उत्तर प्रदेश Switch to English
मंत्र (MaNTrA) ट्रैकिंग ऐप
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर 5000 नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्रों, 15 बीएसएल-2 प्रयोगशालाओं तथा माँ-नवजात ट्रैकिंग ऐप (मंत्र) 'MaNTrA' का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर उन्होंने मातृ स्वास्थ्य एवं टीकाकरण सेवाओं में उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान करने वाली एएनएम को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें विभिन्न जनपदों में कार्यरत एएनएम शामिल हैं।
- इन 5000 नवीन उनकेंद्रों, 15 बीएसएल-2 प्रयोगशालाओं तथा माँ-नवजात ट्रैकिंग ऐप 'MaNTrA' के लोकार्पण से नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
- यह स्वास्थ्य उपकेंद्र स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों और पिछड़े जनपदों में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।
- एक स्वास्थ्य उपकेंद्र 5,000 की आबादी को सुविधा प्रदान करने के लिये स्थापित किया जाता है। ये उपकेंद्र महत्त्वाकांक्षी एवं अन्य पिछड़े जनपदों में काफी बड़ी संख्या में स्थापित किये जा रहे हैं।
- इन 5,000 स्वास्थ्य उपकेंद्रों से एक वर्ष में ढाई से तीन करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
- इन उपकेंद्रों से महिलाओं और बच्चों के साथ ही, अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं घर के निकट प्राप्त हो सकेंगी। बच्चों के टीकाकरण में इन स्वास्थ्य उपकेंद्रों की विशेष भूमिका होगी।
- 15 जनपदों में बीएसएल लैब के लोकार्पण के बाद प्रदेश के सभी 75 जनपदों में आरटीपीसीआर जाँच सुविधा संपन्न लैब क्रियाशील हो जाएंगी, जो कि वायरस से होने वाली बीमारियों की जाँच सुविधा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। प्रदेश में प्रतिदिन 4 लाख जाँच की क्षमता विकसित की जा चुकी है।
बिहार Switch to English
बिहार में विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने नगर विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने पटना में मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में नगर विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।
- नीतिश कुमार ने स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत 15 योजनाओं का शिलान्यास एवं 12 योजनाओं का उद्घाटन किया।
- कार्यक्रम के दौरान नगर विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं से संबंधित वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया।
- इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के द्वारा पं. दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लाभान्वित स्वयं सहायता समूहों (479) को 81 लाख 50 हज़ार रुपए की कुल राशि ऋण के रूप में वितरित की गई।
राजस्थान Switch to English
जिनोम सीक्वेंसिंग से ओमिक्रॉन वायरस की पुष्टि
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को राजस्थान में दक्षिण अफ्रीका से आए परिवार की जिनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में 9 व्यक्ति कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से ग्रसित पाए गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि विभाग ने दक्षिण अफ्रीका से आए परिवार को पूर्व में ही आरयूएचएस में भर्ती करवा दिया था। उनके संपर्क में आए 5 अन्य लोग भी संक्रमित पाए गए हैं, इन्हे भी आरयूएचएस में एडमिट किया जा रहा है।
- सचिव ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका से आए परिवार सहित उनके संपर्क में आए 34 लोगों के सैंपल लिये गए थे, जिनमें से 9 लोग कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि बाकी 25 लोग निगेटिव हैं।
- इस दक्षिण अफ्रीकी परिवार के संपर्क में सीकर ज़िले के अजीतगढ़ का एक परिवार भी आया था। विभाग ने सीकर में उन सभी 8 लोगों की भी ट्रेसिंग की। वे सभी निगेटिव पाए गए हैं।
- उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में खोजे गए कोविड-19 के B.1.1.1.529 स्ट्रेन की ‘वैरिएंट्स ऑफ कंसर्न’ (Variants of Concern- VOC) के रूप में पहचान की है।
- इस वायरस का सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पता चला था और इसके नाम को परिवर्तित करके ओमिक्रॉन (Omicron) कर दिया गया।
- ओमिक्रॉन को विश्व स्तर पर प्रमुख डेल्टा प्लस और इसके कमज़ोर प्रतिद्वंद्वियों अल्फा, बीटा एवं गामा के साथ-साथ कोविड-19 वैरिएंट की सबसे अधिक चिंताजनक श्रेणी में रखा गया है।
- हालाँकि इस बात का कोई विश्वसनीय अनुमान नहीं है कि पिछले वायरस स्ट्रेन की तुलना में यह ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना अधिक संक्रामक है।
- दक्षिण अफ्रीका के अलावा, इज़रायल में मलावी, बोत्सवाना, बेल्जियम और हॉन्गकॉन्ग से आने वाले लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान की गई है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने उन देशों (जहाँ पहली बार उनकी पहचान की गई) के स्थान पर ग्रीक वर्णमाला के अक्षरों के आधार पर वैरिएंट का नाम देने का पैसला किया है।
- डब्ल्यूएचओ ने Mu और Omicron के बीच दो अक्षरों Nu या Xi के बजाय ओमिक्रॉन नाम का चयन किया।
राजस्थान Switch to English
ओपन थिएटर का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को राजस्थान खेल मंत्री अशोक चांदना ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर के ओपन थिएटर का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- प्रो. अमेरिका सिंह ने विश्वविद्यालय के ओपन थिएटर एवं इस पर होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रकार के ओपन थिएटर भारत के कुछ प्रमुख विश्वविद्यालयों में ही स्थित हैं।
- यहाँ पर विश्वविद्यालय के कला, संगीत एवं सांस्कृतिक के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
- गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2020 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने इसी विश्वविद्यालय में प्रदेश के पहले संविधान पार्क का शिलान्यास किया और 26 नवंबर, 2021 को संविधान दिवस पर इस पार्क का लोकार्पण किया।
मध्य प्रदेश Switch to English
तीन चरणों में होंगे पंचायत चुनाव
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन वर्ष 2021-22 के लिये निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु
- आयुक्त ने बताया कि निर्वाचन की घोषणा होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है, जो कि परिणाम घोषित होने तक प्रभावशील रहेगी।
- आदर्श आचरण संहिता के प्रावधान राजनीतिक दलों, अभ्यर्थियों, शासकीय विभागों एवं कर्मियों तथा त्रि-स्तरीय पंचायतों के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लागू होगी।
- यद्यपि पंचायत निर्वाचन गैर-दलीय आधार पर हो रहे हैं, परंतु आचार संहिता के प्रावधान राजनीतिक दलों पर सामान्य रूप से लागू होंगे।
- मतदान तीन चरणों में 6 जनवरी, 28 जनवरी और 16 फरवरी, 2022 को होंगे।
- मतदान (यदि आवश्यक हो) प्रथम चरण के लिये 6 जनवरी, 2022, द्वितीय चरण के लिये 28 जनवरी, 2022 और तृतीय चरण के लिये 16 फरवरी, 2022 को सुबह 7 बजे से अपराह्न 3 बजे तक होगा।
- मतदान केंद्र पर पंच और सरपंच पद के लिये मतगणना मतदान समाप्ति के तुरंत बाद की जाएगी।
- जनपद पंचायत सदस्य एवं ज़िला पंचायत सदस्य की विकासखंड मुख्यालय पर ईवीएम से मतगणना प्रथम चरण के लिये 10 जनवरी, 2022 द्वितीय चरण के लिये 1 फरवरी, 2022 और तृतीय चरण के लिये 20 फरवरी, 2022 को सुबह 8 बजे से की जाएगी।
- पंच और सरपंच पद के निर्वाचन परिणाम की घोषणा प्रथम चरण के लिये 11 जनवरी, 2022, द्वितीय चरण के लिये 2 फरवरी, 2022 और तृतीय चरण के लिये 21 फरवरी, 20222 को सुबह 10:30 बजे से की जाएगी।
- जनपद पंचायत सदस्य के लिये निर्वाचन परिणाम की घोषणा प्रथम, द्वितीय और तृतीय चरण के लिये 22 फरवरी, 2022 को और ज़िला पंचायत सदस्यों के लिये 23 फरवरी, 2022 को सुबह 10:30 बजे से की जाएगी।
मध्य प्रदेश Switch to English
टंट्या भील बलिदान दिवस
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पातालपानी में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर अष्टधातु से निर्मित जननायक टंट्या मामा की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रमुख बिंदु
- राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने जननायक टंट्या मामा के वंशजों और परिजन हीरालाल सिरसाठे, ललिता बाई, दरियाव एवं रेशम बाई वासुदेव, छोगालाल सिरसाठे, रेखा बाई सिरसाठे, राधूलाल और सुंदर बाई का शॉल, श्रीफल और मोतियों की माला पहनाकर सम्मान किया।
- पातालपानी में 4 करोड़ 55 लाख रुपए की लागत से नवतीर्थस्थल बनाया जाएगा। यहाँ ध्यान केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहाँ वीरता की उपासना की जाएगी, जो आने वाली पीढ़ियों को देश-भक्ति की प्रेरणा देगा।
- नवतीर्थस्थल में लाइब्रेरी, व्यू पॉइंट, पाथ-वे के साथ जनजातीय म्यूज़ियम और जननायक टंट्या मामा वाटिका भी बनेगी। साथ ही अब से पातालपानी में हर वर्ष 4 दिसंबर, 2021 को जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर मेला आयोजित होगा।
- टंट्या भील का जन्म सन् 1840 में तत्कालीन मध्य प्रांत के पूर्वी निमाड़ (खंडवा ज़िले) की पंधाना तहसील के बड़दाअहीर गांव में भाऊसिंह भील के घर पर हुआ था। कहीं-कहीं पर सन् 1842 में इनके जन्म का उल्लेख भी मिलता है।
- टंट्या भील का वास्तविक नाम तॉतिया था। उन्हें प्यार से टंट्या मामा के नाम से भी बुलाया जाता था। उन्हें सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा आदरपूर्वक ‘मामा’ कहा जाता था।
- टंट्या भील को कुछ विश्वस्त लोगों के विश्वासघात के कारण अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें इंदौर में ब्रिटिश रेजीडेंसी क्षेत्र में सेंट्रल इंडिया एजेंसी जेल में रखा गया था। बाद में जबलपुर जेल में रखा गया। सत्र न्यायालय जबलपुर ने उन्हें 19 अक्टूबर, 1889 को फाँसी की सजा सुनाई और फिर 4 दिसंबर, 1889 को फाँसी दी गई।
- फाँसी के पश्चात् इंदौर के पास खंडवा रेल मार्ग पर पातालपानी रेलवे स्टेशन के नजदीक आसपास के गांवों में विद्रोह भड़कने के डर से चुपचाप रात में उनके शव को उस स्थान, जहाँ पर उनके लकड़ी के पुतले रखे थे, फेंककर अर्थात् रखकर चले गए।
- इस स्थान अर्थात् पातालपानी को आज ‘टंट्या भील की समाधि स्थल’ के नाम से जाना जाता है।
मध्य प्रदेश Switch to English
राज्यों के परिवहन मंत्रियों की कार्यशाला गोवा में संपन्न
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा नीति आयोग के सहयोग से हरित मोबिलिटी को बढ़ावा देने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2030 तक एक बिलियन कार्बन उत्सर्जन को कम करने की प्रतिबद्धता के चलते राज्यों के परिवहन मंत्रियों की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें मध्य प्रदेश के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी भाग लिया।
प्रमुख बिंदु
- इस कार्यशाला में मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन क्षेत्र को कार्बन मुक्त करने एवं पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिये यातायात के साधनों में डीजल एवं पेट्रोल के स्थान पर अधिक-से-अधिक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के विकल्पों को अपनाया जाएगा। पर्यावरण के संरक्षण के लिये अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के उपयोग एवं निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये प्रभावी कार्ययोजना बनाकर इस योजना को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। 2030 तक वाहनों की कुल बिक्री में कम-से-कम 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों का लक्ष्य रखा गया है।
- मध्य प्रदेश सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिये वाहनों के क्रय पर मोटर यान कर एवं पंजीयन शुल्क में छूट दे चुकी है। प्रदेश में विभिन्न वर्गों के 34 हज़ार 500 इलेक्ट्रिक वाहनों पर ‘प्रथम आओ प्रथम पाओ’ के तहत लाइफटाइम टैक्स एक फीसदी की न्यूनतम दर से लिया जा रहा है।
- इस कार्यशाला में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडे, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल सिंह, नीति आयोग के सचिव अभिताभ कांत, केंद्रीय उद्योग सचिव अभय गोयल सहित सभी राज्यों के परिवहन मंत्री उपस्थित थे।
- मध्य प्रदेश परिवहन एवं राजस्व मंत्री ने कार्यशाला में बताया कि मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश के प्रमुख नगरों में 200 से 300 किमी. के मध्य सावर्जनिक परिवहन के रूप में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन संबंधी योजना बनाने जा रही है। इसके साथ ही ई-वाहन के उपयोग को सुगम बनाने के लिये यात्रा के दौरान भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर जैसे संभागीय स्थानों पर 250 ई-ह्वीकल चार्ज़िग स्टेशन बनाए जाने की योजना है।
- ई-वाहन खरीदने के लिये आम जनता को फेम 2 योजना में सब्सिडी प्रदान करना चाहिये ताकि इनकी कीमत पेट्रोल-डीजल से चलित वाहनों की तुलना में अधिक न हो और उनसे प्रतिस्पर्द्धात्मक हो जाए।
- ई-वाहनों के चार्ज़िग स्टेशन की उपलब्धता के लिये 25 प्रतिशत पेट्रोल पंपों को चिह्नित कर चार्ज़िग स्टेशन की स्थापना अनिवार्य करना चाहिये। इसके साथ ही ई-वाहन निर्माण के क्षेत्र में रोज़गार की भी प्रबल संभावनाएँ हैं, जिससे प्रदूषण के साथ प्रदेश के युवाओं को रोज़गार भी मिल सकेगा।
मध्य प्रदेश Switch to English
नवीन आदर्श ग्राम योजना
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्र सरकार ने जनजातीय ग्रामों के एकीकृत विकास के लिये मध्य प्रदेश के लिये नवीन आदर्श ग्राम योजना स्वीकृत की है।
प्रमुख बिंदु
- इसमें अधोसंरचना, सामाजिक-आर्थिक सूचकांकों में सुधार, जनजातीय वर्ग के कल्याण और जनप्रतिनिधियों के क्षमता विकास के कार्य होंगे।
- मध्य प्रदेश में इस योजना को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के अभिसरण (कन्वर्जेंस) के माध्यम से लागू किया जाएगा।
- योजना में ऐसे ग्राम, जिनकी कम-से-कम 50 प्रतिशत जनसंख्या जनजातीय वर्ग की है और ऐसी जनसंख्या कम-से-कम 500 है, का चयन कर विभिन्न कार्य किये जाएंगे। कुल 7307 ग्रामों का चयन किया गया है।
- इसमें केंद्र से शत-प्रतिशत अनुदान सहायता मिलेगी। प्रथम चरण में 1204 ग्रामों में कार्य होंगे। इन ग्रामों में से प्रदेश में श्रेष्ठ कार्यों के लिये तीन ग्राम चयनित कर 5-5 लाख रुपए के पुरस्कार भी दिये जाएंगे।
- राष्ट्रीय स्तर पर भी सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिये तीन ग्रामों का चयन होगा, जिन्हें 10-10 लाख रुपए के पुरस्कार दिये जाएंगे।
हरियाणा Switch to English
करनाल में 5 परियोजनाओं का उद्घाटन तथा 4 परियोजनाओं का किया गया शिलान्यास
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के करनाल ज़िले में विकास से जुड़ी करीब 190 करोड़ रुपए की 9 भिन्न-भिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- करनाल में जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है, उनमें से एक 16 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित नगर निगम का नया भवन और इसी भवन के दूसरे तल पर 153 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र है।
- अन्य परियोजनाओं में करनाल स्मार्ट सिटी के पार्कों में 4.5 करोड़ रुपए की लागत से बने ओपन एयर जिम का भी उद्घाटन किया गया।
- इसी प्रकार सेक्टर-6, 13 व 14 में 2 करोड़ 34 लाख रुपए ग्रीन बेल्ट पार्कों का शिलान्यास किया गया।
- नमस्ते चौक से मीरा घाटी चौक तक 4 करोड़ 83 लाख रुपए की विकास एवं सौंदर्यकरण कार्य का शिलान्यास व 4 करोड़ 86 लाख रुपए से हांसी चौक से लेकर नमस्ते चौक तक सड़क के सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास किया गया।
- करनाल में रामनगर व बूढ़ा खेड़ा में 71 लाख 23 हज़ार रुपए की लागत से बनने वाली डिजिटल लाइब्रेरी का भी शिलान्यास किया गया।
- मुख्यमंत्री द्वारा नीलोखेड़ी के सामान्य अस्पताल में 250 लीटर प्रति मिनट क्षमता तथा घरौंडा की सी.एच.सी. में 600 लीटर प्रति मिनट क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट का भी उद्घाटन किया गया।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि तीसरी आँख के इस प्रोजेक्ट से शहर की सुरक्षा, निगरानी और यातायात व्यवस्थित रहेगा, जाम से मुक्ति मिलेगी। आई.सी.सी.सी. 24 घंटे काम करेगा।
- उल्लेखनीय है कि ए.टी.सी.एस. के तहत 105 थर्मल कैमरे, आई.टी.एम.एस. में 35 चौराहों पर 211 कैमरे, 10 स्थानों पर स्पीड वायलेशन कैमरे, 300 से अधिक सी.सी.टी.वी. कैमरे, 35 वेरिएबल मैसेज़ बोर्ड तथा 2 जगहों पर एनवायरनमेंट सेंसर लगाए गए हैं।
हरियाणा Switch to English
हिसार ज़िले में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हिसार ज़िले से संबंधित 500 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया है।
प्रमुख बिंदु
- इन परियोजनाओं के तहत विभिन्न सड़कों का निर्माण, तालाबों का सुधारीकरण, भवन निर्माण, गलियों का निर्माण तथा गांव ढंढूर स्थित 16,632 एमटी गोदाम एवं कार्यालय का उद्घाटन किया गया है।
- उप-मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों के आवागमन की बेहतर सुविधा के लिये 50 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित विभिन्न 20 संपर्क सड़कों का उद्घाटन किया।
- इसके अतिरिक्त 271 किमी. लंबी 33 अन्य सड़कों के सुधारीकरण के कार्य का भी शुभारंभ किया, जिस पर 206 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की जाएगी।
- उन्होंने 19 करोड़ रुपए की लागत से तीन भवनों के निर्माण कार्य, ग्रामीण क्षेत्र के लिये 126.12 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित 26 ग्रामीण ज्ञान केंद्र, 35 आँगनबाड़ी केंद्र, 10 ग्राम सचिवालय, 47 गलियों का निर्माण तथा 15 विभिन्न विकास कार्यों की मरम्मत संबंधी कार्यो का उद्घाटन किया।
- उप-मुख्यमंत्री ने हिसार के दक्षिणी पेरिफेरल रोड पर सातरोड गांव के समीप बालसंमद डिस्ट्रीब्यूट्री के साथ रेलवे ओवरब्रिज का शिलान्यास भी किया। इसके निर्माण कार्य पर 34 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
- उन्होंने हिसार हवाई अड्डे पर फेज-3 में कई कार्यों का शिलान्यास किया, जिसमें बुर्जस तथा बार्बेड वायर फेंसिंग कार्य शामिल हैं। इन कार्यों पर 285.89 लाख रुपए की लागत आएगी।
- इसके अतिरिक्त उन्होंने बरवाला में 948.51 लाख रुपए तथा हांसी में 629.91 लाख रुपए की राशि से बनने वाले नए विश्राम गृह का भी शिलान्यास किया।
- ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात की सुविधाएँ बेहतर बनाने के लिये उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हिसार-मंगाली-स्याहड़वा तथा अग्रोहा-आदमपुर रोड के फॉरलेनिंग कार्य का शिलान्यास किया।
- इनके अलावा हिसार-खानक रोड, लक्ष्मीबाई चौक से मलिक चौक, हिसार से रायपुर रोडके फॉरलेनिंग कार्य का उद्घाटन किया।
- इस प्रकार हिसार ज़िले में कुल मिलाकर 90 किमी. की 20 से अधिक सड़क मार्गों का उद्घाटन तथा 271 किमी. लंबी 33 सड़कों का शिलान्यास किया किया।
झारखंड Switch to English
लोयोला स्कूल देश के टॉप 100 में
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रमुख शिक्षा समाचार पत्रिका द्वारा किये गए एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में, एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया, लोयोला स्कूल, जमशेदपुर को देश के शीर्ष 100 स्कूलों में स्थान दिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- सर्वेक्षण वार्षिक एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग (EWISR) 2021-22 के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। टॉप 100 की लिस्ट में लोयोला ने 87वां रैंक हासिल किया है।
- सर्वेक्षण विभिन्न मानकों पर किया गया, जिसमें अकादमिक प्रतिष्ठा, सह-पाठ्यचर्या शिक्षा, खेल शिक्षा, शिक्षकों की गुणवत्ता, शिक्षक-छात्र अनुपात, नेतृत्व की गुणवत्ता, माता-पिता की भागीदारी, बुनियादी ढाँचा, पूर्व छात्रों की गुणवत्ता, अखंडता और चयन के लिये प्रतिष्ठा प्रवेश आसानी और पारदर्शिता शामिल है।
- 1947 में केवल 34 लड़कों के साथ शुरू हुआ लोयोला स्कूल, इस साल अपनी प्लेटिनम जुबली मना रहा है। स्कूल की स्थापना जनवरी 1947 में कोलकाता के दो जेसुइट्स, फादर सेसिल लीमिंग और फादर रॉबर्ट ड्रगमैन द्वारा की गई थी।
झारखंड Switch to English
सीसीएल और झारखंड चिड़ियाघर प्राधिकरण के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को झारखंड की राजधानी में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) और झारखंड चिड़ियाघर प्राधिकरण के बीच 36 लाख रुपए के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए।
प्रमुख बिंदु
- एमओयू की शर्तों के तहत सीसीएल कंपनी की सीएसआर पहल के एक हिस्से के रूप में रांची के भगवान बिरसा बायोलॉजिकल पार्क में तीन साल के लिये शेरों और बाघों की एक जोड़ी को गोद लेगा। सीसीएल तीन साल तक पशुओं के रख-रखाव, भोजन और स्वास्थ्य से संबंधित सभी खर्चों को वहन करेगी।
- जीएम (सीएसआर), सीसीएल, बाला कृष्णा लाडी और प्रधान मुख्य वन संरक्षक और निदेशक भगवान बिरसा जैविक उद्यान, जब्बर सिंह ने दोनों संगठनों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- इस अवसर पर सीसीएल के सीएमडी, पीएम प्रसाद ने कहा कि कंपनी टिकाऊ खनन के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करने के लिये प्रतिबद्ध है।
- वन्यजीव संरक्षण पर्यावरण संरक्षण का एक महत्त्वपूर्ण पहलू है। जानवरों को गोद लेने से जानवरों के संरक्षण के महत्त्व के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी।
- सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड का मुख्यालय दरभंगा हाउस, रांची में है, जो महारत्न कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनियों में से एक है। झारखंड के आठ ज़िलों में इसकी परिचालन खदानें हैं। सीसीएल ने पर्यावरण संरक्षण और हितधारकों के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिये विभिन्न पहल की हैं।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ का प्रथम मखाना प्रसंस्करण
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की राशि के अंतरण कार्यक्रम में रायपुर ज़िले के आरंग विकासखंड के ग्राम लिंगाडीह में छत्तीसगढ़ के प्रथम मखाना प्रसंस्करण केंद्र ‘मखाना खेती, प्रसंस्करण एवं विपणन केंद्र’ का वर्चुअल शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के राशि अंतरण कार्यक्रम में ‘गोधन न्याय मिशन’ के सुचारू संचालन के लिये 50 लाख रुपए की राशि जारी की।
- इस अवसर पर उन्होंने लिंगाडीह के ओजस फार्म में मखाने की खेती प्रारंभ करने वाले स्वर्गीय कृष्ण कुमार चंद्राकर दाऊ जी के नाम पर इस फार्म में उत्पादित मखाना की ‘दाऊजी’ ब्रांड नाम से लॉन्चिंग की।
- लिंगाडीह के ‘मखाना खेती, प्रसंस्करण एवं विपणन केंद्र’ द्वारा किसानों को मखाना खेती हेतु नि:शुल्क तकनीकी जानकारी, मखाना प्रक्षेत्र का समय-समय पर भ्रमण कराया जाता है और खेती का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- इस केंद्र द्वारा किसानों के लिये मखाना बीज की उपलब्धता के साथ-साथ मखाने की खरीदी भी की जाती है।
- तालाब के साथ-साथ एक से डेढ़ फीट गहरे खेत में मखाने की खेती की जा सकती है। मखाने की खेती से प्रति एकड़ लगभग 70 हज़ार रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया जा सकता है।
- बिहार के मिथिला क्षेत्र की पहचान से जुड़े मखाना की खेती छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और महासमुंद के बेहद सीमित क्षेत्र में की जा रही है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ को मिला मोस्ट इंप्रूव्ड स्टेट इन एनवायरनमेंट अवार्ड
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को इंडिया टुडे स्टेट ऑफ स्टेट्स 2021 कान्क्लेव में मोस्ट इंप्रूव्ड स्टेट इन एनवायरनमेंट कैटेगरी में छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार से नवाज़ा गया है। इंडिया टुडे के सीनियर एसोसिएट एडिटर राहुल नरोन्हा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह पुरस्कार सौंपा।
प्रमुख बिंदु
- इंडिया टुडे द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य वर्ष 2018 में 17वें, वर्ष 2019 में 6वें तथा वर्ष 2020 में दूसरे पायदान पर रहते हुए वर्ष 2021 में पहले पायदान पर है।
- इसी तरह इंडिया स्टेट ऑफ दी फारेस्ट रिपोर्ट के अनुसार राज्य के वन क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किये गए कार्यों की यह एक बड़ी उपलब्धि है।
- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वातावरण में वायु की गुणवत्ता जाँचने के लिये 18 वायु गुणवत्ता स्टेशन स्थापित किये गए हैं।
- वायु प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित तीन प्रमुख नगर निगमों- रायपुर, भिलाई, कोरबा में राष्ट्रीय साफ वायु प्रोग्राम के तहत माइक्रो एक्शन प्लान तैयार किये गए हैं।
- वायु में सल्फर की मात्रा 37 प्रतिशत तक कम हो गई है। यह 2016 में 26.02 माइक्रोग्राम थी, जो 2020 में घटकर 16.34 माइक्रोग्राम हो गई। इसी प्रकार दैनिक नाइट्रोजन डाइऑक्साइड सकेंद्रण में भी 17 प्रतिशत की कमी आई है। यह 24.11 माइक्रोग्राम से घटकर 19.88 माइक्रोग्राम रह गई है।
- इसी तरह राज्य सरकार ने वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग प्रोग्राम के तहत राज्य की 7 प्रमुख नदियों में पानी की गुणवत्ता जाँचने के लिये 27 स्टेशन स्थापित किये हैं। इनमें 5 प्रमुख नदियों- खारून, महानदी, हसदेव, केलो और शिवनाथ का पानी पीने योग्य पाया गया है। इसके अलावा पानी की गुणवत्ता जाँचने के लिये 10 स्टेशन बनाए जा रहे हैं।
- छत्तीसगढ़ की लगभग 28.8 मिलियन आबादी में 6 मिलियन लोग शहरी क्षेत्रों में निवास करते हैं। शहरी क्षेत्रों से लगभग एक हज़ार 650 टन ठोस कचरा प्रतिदिन एकत्र होता है। राज्य सरकार द्वारा पूरे राज्य में मिशन क्लीन सिटी प्रोग्राम चलाया जा रहा है।
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पर्यावरण योद्धा अवार्ड
चर्चा में क्यों?
हाल ही में गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी (नेपाल) में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में छत्तीसगढ़ की राजधानी एवं शहर रायपुर निवासी खुशी ठाकुर को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- खुशी ठाकुर को पीपल, नीम एवं तुलसी अभियान के नेपाल की संस्था ‘ग्रीन यूथ ऑफ लुंबिनी (नेपाल)’ और ‘कमला जलाधार संरक्षण अभियान, जनकपुर (नेपाल)’ तथा ‘दीदीजी फाउंडेशन संयुक्त प्रयास’ से सम्मानित किया गया है।
- खुशी ठाकुर ने पर्यावरण के प्रति अपनी जागरूकता को लेकर वैश्विक स्तर पर यह अवार्ड प्राप्त किया है।
- उल्लेखनीय है कि खुशी ठाकुर साइंस कॉलेज, रायपुर में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा है। वह क्रिकेट में भी राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं।
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कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना में रायपुर को मिला सांत्वना पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को राज्य स्तर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजनाओं में वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर ज़िले के शासकीय अस्पताओं को सांत्वना पुरस्कार मिला है।
प्रमुख बिंदु
- रायपुर ज़िले के सांत्वना पुरस्कार प्राप्त अस्पताओं में भाठागांव, भनपुरी, राजातालाब और हीरापुर शामिल है।
- उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग की योजनानुसार राज्य के 8 ज़िला अस्पतालों, 32 सिविल अस्पताओं व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 160 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, 10 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 151 उपस्वास्थ्य केंद्रों को स्थापित किया गया था।
- स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा 70 फीसद या अधिक अंक हासिल किये गए हैं।
- ज़िला अस्पताल की श्रेणी में ज़िला अस्पताल बलरामपुर ने 89.1 फीसद अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
- ज़िला अस्पताल बलौदा बाज़ार को 88.6 फीसद अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
- ज़िला अस्पताल की श्रेणी में कुल 18 पुरस्कारों की घोषणा की गई है।
- प्रथम पुरस्कार पाने वाले ज़िला अस्पताल को 50 लाख रुपए एवं द्वितीय पुरस्कार पाने वाले ज़िला अस्पताल को 20 लाख रुपए की राशि और प्र्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
- राज्य में सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगरी ज़िला धमतरी ने 89.1 फीसद अंक हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
- वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर ज़िला सरगुजा को 88.6 फीसद अंक हासिल कर दूसरा स्थान हासिल किया। इस श्रेणी में कुल 32 केंद्रों को पुरस्कृत किया गया है।
- इसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को 15 लाख रुपए और द्वितीय स्थान को 10 लाख रुपए की राशि और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
- अन्य 30 केंद्रों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में एक लाख की राशि और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नवापारा अव्वल
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत यूपी, एचसी नवापारा ज़िला सरगुजा ने 99.2 फीसद अंक के साथ प्रथम स्थान, यूपी, एससी शंकरपुरा ज़िला राजनांद गांव ने 88.5 अंक के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
- इस श्रेणी में कुल 19 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को पुरस्कृत किया गया है। प्रथम स्थान वालों को दो लाख व द्वितीय को डेढ़ लाख रुपए और अन्य 17 को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 50 हज़ार रुपए और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में कुल 160 अस्पतालों को पुरस्कृत किया गया, इसमें 24 विजेताओं को दो लाख रुपए और अन्य 146 को 50 हज़ार रुपए और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ Switch to English
एशियन थाईबॉक्सिंग में रजत पदक
चर्चा में क्यों?
3 से 5 दिसंबर, 2021 को वर्ल्ड थाई बॉक्सिंग पेडरेशन और एशियन थाई बॉक्सिंग पेडरेशन के तत्त्वावधान में हैदराबाद के सरुरनगर इंडोर स्टेडियम में एशियन थाई बॉक्सिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमे छत्तीसगढ़ के 2 खिलाडियों को रजत पदक मिला।
प्रमुख बिंदु
- थाई बॉक्सिंग इंडियन पेडरेशन की टीम में छत्तीसगढ़ के 6 खिलाड़ी शामिल हैं, इन्हीं में से दुर्ग के रोहित जगने और कनिका चंद्राकर ने रजत पदक जीत लिया।
- छत्तीसगढ़ थाई बॉक्सिंग से अनीस मेमन ने बताया कि इसमें भारत सहित 12 एशियाई देश की टीम आमंत्रित थी।
- यहाँ 14 से 16 वर्षीय आयु वर्ग में रोहित जगने को महाराष्ट्र के खिलाड़ी ने 52-56 से हरा दिया। इस तरह वह रजत जीता।
- महिला वर्ग में दुर्ग की कनिका चंद्राकर ने भी महाराष्ट्र से हारकर फाइनल में रजत पदक जीता।
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विधिक एवं चिकित्सकीय शिविर
चर्चा में क्यों?
5 दिसंबर, 2021 को आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पिथौरागढ़ में विधिक एवं चिकित्सकीय शिविर का आयोजन किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इस शिविर का उद्घाटन केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजीजू, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित और उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने किया।
- इस शिविर में विभिन्न विभागों की ओर से स्टॉल लगाए गए हैं। इसके अलावा चिकित्सा विभाग की ओर से स्टॉल लगाकर मरीजों की जाँच की जा रही है।
- न्याय तक पहुँच के लिये 2 अक्टूबर से 14 नवंबर तक विभिन्न गांव में विधिक शिविर आयोजित कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया।
- केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि देश की अदालतों का डिजिटलाइजेशन किया जाना है। इसके साथ ही उनमें अन्य जरूरी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएंगी। केंद्र सरकार ने 9 हज़ार करोड़ रुपए स्वीकृत किये हैं।
उत्तराखंड Switch to English
दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2021 को उत्तराखंड के देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जंक्शन से देहरादून तक), चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट देहरादून का शिलान्यास किया। दून में अत्याधुनिक इत्र और सुगंध प्रयोगशाला (सुगंधित पौधों के लिये केंद्र) का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड को कुल 18,000 हज़ार करोड़ रुपए की सौगात दी।
प्रमुख बिंदु
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 175 किमी. होगी। करीब 8,600 करोड़ रुपए की लागत से हाईवे बनाया जाएगा। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा एवं निवेश को प्रोत्साहन देने के लिये हाईवे बनाया जा रहा है।
- दिल्ली-देहरादून के बीच सड़क से यात्रा का समय आठ घंटे से घटकर करीब ढाई घंटे का सफर हो जाएगा।
- वन्यजीवों के अवरोधरहित आवागमन के लिये यह एशिया का सबसे बड़ा 12 किमी. वन्यजीव एलिवेटेड कॉरिडोर होगा।
- इस एक्सप्रेस-वे में 500 मीटर के अंतराल पर 750 वे अधिक वर्षा जल संचयन तथा वाटर रिचार्ज प्वाइंट होंगे। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से हरिद्वार की दूरी महज 51 किमी. हो जाएगी, जो करीब 2082 होगी। इस रूट से दिल्ली के लिये हरिद्वार से कनेक्टिविटि आसान हो जाएगी, जिससे सफर का समय घटेगा। इसमें छह इंटरचेंज, चार फ्लाईओवर, छह प्रमुख पुल, 10 माइनर एवं दो आरओरी तथा 10 वीयूपी होंगे।
- आशारोड़ी से गणेशपुर तक तक वन्यजीव बाहुल क्षेत्र है। डाटकाली से गणेशपुर तक एक्सप्रेस-वे एलिवेटड है, इसलिये जंगली जानवरों को क्रॉसिंग में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। आशारोड़ी से डाटकाली तक 200 मीटर के दो अंडरपास, 15 से 20 मीटर के छह पुल भी बनेंगी, ताकि जंगली जानवर आसानी से आसानी से आर-पार कर सके।
- गणेशपुर (सहारनपुर) से सवा किमी. एक्सप्रेस-वे पुराने हाईवे के सामांतर बनेगा। इससे आगे डाटकाली तक 14 किमी. का एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बरसाती नदी के ऊपर बनेगा। डाटकाली में एक और सुरंग बनेगी। छह लेन वाली यह सुरंग 340 मीटर की होगी। यह टनल पहले बनी टनल के सामांतर बनेगी। इस स्थान पर पहले से दो सुरंग बनी हुई है।
- एक्सप्रेस-वे का पहला पार्ट दिल्ली अक्षरधाम से बागपत के पास तक, दूसरा पार्ट बागपत से सहारनपुर बाइपास है। सहारनपुर से गणेशपुर तक पहले ही छह लेन एक्सप्रेस-वे बना है। गणेशपुर से आशारोड़ी तक तीसरा पार्ट है। इसका काम अगले महीने से शुरू हो जाएगा।
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