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सेवा प्रदायगी और जन अभियोग निराकरण में राजस्थान देश में अव्वल
चर्चा में क्यों?
6 जनवरी, 2023 को राजस्थान के जन अभियोग निराकरण विभाग के राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि भारत सरकार द्वारा चलाए गए अभियान ‘सुशासन सप्ताह- प्रशासन गाँवों की ओर- 2022’ के तहत राजस्थान ने दो श्रेणियों- सेवा प्रदायगी (सर्विस डिलीवरी) एवं जन अभियोग निराकरण में संपूर्ण देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
प्रमुख बिंदु
- जन अभियोग निराकरण विभाग के राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022 के दौरान चलाए गए ‘सुशासन सप्ताह- प्रशासन गाँवों की ओर’ अभियान के दौरान संपूर्ण देश में जन अभियोग (Public Grievances)के 53 लाख 80 हज़ार प्रकरण निस्तारित किये गए, जिसमें से राजस्थान ने 23 लाख 36 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- सेवा प्रदायगी (Service Delivery) के पूरे देश में वर्ष 2022 में अभियान के दौरान 310 लाख प्रकरण निस्तारित हुए, जिसमें से राजस्थान ने सेवा प्रदायगी के 149 लाख आवेदन निस्तारित कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- उन्होंने बताया कि सेवा प्रदायगी में ज़िला अलवर 16 लाख 45 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर प्रथम स्थान पर जबकि जयपुर 14 लाख 53 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर द्वितीय तथा सीकर ज़िला 12 लाख 92 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर तृतीय स्थान पर रहा।
- इसी प्रकार जन अभियोग निराकरण में ज़िला जयपुर 2लाख 62 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर प्रथम स्थान पर, जोधपुर एक लाख 19 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर द्वितीय और अलवर ज़िला एक लाख 17 हज़ार प्रकरण निस्तारित कर तृतीय स्थान पर रहा।
- उल्लेखनीय है कि राज्य को अग्रणी बनाने में जन अभियोग निराकरण विभाग के राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग द्वारा प्रत्येक माह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की जाने वाली संभाग स्तरीय समीक्षा का बहुत बड़ा योगदान रहा। इससे फील्ड के अधिकारियों में आमजन की परिवेदनाओं के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि हुई।
- राज्य स्तरीय जन अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने कहा कि जन शिकायतों के निवारण के लिये राजस्थान संपर्क पोर्टल पर 24×7 शिकायत दर्ज करने की सुविधा दी गई है तथा मिशन मोड में प्रत्येक माह में त्रिस्तरीय जनसुनवाई ग्राम स्तर, उपखंड स्तर एवं ज़िला स्तर पर की जा रही है।
- निदेशक लोक सेवाएँ एवं संयुक्त शासन सचिव डॉ. ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन की स्थापना के लिये लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी को अधिनियमित करने वाले अग्रणी राज्यों में रहते हुए राजस्थान वर्ष 2011 में राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम लाने के साथ ही 2012 में सुनवाई का अधिकार अधिनियम लाने वाला प्रथम राज्य है।
- उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में आमजन को राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम के तहत अधिसूचित 308 सेवाओं की समयबद्ध प्रदायगी के साथ ही त्वरित एवं पारदर्शी व्यवस्था के तहत 624 सेवाओं की प्रदायगी ऑनलाइन की जा रही है, ताकि आमजन को दूरस्थ कार्यालयों में बार-बार चक्कर नहीं लगाना पड़े।
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पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव
चर्चा में क्यों?
6जनवरी, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के रावण का चबूतरा मैदान में ‘पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव’ का उद्घाटन किया। ‘विकासशील राजस्थान-उद्यमशील राजस्थान’की मुख्य थीम पर केंद्रित 33वाँ उत्सव 15 जनवरी तक चलेगा।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उत्सव में केंद्रीय पंडाल, औद्योगिक प्रदर्शनी, विकास प्रदर्शनी, सी-वर्ल्ड, आदिदेव महादेव की प्रतिमा आदि का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शित उत्पादों व मॉडल्स आदि की जानकारी लेकर लोगों का हौसला बढ़ाया।
- यह आयोजन जोधपुर ज़िला प्रशासन, ज़िला उद्योग केंद्र उद्यम प्रोत्साहन संस्थान, जयपुर तथा नोडल एजेंसी मरुधरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
- इसमें लगभग 750 स्टॉल्स स्थापित हैं। इसमें देश के 18 राज्यों से 700 से अधिक हस्तशिल्पी हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा केंद्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा उत्सव में अपने स्टेक होल्डर को विपणन सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
- इस बार उत्सव की मुख्य थीम ‘विकासशील राजस्थान - उद्यमशील राजस्थान’ है। इसे परिलक्षित करते हुए केंद्रीय पंडाल में औद्योगिक क्षेत्र में विकसित की गई आधारभूत सुविधाओं एवं क्षेत्र के समग्र औद्योगिक विकास का दिग्दर्शन कराने वाली औद्योगिक परियोजनाओं के मॉडल्स का सुंदर प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ ही राजस्थान के विकास एवं गांधीवादी विचारधारा प्रदर्शित करने हेतु जीवंत पैनोरमा आकर्षण का केंद्र होगा।
- इस उत्सव का सूत्रपात 33 वर्ष पूर्व जोधपुर सूचना केंद्र में एक लघु औद्योगिक प्रदर्शनी के रूप में हुआ था। इसके अगले वर्ष पुराने स्टेडियम में इसने उद्योग मेले का स्वरूप पाया। वर्ष 1991 में मात्र 80 स्टॉल्स के साथ प्रारंभ यह उत्सव निरंतर व्यापकता पाता गया।
- इस बार उत्सव स्थल पर राजस्थान के अधिकांश ज़िलों के अलावा विभिन्न राज्यों यथा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, पश्चिम बंगाल एवं उत्तराखंड आदि के लघु-कुटीर औद्योगिक व हस्तशिल्प इकाइयों को अपनी भागीदारी निभाते हुए अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय का लाभ प्राप्त होगा।
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