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घाटे की पूर्ति हेतु विद्युत की खरीदारी
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने पावर बैंकों के माध्यम से 11 राज्यों से 5,500 मिलियन यूनिट (Mu) विद्युत का व्यापार किया है।
- उच्च ऊर्जा मांग अवधि (अप्रैल-अक्तूबर) के दौरान लगभग 4,000 Mu की आपूर्ति की जाएगी।
मुख्य बिंदु:
- वर्ष 2023 में, राज्य ने 28,284 मेगावाट (MW) की उच्च मांग स्थापित की, जबकि पावर कॉर्पोरेशन ने मांग-आपूर्ति के अंतर को दूर करने के लिये पाँच राज्यों से 3,000 Mu ऊर्जा की व्यवस्था की।
- यूपी के पावर बैंकिंग राज्य भागीदारों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं।
- उत्तर प्रदेश की अधिकतम ऊर्जा मांग वर्ष 2024 में 31,000 MW और वर्ष 2028 तक 53,000 MW तक पहुँचने की संभावना है।
- हालाँकि राज्य सरकार को उम्मीद है कि वह नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि करेगी।
- राज्य ने 4-5 वर्षों में 22,000 MW सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL)
- 14 जनवरी 2000 को यूपी में विद्युत क्षेत्र के सुधारों और पुनर्गठन के परिणामस्वरूप स्थापित किया गया, जो विद्युत क्षेत्र का केंद्र बिंदु है जो विद्युत के संचारण, वितरण तथा आपूर्ति के माध्यम से क्षेत्र की योजना एवं प्रबंधन के लिये ज़िम्मेदार है।
- यह पेशेवर रूप से प्रबंधित उपयोगिता है जो राज्य के प्रत्येक नागरिक को विश्वसनीय और लागत कुशल विद्युत की आपूर्ति करती है।
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गर्मी से संबंधित बीमारी के प्रबंधन हेतु स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में गर्मी के दौरान गर्मी से होने वाली बीमारियों की रोकथाम और प्रबंधन की तैयारियों के साथ सभी ज़िलाधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
मुख्य बिंदु:
- भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, इस गर्मी के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है, खासकर उत्तर प्रदेश के मध्य और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में।
- विभिन्न संस्थानों ने मार्च और मई 2024 के बीच बीमारियों के मौसमी प्रकोप की आशंका जताई है।
- मार्च से मई 2024 तक देश के मध्य और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में हीटवेव की अधिक संभावना है।
- स्वास्थ्य विभाग गर्मी से संबंधित बीमारियों के साथ-साथ उनकी रोकथाम और प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने हेतु कार्यक्रमों की एक शृंखला आयोजित करने के लिये अंतर-विभागीय समन्वय स्थापित करेगा।
- विभाग भीड़भाड़ वाले स्थानों पर शीतल एवं स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करेगा तथा गर्मी से बचाव के लिये आश्रय स्थल उपलब्ध कराएगा।
- मौसम के पूर्वानुमान और तापमान को भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर स्थापित स्क्रीनों पर प्रदर्शित किया जाएगा, जबकि स्कूलों में गर्मी से बचाव पर जागरूकता सत्र आयोजित किये जाएंगे।
- विभाग चिकित्सा अधिकारियों, पैरामेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन कार्यकर्त्ताओं के प्रशिक्षण एवं जागरूकता को प्राथमिकता देगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे इन बीमारियों की तुरंत पहचान करने एवं उनका उपचार करने के कौशल से लैस हैं।
- आवश्यक दवाओं, अंतःशिरा तरल पदार्थ, आइस पैक, मौखिक पुनर्जलीकरण लवण और अन्य आवश्यक आपूर्ति की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
- गर्मी से संबंधित बीमारियों और उन्हें रोकने तथा प्रबंधित करने के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिये शैक्षिक सामग्री वितरित की जाएगी।
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