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शिक्षक स्मृति पुरस्कार और राज्य शिक्षक सम्मान
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राज्यपाल अनुसुईया उइके के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्य के 54 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार 2020 से और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित 54 शिक्षकों में से प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति-पत्र, शाल और 21 हज़ार रुपए की सम्मान निधि प्रदान की गई।
- इसके अलावा प्रदेश की महान विभूतियों की स्मृति में दिये जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति-पत्र, शाल और 50 हज़ार रुपए की सम्मान निधि देकर सम्मानित किया गया।
- स्मृति पुरस्कारों की श्रेणी-
- डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार- केशव राम वर्मा (प्रधान पाठक, पंचम दीवान शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भाटापारा- बलौदाबाज़ार)
- डॉ. गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार- चोवाराम वर्मा (व्याख्याता, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केसदा, सिमगा, बलौदाबाज़ार)
- डॉ. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार- विजय कुमार शर्मा, (प्रधान पाठक, शासकीय उच्चतर प्राथमिक शाला कसेकेरा बागबाहरा, महासमुंद)
- डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार- कमलकिशोर ताम्रकार (शिक्षक, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला उसरीजोर, गरियाबंद)
- इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी के आमापारा स्थित आर.डी. तिवारी शासकीय अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल में आयोजित ‘शिक्षा मड़ई’ में कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिये नवाचार करने वाले राज्य के 20 शिक्षकों को सम्मानित किया।
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राज्य के तीन जीआई टैग्ड उत्पादों पर डाक विभाग द्वारा जारी विशेष आवरण का विमोचन
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राजभवन में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के तीन जीआई टैग्ड उत्पादों- बस्तर का आयरन क्राफ्ट, वुडेन क्राफ्ट एवं जीराफूल चावल पर भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी किये जा रहे विशेष आवरण का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की तर्ज़ पर डाक विभाग द्वारा प्रदेश के 3 जीआई टैग्ड धरोहरों पर विशेष आवरण जारी कर देश भर में फैले डाक विभाग के विशाल नेटवर्क/फिलाटेली ब्यूरो एवं काउंटरों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु यह पहल की गई है।
- इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि बस्तर आयरन क्राफ्ट एवं वुडेन क्राफ्ट (काष्ठ शिल्प) का प्रदेश की आदिवासी संस्कृति एवं इतिहास में एक अभिन्न स्थान रहा है और ये शिल्प देश-विदेश में छत्तीसगढ़ की संस्कृति की पहचान भी बने हैं।
- साथ ही उन्होंने कहा कि जीराफूल चावल, प्रदेश का पहला एवं अभी तक का एकमात्र कृषि उत्पाद है, जिसे भारत सरकार द्वारा इसकी विशेष गुणवत्ता एवं पहचान के लिये जीआई टैग प्रदान किया गया है।
- उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल भविष्य में भी राज्य के भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक गौरव एवं धरोहरों का देश-विदेश में इसी प्रकार प्रचार-प्रसार में योगदान देते रहेंगे।
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