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मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में की बड़ी घोषणा
चर्चा में क्यों?
6 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के राशि अंतरण कार्यक्रम के दौरान राज्य के किसानों के हित में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि किसान खाद-बीज के अग्रिम उठाव की तरह सोसाइटियों और गौठानों से वर्मी कंपोस्ट एवं सुपर कंपोस्ट का भी अग्रिम उठाव कर सकेंगे।
प्रमुख बिंदु
- इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर बेचने वाले पशुपालक ग्रामीणों सहित गौठान समितियों तथा महिला स्व-सहायता समूहों को कुल 5 करोड़ 38 लाख रुपए की राशि का ऑनलाइन अंतरण किया।
- इसके साथ ही उन्होंने गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को उनकी गतिविधियों के बेहतर संचालन के लिये एंडवास राशि उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना से 2 लाख 8 हज़ार से ज़्यादा लोगों को लाभ हो रहा है। इनमें 45 प्रतिशत महिलाएँ हैं। राज्य में अभी तक 10 हज़ार 591 गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 8 हज़ार 48 गौठान निर्मित हो चुके हैं।
- राज्य के 2800 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो राज्य में निर्मित एवं संचालित गौठानों की संख्या का एक-तिहाई से भी अधिक है। ये स्वावलंबी गौठान अब पशुपालक ग्रामीणों से गोबर खरीदी में स्वयं की पूंजी का निवेश करने लगे हैं।
- गोधन न्याय योजना में गोबर खरीदी के एवज में ग्रामीणों और पशुपालकों को अब तक कुल 131 करोड़ 93 लाख रुपए का भुगतान किया गया जा चुका है। गोबर खरीदी के एवज में गौठान समितियों को अब तक 48.05 करोड़ रुपए तथा महिला स्व-सहायता समूहों को 31.34 करोड़ रुपए के लाभांश का भुगतान किया जा चुका है।
- इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की गौठान और गोधन न्याय योजना की पूरे देश में चर्चा हो रही है। देश के अलग-अलग राज्य इस योजना को अपने यहाँ लागू कर रहे हैं।
- गोधन न्याय योजना को झारखंड ने जस-का-तस अपने राज्य में लागू करने का निर्णय लेते हुए इसे अपने बजट में शामिल किया है। वहीं उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहाँ के लोगों से गोबर खरीदी की योजना शुरू करने का वादा किया। इससे पहले भी संसद में कृषि मामलों की स्थायी समिति गोधन न्याय योजना को पूरे देश में लागू करने की मांग कर चुकी है।
- 4 मार्च, 2022 को भारत सरकार के थिंक-टैंक नीति आयोग ने ट्वीट करके पूरे देश को बताया है कि बस्तर और दंतेवाड़ा की महिलाएँ किस तरह महुआ-लड्डू, चाय, जैम, जेली और कुकीज जैसे खाद्य पदार्थ तैयार करके खुद को आर्थिक रूप से मज़बूत कर रही हैं।
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राष्ट्रीय सुपरक्रॉस प्रतियोगिता 2022 एवं फ्री स्टाइल मोटोक्रॉस प्रतियोगिता
चर्चा में क्यों?
5 से 6 मार्च, 2022 तक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आउटडोर स्टेडियम में दो दिवसीय राष्ट्रीय सुपरक्रॉस प्रतियोगिता, 2022 एवं फ्री स्टाइल मोटोक्रॉस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस प्रतियोगिता का आयोजन खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा छत्तीसगढ़ मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्त्वावधान में किया गया।
- इस प्रतियोगिता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए और स्टेडियम में स्वयं बाइक चलाते हुए प्रवेश कर मंच तक पहुँचे और सभी बाइकर्स तथा खेल-प्रेमी दर्शकों का उत्साहवर्द्धन किया।
- इस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बाइक राइडर्स ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में कुल 8 वर्गों में रेस आयोजित की गई। इन रेसिंग प्रतियोगिता के मध्य फ्री स्टाइल मोटोक्रॉस का प्रदर्शन विदेशी बाइकर के द्वारा किया गया।
- इस प्रतियोगिता की विभिन्न रेस में छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों के लिये भी विशेष श्रेणी रखी गई है, जिसमें केवल छत्तीसगढ़ के बाइकर को अवसर मिला।
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सुपरक्रॉस प्रतियोगिता, 2022 एवं फ्री स्टाइल मोटोक्रॉस का आयोजन रायपुर में किया गया, जो देश में पहली बार किसी आउटडोर स्टेडियम में फ्लड लाइट में आयोजित किया गया है।
- प्रतियोगिता का मूल उद्देश्य युवाओं को रोड-रेज एवं आम रास्तों पर स्टंट इत्यादि से रोकना एवं एक विशेष स्थल पर उनको मौका प्रदाय कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर देना है।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अत्यधिक लोकप्रिय, रोमांच, गति एवं साहस से भरपूर इस विशेष खेल को छत्तीसगढ़ में भी स्थापित करना छत्तीसगढ़ मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन का उद्देश्य रहा है।
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