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स्टार्टअप एक्सपो-2022
चर्चा में क्यों?
5-6 फरवरी, 2022 को मौलाना आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनिट भोपाल के इंटरप्रेन्योरशिप सेल द्वारा दो दिवसीय स्टार्टअप एक्सपो-2022 का आयोजन किया गया। इस एक्सपो का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।
प्रमुख बिंदु
- इस एक्सपो के माध्यम से 17 से 25 वर्ष की आयु के युवाओं में उद्यमशीलता बढ़ाने और स्टार्टअप स्थापित करने के लिये दिशा-दर्शन देने का कार्य किया गया। मैनिट के विद्यार्थियों, देश-विदेश के उद्यमियों, निवेशकों और प्रमोटर्स को जोड़ने के लिये इंटरप्रेन्योरशिप सेल बनाया गया है।
- मुख्यमंत्री ने कहा है मध्य प्रदेश शीघ्र ही नई स्टार्टअप पॉलिसी तैयार कर उसे लागू करेगा। इसके अलावा ग्लोबल स्टार्टअप इन्वेस्टर्स समिट के विचार को भी ज़मीन पर उतारा जाएगा। इस वर्ष मध्य प्रदेश में स्थापित स्टार्टअप में से कम से कम दो स्टार्टअप को यूनिकार्न स्टार्टअप का दर्जा दिलाने के प्रयास किये जाएंगे।
- उल्लेखनीय है कि एक बिलियन डॉलर से अधिक मार्केट वैल्यू से यूनिकार्न बनते हैं। देश में इस समय 80 से अधिक यूनिकार्न बन गए हैं। एक कदम आगे बढ़ते हुए भारत में डेकाकार्न कंपनियाँ भी स्थापित होने लगी हैं। डेकाकार्न 10 बिलियन डॉलर से अधिक की मार्केट वैल्यू से संभव होता है।
- उल्लेखनीय है कि वर्तमान में मध्य प्रदेश में लगभग 1800 स्टार्टअप स्थापित हो चुके हैं। इसमें से 40 प्रतिशत स्टार्टअप महिलाओं ने स्थापित किये हैं।
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प्रोजेक्ट मीराई का वर्चुअली शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
5 फरवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने ‘प्रोजेक्ट मीराई’ का वर्चुअली शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- नीमच ज़िले के जावद विकासखंड के 20 हायर सेकंडरी शालाओं के 60 विद्यार्थियों का चयन ‘प्रोजेक्ट मीराई’ में जापानी भाषा सीखने के लिये हुआ है।
- ‘प्रोजेक्ट मीराई’ में जावद विकासखंड के 200 विद्यार्थियों का चयन किया गया था जिनका कौशल परीक्षण इन्फोसिस द्वारा ऑनलाइन किया गया।
- परीक्षण के बाद मेरिट के आधार पर 60 विद्यार्थियों का चयन किया गया, जिन्हें 7 फरवरी से जावद विकासखंड के दो क्लस्टर में प्रतिदिन 2 घंटे का ऑनलाइन एवं ऑफलाइन प्रशिक्षण देकर जापानी भाषा का कोर्स करवाया जाएगा।
- इस कोर्स के बाद विद्यार्थियों को स्नातक के लिये जापान जाने का अवसर प्राप्त होगा जहाँ ये विद्यार्थी स्नातक करने के साथ ही रोज़गार भी प्राप्त करेंगे।
- ज्ञातव्य है कि ‘प्रोजेक्ट मीराई’ इन्फोसिस स्प्रिंग बोर्ड एवं निर्माण संगठन के सहयोग से जावद क्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है।
- ‘प्रोजेक्ट मीराई’ का उद्देश्य नीमच ज़िले के इच्छुक छात्रों को जापानी भाषा में प्रशिक्षण देकर और उन्हें जापान में स्नातक की पढ़ाई करने के लिये प्रोत्साहित कर इंडो-जापानी उद्यमियों का पोषण करना है।
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