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बिहार को नवीनगर से मिलेगी 559 मेगावाट बिजली
चर्चा में क्यों?
6 मार्च, 2022 को औरंगाबाद में नवीनगर बिजलीघर की 660 मेगावाट की तीसरी यूनिट ने लगातार 72 घंटे के ट्रायल रन को पूरा कर लिया। अब इस तीसरी यूनिट से बिहार को 559 मेगावाट बिजली मिलेगी।
प्रमुख बिंदु
- बिजलीघर को इसी महीने से व्यावसायिक उत्पादन करने की मंज़ूरी मिल जाएगी। अब नवीनगर की तीनों यूनिट चालू हो गई हैं, इस कारण बिहार को 1122 मेगावाट के बदले 1680 मेगावाट बिजली यहाँ से मिलेगी।
- दरअसल, बिजलीघर से व्यावसायिक उत्पादन के पहले किसी भी यूनिट को लगातार फुल लोड में 72 घंटे चलाना होता है। केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) के मानदंडों का पालन करते हुए नवीनगर यूनिट को सफलतापूर्वक कमीशन कर लिया गया।
- 19,412 करोड़ रुपए की लागत से सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावाट की तीन इकाइयों के साथ कुल 1980 मेगावाट की यह कोयला आधारित परियोजना बिहार के औरंगाबाद ज़िले के बारून प्रखंड में स्थित है।
- विद्युत मंत्रालय ने इस परियोजना की 84.8 प्रतिशत बिजली बिहार को आवंटित की है। बाकी बिजली उत्तर प्रदेश, झारखंड और सिक्किम को आवंटित की गई है।
- नवीनगर की पहली यूनिट का वाणिज्यिक प्रचालन 6 सितंबर, 2019 को तथा दूसरी यूनिट का 23 जुलाई, 2021 को हुआ था।
- वर्तमान में एनटीपीसी ने बिहार में कुल 76,246 करोड़ रुपए के निवेश से कुल 6 संयंत्रों द्वारा 8410 मेगावाट की विद्युत स्थापित उत्पादन क्षमता हासिल की है, जबकि बाढ़ थर्मल परियोजना की 1320 मेगावाट की परियोजना निर्माणाधीन है।
- एनटीपीसी प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने कहा कि बिहार को 5362 मेगावाट का विद्युत आवंटन है, जो नवीनगर की तीसरी यूनिट से मिलने वाली 559 मेगावाट के बाद बढ़कर 5921 मेगावाट हो जाएगा।
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