उत्तर प्रदेश Switch to English
मेरठ की रूपल चौधरी ने वर्ल्ड एथलेटिक्स अंडर-20 में जीता कांस्य पदक
चर्चा में क्यों?
4 अगस्त, 2022 को कोलंबिया में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स अंडर-20 चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले की रूपल चौधरी ने महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 51.85 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही 17 वर्षीय रूपल चौधरी विश्व एथलेटिक्स अंडर-20 चैंपियनशिप में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं।
- इससे पहले 2 अगस्त को रूपल ने चार गुणा 400 मीटर रिले में रजत पदक हासिल किया था। भारतीय टीम ने तीन मिनट 17.76 सेकेंड का समय लेकर एशियाई जूनियर रिकॉर्ड बनाया था। भारतीय टीम अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रही थी।
- वर्ल्ड एथलेटिक्स अंडर-20 चैंपियनशिप में महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में 51.50 सेकेंड के साथ ग्रेट ब्रिटेन की येमी मेरी ने स्वर्ण पदक, जबकि 51.71 सेकेंड के साथ केन्या की दमारिस मुतुंगा ने रजत पदक जीता।
- रूपल चौधरी ने चैंपियनशिप में दो बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। पहली बार सेमीफाइनल में उन्होंने 52.27 सेकेंड का समय निकाला और फिर फाइनल में इस समय में सुधार करते हुए 51.85 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता।
- गौरतलब है कि इस साल के शुरू में रूपल ने राष्ट्रीय अंडर-20 फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप में खिताब की प्रबल दावेदार कर्नाटक की प्रिया मोहन को पीछे छोड़कर महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता था।
बिहार Switch to English
बिहार के टूरिस्ट प्लेस और तीर्थ स्थल बनेंगे नगर निकाय
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बिहार के पर्यटन स्थलों, तीर्थ स्थलों, पहाड़ी क्षेत्रों और मंडी शहरों को नगर निकाय के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई।
प्रमुख बिंदु
- बिहार में स्थित तीर्थ स्थल, पर्टयन स्थलों, पहाड़ी क्षेत्रों और मंडी शहरों को नगर निकाय (नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत) के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा लाया गया था।
- कैबिनेट की मंज़ूरी के बाद अब नगर एवं आवासन विभाग पहाड़ी क्षेत्र, तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थल या मंडी शहर को नगर पालिका के रूप में अधिसूचित कर सकेगा।
- इस प्रस्ताव के तहत 1.5 लाख से ज़्यादा की आबादी वाले तीर्थ स्थल और टूरिस्ट प्लेस को नगर निगम बनाया जाएगा। वहीं, 30 हज़ार से डेढ़ लाख तक की आबादी वाले इन स्थलों को नगर परिषद और 9000 से 30 हज़ार तक की जनसंख्या वाले स्थलों को नगर पंचायत बनाया जाएगा।
राजस्थान Switch to English
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में चयनित 26 विद्यालय सम्मानित
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को होटल क्लॉर्क आमेर में आयोजित सम्मान समारोह में भारत सरकार के ‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22’ प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित राज्य के 26 विद्यालयों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- सत्र 2021-22 के लिये आयोजित की गई ‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार’ प्रतियोगिता में राज्य के 46,633 राजकीय एवं निजी विद्यालयों ने हिस्सा लिया था।
- प्रतियोगिता दो श्रेणियों में हुई थी, जिसमें पहली श्रेणी संपूर्ण अंक पर आधारित थी, जबकि दूसरी श्रेणी; 06 उप-श्रेणियों (जल, शौचालय, साबुन से हाथ धुलाई, संचालन एवं रख-रखाव, व्यवहार परिवर्तन एवं क्षमता निर्माण तथा कोविड-19 से बचाव) पर आधारित थी।
- संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई। पंजीकृत विद्यालयों का ज़िला कलेक्टर द्वारा गठित समिति द्वारा मूल्यांकन कर ज़िला स्तर से कुल 406 विद्यालयों को चिह्नित किया गया था।
- राज्यस्तरीय गठित दल द्वारा ज़िले के सहयोग से 406 विद्यालयों का अंतिम रूप से मूल्यांकन करते हुए कुल 26 श्रेष्ठ विद्यालयों का चयन किया गया, जिनमें से 20 विद्यालय संपूर्ण अंक आधारित श्रेणी में एवं 6 विद्यालयों का उप-श्रेणी में से चयन किया गया।
- चयनित किये गए 26 विद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर अन्य राज्यों के चयनित विद्यालयों के साथ स्वच्छता के मानकों पर आधारित इस प्रतियोगिता में राज्य की ओर से प्रतिनिधित्व करेंगे। चयनित विद्यालयों को सम्मान स्वरूप 25 हज़ार रुपए की राशि प्रति विद्यालय दी गई।
राजस्थान Switch to English
मतदाता पहचान-पत्र से आधार नंबर जोड़ने में राजस्थान पूरे देश में द्वितीय
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता पहचान-पत्र से आधार संख्या जोड़ने के लिये चलाए जा रहे अभियान में 12 लाख से अधिक मतदाता-पहचान पत्रों को आधार संख्या से जोड़कर पूरे देश में राजस्थान द्वितीय स्थान पर है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता पहचान-पत्र से आधार संख्या जोड़ने के लिये विशेष अभियान सीईओ से बीएलओ तक चलाया जा रहा है। एक अगस्त से प्रारंभ हुए इस अभियान में अब तक 12 लाख से अधिक मतदाता पहचान-पत्रों को आधार संख्या से जोड़ा जा चुका है।
- प्रवीण गुप्ता ने बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा अभिनव पहल करते हुए इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी ज़िला निर्वाचन अधिकारियों, ईआरओ, बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा सरकारी, गैर-सरकारी, निजी कार्यालयों, संस्थानों, महाविद्यालयों, विद्यालयों में वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से स्वयं ही आधार नंबर से मतदाता पहचान-पत्र जोड़ने की हैंड्स ऑन जानकारी दी जा रही है।
- उल्लेखनीय है कि एक अगस्त से भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शुरू हुए इस अभियान के तहत अपनी पहचान स्थापित करने के लिये अब प्रत्येक मतदाता अपने मतदाता पहचान-पत्र के साथ आधार नंबर जोड़ सकता है। इसके लिये एक नवीन फॉर्म 6 बी भरा जा सकता है। आधार नंबर जोड़ने का कार्य नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी), वोटर हेल्पलाइन ऐप, गरुड़ ऐप या क्षेत्र के बीएलओ के माध्यम से भी किया जा सकता है।
मध्य प्रदेश Switch to English
भोपाल सहित 5 ज़िलों में खुलेंगे पीपीपी मॉडल पर आधारित चिकित्सा महाविद्यालय
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने प्रदेश में पीपीपी मॉडल पर आधारित चिकित्सा महाविद्यालय शुरू करने हेतु आयोजित समीक्षा बैठक में प्रथम चरण में प्रदेश के 5 ज़िलों में चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना करने का निर्णय लिया।
प्रमुख बिंदु
- प्रथम चरण में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बालाघाट एवं कटनी में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज शुरू करने का निर्णय लिया गया।
- मंत्री सारंग ने निर्देश दिये कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना डीबीएफओटी (डिज़ाइन, बिल्ट, फाइनेंस, ऑपरेट एंड ट्रांसफर) मॉडल पर पीपीपी पार्टनर द्वारा की जाएगी। इसके अंतर्गत निजी निवेशक द्वारा मेडिकल कॉलेज, हॉस्टल, रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स, उपकरण, बुक्स एवं जर्नल्स आदि का व्यय वहन करना शामिल होगा।
- राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिये निजी निवेशक को 99 वर्ष (60 वर्ष + 39 वर्ष) की लीज़ पर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त निजी निवेशक को 300 बिस्तरों वाला अस्पताल भवन भी राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
- बैठक में निर्णय लिया गया कि उपलब्ध कराई गई भूमि पर निजी निवेशक द्वारा स्वयं के व्यय से मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जाएगा तथा उसका संचालन एवं संधारण उसी के द्वारा होगा।
- पीपीपी मॉडल आधारित अस्पतालों में आयुष्मान मरीज़ों के साथ ही आर्थिक रूप से कमज़ोर मरीज़ों को भी नि:शुल्क उपचार मिल सकेगा। वहीं गैर आयुष्मान मरीज़ों को बाज़ार दर पर उपचार की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
- उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना नीति के अनुसार राज्य सरकार के वर्तमान में संचालित मेडिकल कॉलेज को ट्रेनिंग हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित कर 100 एमबीबीएस सीट के प्रवेश के लिये पीपीपी आधारित मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश की पूजा ओझा ने वर्ल्ड पैरा कैनो चैंपियनशिप में जीता रजत पदक
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को मध्य प्रदेश की पैरा एथलीट पूजा ओझा ने हैलिफैक्स, कनाडा में आयोजित पैरा कयाकिंग और केनोइंग स्प्रिंट वर्ल्ड चैंपियनशिप में VL1 महिलाओं की 200 मीटर रेस में रजत पदक जीता।
प्रमुख बिंदु
- भिंड की रहने वाली पूजा ने VL1 महिलाओं की 200 मीटर रेस में 1:34:18 के समय के साथ रजत पदक जीता है। हैंबर्ग की खिलाड़ी लिलेमोर कोपर ने 1:29.79 समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।
- भारत की ओर से दो खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता के लिये क्वालीफाई किया था। एक पूजा ओझा और दूसरे सुरेंद्र कुमार। सुरेंद्र कुमार ने VL1 पुरुषों की 200 मीटर श्रृंखला में पाँचवा स्थान प्राप्त किया। सुरेंद्र ने अपनी दौड़ 1:22.97 समय में पूरी की।
- गौरतलब है कि पूजा ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 6 बार स्वर्ण पदक जीता है और विश्व चैंपियनशिप के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पैराएथलीट हैं। वर्तमान में वह दुनिया के शीर्ष पैरा कैनो खिलाड़ियों में नौवें स्थान पर हैं।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा के रेसलरों ने कॉमनवेल्थ खेलों में लगाई पदकों की झड़ी
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रहे 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG-2022) खेलों में हरियाणा के 5 रेसलरों ने कुश्ती में देश को 3 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक दिलाया।
मुख्य बिंदु
- सर्वप्रथम हरियाणा के पहलवान बजरंग पूनिया ने पुरुषों के फ्री स्टाइल 65 किलोग्राम इवेंट के फाइनल में कनाडा के लैचलन मैकनील को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
- यह कॉमनवेल्थ गेम्स में बजरंग पूनिया का लगातार दूसरा स्वर्ण पदक और लगातार तीसरा पदक है। कॉमनवेल्थ गेम्स-2014 में रजत पदक जीतने वाले पूनिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था।
- रेसलिंग में भारत को दूसरा स्वर्ण पदक महिला पहलवान साक्षी मलिक ने महिलाओं के फ्री स्टाइल 62 किलोग्राम इवेंट के फाइनल में कनाडा की एना गोडिनेज को हराकर दिलाया।
- कॉमनवेल्थ गेम्स में साक्षी मलिक का यह पहला स्वर्ण पदक तथा तीसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स-2014 में रजत पदक और कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 में कांस्य पदक जीता था।
- रेसलिंग में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक पहलवान दीपक पूनिया ने दिलाया। उन्होंने पुरुषों के फ्री स्टाइल 86 किलोग्राम इवेंट के फाइनल में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को हराकर स्वर्ण पदक जीता। यह दीपक पूनिया का कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला स्वर्ण पदक है।
- 21 वर्षीय महिला पहलवान अंशू मलिक महिलाओं के 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में नाइजीरिया की ओदुनायो फोलासादे अदेकुओरोए से हार गईं और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा, हालाँकि अंशु मलिक ने ही कुश्ती में भारत के पदकों का खाता खोला था।
- अंशु मलिक ने 2016 में एशियन सब जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, 2016 में ही विश्व कैडिट चैंपियनशिप में कांस्य पदक, 2017 में विश्व खेल स्कूल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, 2017 में एशिया कैडिट कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक, 2017 में ही एथेंस में विश्व कैडिट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, 2018 में एशियन सब जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, विश्व जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक, विश्व सब जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक और 2019 में एशियन सब जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
- हरियाणा के पहलवान मोहित ग्रेवाल ने कुश्ती में भारत को पाँचवा पदक दिलाया। मोहित ने 125 किलोग्राम फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक मैच में जमैका के आरोन जॉनसन को हराकर कांस्य पदक जीता।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड से आम, शहद, राजमा का पहली बार निर्यात
चर्चा में क्यों?
5 अगस्त, 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से एपिडा के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में पहली बार निर्यात के लिये भेजे जा रहे स्थानीय आम, शहद और राजमा से लदे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रमुख बिंदु
- कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के माध्यम से राज्य में उत्पादित 5 टन आम, 28 टन राजमा और 80 टन शहद की खेप अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार के लिये भेजी गई।
- राज्य से प्रथम बार राज्य के कास्तकारों द्वारा उत्पादित आम की चौंसा एवं लंगड़ा प्रजातियों के उच्च गुणवत्तायुक्त फलों का निर्यात दुबई को किया जा रहा है।
- किसान उत्पादक संगठनों द्वारा उत्पादित उच्च गुणवत्तायुक्त शहद का निर्यात संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) को किया जा रहा है। राजमा के निर्यात को बढ़ावा देते हुए राज्य के कृषकों द्वारा उत्पादित उच्च गुणवत्तायुक्त राजमा का निर्यात भी संयुक्त राज्य अमेरिका को किया जा रहा है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों के अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में गुणात्मक वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि उत्पादकों को अच्छा बाज़ार उपलब्ध कराने के लिये उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और विपणन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- धामी ने कहा कि राज्य में किसानों की आजीविका बढ़ाने एवं सभी व्यवस्थाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिये कृषि कैलेंडर भी बनाया गया है। राज्य में जल्द किसान प्रोत्साहन योजना लाई जाएगी।
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