बीएसईबी ने लॉन्च किया मोबाइल एप | बिहार | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
4 जून, 2023 को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने छात्रों व शिक्षकों के लिये ‘बीएसईबी मोबाइल एप’लांच किया है।
प्रमुख बिंदु
- इस एप पर स्टूडेंट्स को पढ़ाई व परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारी मिलेगी। मैट्रिक व इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स सभी जरूरी जानकारी इस एप की मदद से ले सकते हैं।
- ‘बीएसईबी मोबाइल एप’के माध्यम से मैट्रिक व इंटर के लाखों परीक्षार्थी अपना फाइनल एडमिट कार्ड, डमी एडमिट कार्ड, रजिस्ट्रेशन कार्ड, ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म के साथ अन्य जानकारी यहाँ देख सकते हैं।
- इसके साथ ही इस एप के माध्यम से सभी शिक्षक, जो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की परीक्षाओं में मूल्यांकन कार्य करते हैं, उन्हें भी मोबाइल एप के माध्यम से उनका ज्वाइनिंग लेटर आदि सभी जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी।
- बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि एप का उपयोग शुरू हो गया है और सभी स्टूडेंट्स को यूनिक आईडी नंबर दे दिया गया है।
- यूनिक आईडी से स्टूडेंट्स की पहचान हो जाएगी। स्टूडेंट्स एप पर अपना सर्टिफिकेट व अन्य कागज़ात भी देख सकते हैं। उसका प्रिंट भी ले सकते हैं। डमी एडमिट कार्ड से लेकर सर्टिफिकेट तक एप पर ही मिलेगी।
मैथिली गायिका सोनी चौधरी को मिला ‘बिहार रत्न सम्मान’ | बिहार | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
3 जून, 2023 को बिहार की राष्ट्रीय युवा कल्याण परिषद के अध्यक्ष विश्वमोहन चौधरी ने पटना में आयोजित सम्मान समारोह में राज्य के दरभंगा ज़िले की कवयित्री और मैथिली लोक गायिका सोनी चौधरी को बेहतर गायिकी के लिये ‘बिहार रत्न सम्मान’से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- बेहतर गायिकी के लिये सोनी चौधरी को इससे पूर्व आकलन एवं कार्य निष्पादन मूल्यांकन परिषद, नयी दिल्ली द्वारा ‘संगीत रत्न सम्मान 2022’ व दतिया गुरुकुल (मध्य प्रदेश) द्वारा ‘सुर मधुकर सम्मान’से नवाज़ा जा चुका है।
- इनके अलावा सोनी चौधरी को तिलकामांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर द्वारा ‘तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान’, मिथिला शिक्षा मंच, समस्तीपुर द्वारा ‘स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान’, बिहार शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास परिषद, पटना द्वारा ‘बिहार सम्मान’, महिनाथपुर की संस्था द्वारा ‘संत शिरोमणि लक्ष्मीनाथ गोसाई सम्मान’आदि से भी सम्मानित किया जा चुका है।
- सम्मान मिलने के बाद सोनी चौधरी ने बताया कि यह सम्मान उनके संस्कार में रची- बसी मातृभाषा मैथिली और पारंपरिक लोकगीतों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति उत्साह बढ़ाने का काम करेगा।