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स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में चयनित 26 विद्यालय सम्मानित
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को होटल क्लॉर्क आमेर में आयोजित सम्मान समारोह में भारत सरकार के ‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22’ प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित राज्य के 26 विद्यालयों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- सत्र 2021-22 के लिये आयोजित की गई ‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार’ प्रतियोगिता में राज्य के 46,633 राजकीय एवं निजी विद्यालयों ने हिस्सा लिया था।
- प्रतियोगिता दो श्रेणियों में हुई थी, जिसमें पहली श्रेणी संपूर्ण अंक पर आधारित थी, जबकि दूसरी श्रेणी; 06 उप-श्रेणियों (जल, शौचालय, साबुन से हाथ धुलाई, संचालन एवं रख-रखाव, व्यवहार परिवर्तन एवं क्षमता निर्माण तथा कोविड-19 से बचाव) पर आधारित थी।
- संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई। पंजीकृत विद्यालयों का ज़िला कलेक्टर द्वारा गठित समिति द्वारा मूल्यांकन कर ज़िला स्तर से कुल 406 विद्यालयों को चिह्नित किया गया था।
- राज्यस्तरीय गठित दल द्वारा ज़िले के सहयोग से 406 विद्यालयों का अंतिम रूप से मूल्यांकन करते हुए कुल 26 श्रेष्ठ विद्यालयों का चयन किया गया, जिनमें से 20 विद्यालय संपूर्ण अंक आधारित श्रेणी में एवं 6 विद्यालयों का उप-श्रेणी में से चयन किया गया।
- चयनित किये गए 26 विद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर अन्य राज्यों के चयनित विद्यालयों के साथ स्वच्छता के मानकों पर आधारित इस प्रतियोगिता में राज्य की ओर से प्रतिनिधित्व करेंगे। चयनित विद्यालयों को सम्मान स्वरूप 25 हज़ार रुपए की राशि प्रति विद्यालय दी गई।
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मतदाता पहचान-पत्र से आधार नंबर जोड़ने में राजस्थान पूरे देश में द्वितीय
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता पहचान-पत्र से आधार संख्या जोड़ने के लिये चलाए जा रहे अभियान में 12 लाख से अधिक मतदाता-पहचान पत्रों को आधार संख्या से जोड़कर पूरे देश में राजस्थान द्वितीय स्थान पर है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता पहचान-पत्र से आधार संख्या जोड़ने के लिये विशेष अभियान सीईओ से बीएलओ तक चलाया जा रहा है। एक अगस्त से प्रारंभ हुए इस अभियान में अब तक 12 लाख से अधिक मतदाता पहचान-पत्रों को आधार संख्या से जोड़ा जा चुका है।
- प्रवीण गुप्ता ने बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा अभिनव पहल करते हुए इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी ज़िला निर्वाचन अधिकारियों, ईआरओ, बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा सरकारी, गैर-सरकारी, निजी कार्यालयों, संस्थानों, महाविद्यालयों, विद्यालयों में वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से स्वयं ही आधार नंबर से मतदाता पहचान-पत्र जोड़ने की हैंड्स ऑन जानकारी दी जा रही है।
- उल्लेखनीय है कि एक अगस्त से भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शुरू हुए इस अभियान के तहत अपनी पहचान स्थापित करने के लिये अब प्रत्येक मतदाता अपने मतदाता पहचान-पत्र के साथ आधार नंबर जोड़ सकता है। इसके लिये एक नवीन फॉर्म 6 बी भरा जा सकता है। आधार नंबर जोड़ने का कार्य नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी), वोटर हेल्पलाइन ऐप, गरुड़ ऐप या क्षेत्र के बीएलओ के माध्यम से भी किया जा सकता है।
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