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उत्तर प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Jul 2022
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वन महोत्सव अभियान

चर्चा में क्यों?

5 जुलाई, 2022 को उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि के आश्रम सेहरिन गाँव स्थित कोदंड वन क्षेत्र में हरीशंकरी के पौधे रोपकर वन महोत्सव अभियान की शुरुआत की।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती व बागवानी को बढ़ावा दिया जाएगा। गंगा किनारे वाले ज़िलों में यह प्रयोग सफल रहा है। अन्ना मवेशियों की समस्या से निदान दिलाया जाएगा। इसके साथ ही गाय के गोबर व गोमूत्र से कीटनाशक तैयार किया जाएगा, जिसका प्रयोग खेती में होगा।
  • उल्लेखनीय है कि इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश में 35 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य है। इसमें एक दिन में (5 जुलाई) को 25 करोड़ पौधे रोपे गए तथा 15 अगस्त को 5 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे।
  • प्रदेश में 7 लाख सहजन के पौधे नि:शुल्क देकर पीएम व सीएम आवासों के सामने लगाए जाएंगे। विदित है कि चित्रकूट में टाइगर रिज़र्व पार्क बनाया जा रहा है, जहाँ टाइगर्स को लाया जाएगा।
  • मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वन क्षेत्र में बसे गाँवों को जल्द एनओसी देकर विस्थापित करें और शहर से गाँव को जोड़ने का काम करें। विकास के कामों के लिये एनओसी या विवाद के मामले हों तो उन्हें प्राथमिकता से निपटाएँ।

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यूपी के विज़नरी यूथ को ब्लॉकों में फेलोशिप

चर्चा में क्यों?

5 जुलाई, 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवास विभाग के अधिकारियों को प्रदेश के ब्लॉकों में विकास की रफ्तार तेज करने के लिये विज़नरी यूथ की सेवाएँ लेने हेतु नियमावली बनाने के निर्देश दिये।

प्रमुख बिंदु

  • इसके अंतर्गत विकास खंडों के विकास के लिये विज़नरी यूथ को 2 साल की विशिष्ट फेलोशिप के ज़रिये मौका मिलेगा।
  • मुख्यमंत्री ने प्रत्येक नगर निगम में आगे की योजना बनाने के लिये टाउन प्लानर की नियुक्ति का आदेश दिया है। उन्हें 2 साल की फेलोशिप मिलेगी।
  • इसके साथ ही वारिस के नाम प्रापर्टी ट्रांसफर या गिफ्ट डीड करने के मामले में दाखिल-खारिज़ पर अब क्रमश: 5 हज़ार रुपए और 10 हज़ार रुपए ही शुल्क देना होगा।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक जनहित के लिये विकास प्राधिकरणों में संपत्ति के नामांतरण (म्यूटेशन) की प्रक्रिया का सरलीकरण ज़रूरी है। मौज़ूदा समय संपत्ति की कुल कीमत का म्यूटेशन शुल्क एक फीसदी लिया जा रहा है। इसे कम करने की ज़रूरत है। मौज़ूदा प्रक्रिया भी काफी जटिल है, इसे तकनीक के सहयोग से व्यावहारिक बनाया जाए।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकांक्षात्मक विकास खंडों के उचित विकास के लिये विशिष्ट फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किये जाने के निर्देश दिये। यह फेलोशिप दो वर्ष के लिये होगी। इसमें तकनीकी, प्रबंधन डिग्रीधारी विज़नरी युवाओं को तैनात किया जाएगा।
  • इसमें युवाओं का चयन पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम किया जाएगा। अच्छी मासिक धनराशि दी जाएगी। इन्हें टैबलेट, स्मार्टफोन आदि तकनीकी उपकरण भी दिये जाएंगे।
  • मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल और अंबार शुल्क की दरें हर साल तय की जाएं। इसके लिये आयकर विभाग के कॉस्ट इंफ्लेशन इंडेक्स को आधार बनाया जाए।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फ्री होल्ड या गिफ्ट की जाने वाली संपत्ति के मूल्य के आधार पर अधिकतम 10,000 रुपए म्यूटेशन शुल्क लिया जाए। लीज संपत्ति की स्थिति में एक फीसदी म्यूटेशन फीस ली जा सकती है।
  • मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि विकास प्राधिकरणों द्वारा निवासियों से जल शुल्क लेने की व्यवस्था की जाए। अधिकांश विकास प्राधिकरणों में जल शुल्क नहीं लिया जा रहा है। लखनऊ व वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा अपने स्तर पर निर्धारित शुल्क पर जल शुल्क लिया जा रहा है। इसके लिये नियमावली बनाई जाए।
  • मुख्यमंत्री ने लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर का काम दो माह में शुरू करने का निर्देश दिया। यह योजना लखनऊ को एक आकर्षक स्वरूप देने वाली होगी। गोमती नदी के दोनों तटों और नैमिषारण्य अतिथि भवन के आसपास कुछ झुग्गी बस्तियाँ हैं। इनका चिह्नीकरण कर यहाँ के निवासियों को कहीं और बसाया जाए।
  • मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बटलर झील को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जाए। विकास प्राधिकरण, नगरीय निकाय, प्रशासन और पुलिस यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी किसी भी परिस्थिति में अवैध बस्तियाँ व रिहायशी कॉलोनी न बसने पाए।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि मई 2022 को बेसलाइन मानते हुए चयनित इंडिकेटर पर ब्लॉकवार सूचना वर्तमान माह के अंत में एकत्रित कर ली जाए। इसके बाद प्रत्येक माह की 15 तारीख तक संबंधित ज़िलों द्वारा ताजा प्रगति विवरण फीड की जाए। इसकी पुष्टि संबंधित विभागों द्वारा भी कराई जाए। इसकी प्रगति को सीएम डैशबोर्ड से भी जोड़ा जाए।

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उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2022

चर्चा में क्यों?

4 जुलाई, 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ में चारदिवसीय ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2022’ का शुभारंभ किया। यह महोत्सव 7 जुलाई, 2022 तक आयोजित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • आम महोत्सव के माध्यम से आम के उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन, निर्यात एवं गुणवत्ता में वृद्धि के सभी आयामों पर संबंधित विभागों/अधिकारियों/वैज्ञानिकों द्वारा आम उत्पादकों के साथ विचार-विमर्श करते हुए उन्हें जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
  • महोत्सव में आम के प्रसंस्कृत उत्पाद एवं पौधे भी बिक्री के लिये उपलब्ध होंगे।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि हर साल पहली से 7 जुलाई के बीच आम महोत्सव आयोजित किया जाए और इसमें देश के विभिन्न राज्यों के आम के बागवानों को आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित भी किया जाए।
  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आम का मेगा क्लस्टर बनाए जाने की घोषणा की। यह परियोजना अगले पाँच वर्षों में पूरी होगी। इस परियोजना के लिये केंद्र से 100 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है।
  • उन्होंने कहा कि अब लखनऊ में माल, मलिहाबाद और काकोरी फलपट्टी का आम देश और विदेश में काकोरी आम के नाम से भेजा जाएगा। इसी नाम से लखनऊ के आम की ब्रॉन्डिंग होगी। गौरतलब है कि वर्ष 2005 में तत्कालीन सरकार ने लखनऊ के आम की ब्रॉन्डिंग नवाब आम के नाम से की थी।

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