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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Oct 2021
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प्रदेश के ऐश्वर्य प्रताप ने विश्व रिकॉर्ड के साथ विश्व चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण पदक

चर्चा में क्यों?

5 अक्टूबर, 2021 को मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने लीमा (पेरू) में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन (पुरुष) वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने  फाइनल में 463.4 अंकों के साथ यह उपलब्धि हासिल की। 

प्रमुख बिंदु

  • इसके साथ ही ऐश्वर्य ने जूनियर लेवल पर नया विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित कर दिया। इससे पहले यह विश्व रिकॉर्ड चेक गणराज्य के फिलिप नेपेजशल के नाम था, जो उन्होंने 19 नवंबर, 2019 को 462.9 अंकों के साथ चीन में बनाया था।
  • फ्राँस के लुकास बर्नार्ड डेनिस क्रीज्स 456.5 अंकों के साथ दूसरे, जबकि अमेरिका के गेविन रेमंड ली बार्निक 446.6 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। 
  • टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके ऐश्वर्य ने क्वालीफिकेशन राउंड में विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर 1185 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था। 
  • ऐश्वर्य ने नीलिंग में 397, प्रोन में 398 और स्टेंडिंग में 390 अंकों के साथ कुल 1185 अंकों से विश्व कीर्तिमान की बराबरी की। 
  • उन्होंने विश्व चैंपियनशिप की इस स्पर्धा में दूसरी बार विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले उन्होंने जर्मनी के सुहल में 2019 में खेले गए आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में 459.3 अंक हासिल कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
  • उल्लेखनीय है कि खरगौन ज़िले की झिरनिया तहसील के गाँव रतनपुर में 3 फरवरी, 2001 को किसान परिवार में जन्मे ऐश्वर्य प्रताप सिंह वर्ष 2015 से मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में प्रशिक्षणरत् है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अब तक तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक देश को दिलाए हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ऐश्वर्य प्रताप ने 11 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य पदक अर्जित किये हैं।

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एन.सी.पी.सी.आर. द्वारा ‘बच्चों के लिये समर्पण’ कार्यक्रम

चर्चा में क्यों?

हाल ही में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग द्वारा ‘बच्चों के लिये समर्पण’ कार्यक्रम की शुरुआत मध्य प्रदेश के तीन ज़िलों- विदिशा, रायसेन और सीहोर से की गई।

प्रमुख बिंदु

  • इसमें ऐसे बच्चों की वित्तीय सहायता की जाएगी, जिन्होंने कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता में से किसी एक को या दोनों को खो दिया है।
  • आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि ‘बच्चों के लिये समर्पण’ कार्यक्रम का भविष्य में विस्तार किया जाएगा। 
  • वेदांतु इनोवेशन लिमिटेड द्वारा प्रदेश के तीन ज़िलों के आयोग द्वारा चिह्नित 83 बच्चों को निजी स्पॉन्सरशिप के अंतर्गत बच्चों एवं उनके संरक्षकों के खातों में प्रति बच्चा प्रतिमाह दो हज़ार रुपए के मान से एक लाख 66 हज़ार रुपए की प्रथम किश्त अंतरित की गई।
  • आयोग द्वारा कोविड-19 महामारी ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए ऐसे सभी बच्चों का डाटा एकत्र किया गया है, जो असुरक्षित हो गए हैं, जिन्हें देखभाल और सुरक्षा की ज़रूरत है तथा जिन्होंने अपने एकल अभिभावक या माता-पिता दोनों को कोविड-19 या मार्च 2020 के बाद किसी अन्य कारणों से खो दिया है। उन्हें लाभ पहुँचाने के लिये अशासकीय संगठनों को भी जोड़ा गया है।

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