाने के लिये सरकार उन्नत किस्म के सेब के पौधे मुहैया कराएगी। इसके अलावा सेब के पौधे मुहैया कराने, तकनीकी जानकारी के लिये कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
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