छत्तीसगढ़ को मिले राष्ट्रीय स्तर के दस पुरस्कार | छत्तीसगढ़ | 07 Aug 2021
चर्चा में क्यों?
6 अगस्त, 2021 को भारत सरकार द्वारा लघु वनोपज संग्रहण के क्षेत्र में मॉडल स्टेट के रूप में उभरे छत्तीसगढ़ को विभिन्न श्रेणियों में दस पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने नई दिल्ली में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को ये पुरस्कार प्रदान किये।
- भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास परिसंघ (Tribal Cooperative Marketing Development Federation of India-TRIFED) द्वारा तीन श्रेणियों- न्यूनतम समर्थन मूल्य, वन धन तथा विक्रय एवं विपणन के अंतर्गत राज्यों के प्रदर्शन का मूल्यांकन कर ये राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये गए हैं।
- प्रदेश को छह श्रेणियों में देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। राज्य में निर्मित महुआ सेनिटाइजर और ईमली चस्का को नव उत्पाद एवं नवाचार श्रेणी में पुरस्कार मिला है।
- वन धन पुरस्कार 2020-21 के तहत छत्तीसगढ़ को लघु वनोपजों के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत सर्वाधिक नए वनोपजों (52) को न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना में शामिल करने, भारत शासन की राशि से सर्वाधिक मूल्य (180.51 करोड़ रुपए) का लघु वनोपज खरीदने, केंद्र एवं राज्य शासन की राशि से सर्वाधिक मूल्य (1173 करोड़ रुपए) के लघु वनोपजों की खरीदी तथा वर्ष 2020-21 तक उपलब्ध कराई गई राशि (127.09 करोड़ रुपए) की अधिकतम उपयोगिता के लिये प्रथम पुरस्कार मिला है।
- इसी श्रेणी में सर्वाधिक सर्वेक्षण पूर्ण करने तथा वन धन विकास केंद्र क्लस्टरों के लिये सर्वाधिक प्रशिक्षण हेतु भी राज्य को तीसरा पुरस्कार मिला है।
- वन धन योजना के तहत मूल्य संवर्द्धन के लिये अधिकतम उत्पादों (121) के निर्माण तथा मूल्य संवर्धन कर उत्पादों की अधिकतम बिक्री (4.24 करोड़ रुपए) के लिये भी राज्य को पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ है।