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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Sep 2021
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‘मिलिये सरकार से’: एक अनूठी वर्चुअल श्रृंखला

चर्चा में क्यों?

5 सितंबर, 2021 को राजस्थान फाउंडेशन ने ‘मिलिये सरकार से’ नामक एक अनूठी वर्चुअल  श्रृंखला की शुरुआत की है, जिससे देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में बसे प्रवासी राजस्थानी राज्य सरकार के मंत्रियों तथा अन्य प्रतिनिधियों से सीधे वार्तालाप कर पाएँगे।

प्रमुख बिंदु

  • राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ वार्तालाप की इस श्रृंखला की पहली कड़ी में राज्य के नगरीय विकास एवं आवासीय मंत्री शांति धारीवाल ने वेबीनार के माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों को राज्य सरकार के विकास कार्यों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
  • उन्होंने राज्य में चल रही अनेक जन-कल्याणकारी और विकास योजनाओं से प्रवासियों को अवगत कराते हुए कहा कि राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल में 1200 बेड का आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आईपीडी टॉवर बनने जा रहा है, जहाँ हेलीपैड की भी सुविधा दी जाएगी, जिससे प्रदेश के चिकित्सा के क्षेत्र को प्रगति मिल सकेगी।
  • ‘मिलिये सरकार से’ कार्यक्रम की इस पहली कड़ी में मंत्री धारीवाल के समक्ष देश और विदेश से जुड़े अनेक प्रवासियों ने राजस्थान में चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोड तथा आर्थिक और सामाजिक विकास के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किये।
  • फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि ‘मिलिये सरकार से’ कार्यक्रम से न केवल प्रवासियों को अपने प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को करीब से जानने का मौका मिलेगा, बल्कि राजस्थान में जो निवेश के अवसर सरकार द्वारा समय-समय पर खोजे जा रहे हैं, उनमें भी प्रवासियों के योगदान की रूपरेखा तैयार हो सकेगी।
  • आयुक्त ने कोरोना महामारी से निपटने में प्रवासी राजस्थानियों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रवासियों द्वारा प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट लगवाने, लिक्विड ऑक्सीजन भिजवाने, राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से हर तरह का सहयोग राज्य सरकार को प्रदान किया गया।

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‘सस्टेन बाई कार्टिस्ट’ एग्जीबिशन

चर्चा में क्यों?

5 सितंबर, 2021 को राजस्थान के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की अलंकार गैलरी में ‘सस्टेन बाई कार्टिस्ट’ आर्ट एग्जीबिशन का उद्घाटन किया। यह एग्जीबिशन 12 सितंबर तक आयोजित की जाएगी।

प्रमुख बिंदु

  • यह एग्जीबिशन कबाड़ के उपयोग से आर्ट और डेकोर की वस्तुओं का एक अनूठा प्रदर्शन है। जवाहर कला केंद्र के साथ कार्टिस्ट ने पुरानी कार के पार्ट्स और ऑटोमोटिव वेस्ट के उपयोग से ऑटो पार्ट्स की अपसाइकिलिंग को बढ़ावा देने और डिज़ाइनर फर्नीचर को क्यूरेट करने के लिये इस पहल की शुरुआत की है।
  • ‘सस्टेन बाई कार्टिस्ट’ नामक इस अनूठी पहल को एक महीने के लिये राजस्थान के 33 ज़िलों तक पहुँचाया जाएगा। सभी ज़िलों में स्थानीय कारीगरों के साथ मिलकर काम करते हुए वर्कशॉप्स और एग्जीबिशंस का आयोजन किया जाएगा।
  • कार्टिस्ट द्वारा इस अनूठी पहल में पुरानी गाड़ियाँ, जो कबाड़ बन गई हैं और जिन्हें कबाड़ में डाल दिया जाता है, उनका पूरी तरह से उपयोग किया गया है। इस एग्जीबिशन में टायर, ग्रिल, हुड, सीट आदि जैसे गाड़ियों के प्रत्येक भाग का उपयोग फर्नीचर और सज़ावट की वस्तुओं को बनाने के लिये किया गया है। 
  • इन स्क्रैप पार्ट्स का उपयोग कलाकृतियाँ बनाने के लिये किया गया है, जिससे कि सभी नए कलाकारों को ऐसे कई मटेरियल्स का उपयोग करके उसे कला का रूप देने के लिये प्रेरित किया जा सके।

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