न्यू ईयर सेल | 50% डिस्काउंट | 28 से 31 दिसंबर तक   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Dec 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

विधिक एवं चिकित्सकीय शिविर

चर्चा में क्यों?

5 दिसंबर, 2021 को आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पिथौरागढ़ में विधिक एवं चिकित्सकीय शिविर का आयोजन किया गया है। 

प्रमुख बिंदु

  • इस शिविर का उद्घाटन केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजीजू, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित और उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने किया।
  • इस शिविर में विभिन्न विभागों की ओर से स्टॉल लगाए गए हैं। इसके अलावा चिकित्सा विभाग की ओर से स्टॉल लगाकर मरीजों की जाँच की जा रही है। 
  • न्याय तक पहुँच के लिये 2 अक्टूबर से 14 नवंबर तक विभिन्न गांव में विधिक शिविर आयोजित कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया। 
  • केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि देश की अदालतों का डिजिटलाइजेशन किया जाना है। इसके साथ ही उनमें अन्य जरूरी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएंगी। केंद्र सरकार ने 9 हज़ार करोड़ रुपए स्वीकृत किये हैं।

उत्तराखंड Switch to English

दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा

चर्चा में क्यों?

4 दिसंबर, 2021 को उत्तराखंड के देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जंक्शन से देहरादून तक), चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट देहरादून का शिलान्यास किया। दून में अत्याधुनिक इत्र और सुगंध प्रयोगशाला (सुगंधित पौधों के लिये केंद्र) का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड को कुल 18,000 हज़ार करोड़ रुपए की सौगात दी।

प्रमुख बिंदु

  • दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 175 किमी. होगी। करीब 8,600 करोड़ रुपए की लागत से हाईवे बनाया जाएगा। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा एवं निवेश को प्रोत्साहन देने के लिये हाईवे बनाया जा रहा है। 
  • दिल्ली-देहरादून के बीच सड़क से यात्रा का समय आठ घंटे से घटकर करीब ढाई घंटे का सफर हो जाएगा। 
  • वन्यजीवों के अवरोधरहित आवागमन के लिये यह एशिया का सबसे बड़ा 12 किमी. वन्यजीव एलिवेटेड कॉरिडोर होगा।
  • इस एक्सप्रेस-वे में 500 मीटर के अंतराल पर 750 वे अधिक वर्षा जल संचयन तथा वाटर रिचार्ज प्वाइंट होंगे। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से हरिद्वार की दूरी महज 51 किमी. हो जाएगी, जो करीब 2082 होगी। इस रूट से दिल्ली के लिये हरिद्वार से कनेक्टिविटि आसान हो जाएगी, जिससे सफर का समय घटेगा। इसमें छह इंटरचेंज, चार फ्लाईओवर, छह प्रमुख पुल, 10 माइनर एवं दो आरओरी तथा 10 वीयूपी होंगे।
  • आशारोड़ी से गणेशपुर तक तक वन्यजीव बाहुल क्षेत्र है। डाटकाली से गणेशपुर तक एक्सप्रेस-वे एलिवेटड है, इसलिये जंगली जानवरों को क्रॉसिंग में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। आशारोड़ी से डाटकाली तक 200 मीटर के दो अंडरपास, 15 से 20 मीटर के छह पुल भी बनेंगी, ताकि जंगली जानवर आसानी से आसानी से आर-पार कर सके। 
  • गणेशपुर (सहारनपुर) से सवा किमी. एक्सप्रेस-वे पुराने हाईवे के सामांतर बनेगा। इससे आगे डाटकाली तक 14 किमी. का एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बरसाती नदी के ऊपर बनेगा। डाटकाली में एक और सुरंग बनेगी। छह लेन वाली यह सुरंग 340 मीटर की होगी। यह टनल पहले बनी टनल के सामांतर बनेगी। इस स्थान पर पहले से दो सुरंग बनी हुई है।
  • एक्सप्रेस-वे का पहला पार्ट दिल्ली अक्षरधाम से बागपत के पास तक, दूसरा पार्ट बागपत से सहारनपुर बाइपास है। सहारनपुर से गणेशपुर तक पहले ही छह लेन एक्सप्रेस-वे बना है। गणेशपुर से आशारोड़ी तक तीसरा पार्ट है। इसका काम अगले महीने से शुरू हो जाएगा।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2