लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Sep 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
मध्य प्रदेश Switch to English

शक्ति पटेल को मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

5 सितंबर, 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिक्षक दिवस पर मंडला ज़िले के शिक्षक शक्ति पटेल को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, 2021 से सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि वर्चुअल कार्यक्रम में देश के 44 शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किये गए।
  • ज्ञातव्य है कि 32 वर्षीय शक्ति पटेल मंडला ज़िले के ग्राम मांद के शासकीय हाई स्कूल में हिंदी विषय के माध्यमिक शिक्षक हैं। 
  • इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी को सम्मिलित किया तथा क्यूआर कोड द्वारा नि:शुल्क नोट्स बच्चों को वितरित किये। इनकी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध मनोरंजक शिक्षण सामग्री से देश के हज़ारों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। साथ ही इन्होंने हिंदी विषय के पाठों की घटनाओं को वास्तविक जीवन की घटनाओं से जोड़कर पढ़ाने पर महत्त्व दिया।
  • उल्लेखनीय है कि प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में काम कर रहे प्रतिभाशाली शिक्षकों की उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता को सम्मान देने के लिये वर्ष 1958 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी।
  • 5 सितंबर, 1962 को भारत में पहली बार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर शिक्षक दिवस मनाया गया था।
  • इसी तरह 5 सितंबर, 2021 को ही मध्य प्रदेश में आयोजित राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह, 2021 के ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के 27 शिक्षकों को शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये सम्मानित किया गया।

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश विधानसभा में दो नई समितियाँ गठित

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मध्य प्रदेश विधानसभा की नियम समिति ने सदन को दो नई समितियाँ बनाने की सिफारिश की है।

प्रमुख बिंदु

  • विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के सभापतित्व वाली नियम समिति ने विधानसभा में कार्य की अधिकता व अनुभव के आधार पर बेहतर कार्य के लिये इन समितियों के गठन हेतु सिफारिश की है।
  • पहली समिति का नाम ‘शिष्टाचार एवं सम्मान अनुरक्षण समिति’ तथा दूसरी समिति का नाम ‘पिछड़े वर्ग हेतु कल्याण समिति’ रखा गया है।
  • नियम समिति के अनुसार विधायकों के साथ शासकीय अधिकारियों द्वारा किये जाने वाले असम्मानजनक व्यवहार संबंधी विषयों की निगरानी के लिये ‘शिष्टाचार एवं सम्मान अनुरक्षण समिति’ बनाई जाने की सिफारिश की गई है।
  • विधायक द्वारा स्पीकर को की गई असम्मानजनक व्यवहार की शिकायत को परीक्षण के उपरांत स्पीकर जाँच हेतु शिष्टाचार समिति को सौंपेंगे। गंभीर शिकायत होने पर स्पीकर इसे विशेषाधिकार समिति को भी सौंप सकेंगे।
  • उपरोक्त नई समिति संबंधित मामलों की जाँच के लिये पहले से विद्यमान सदस्य सुविधा समिति के अतिरिक्त होंगी।
  • पिछड़े वर्ग के मामलों की देखरेख के लिये गठित पिछड़े वर्ग की कल्याण समिति को पहले से विद्यमान अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एवं ओबीसी कल्याण समिति को तोड़कर बनाया जाएगा।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2