लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

झारखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 05 Apr 2024
  • 0 min read
  • Switch Date:  
झारखंड Switch to English

झारखंड समेत कई राज्यों में हीटवेव का प्रकोप

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो-तीन दिनों में कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में लू/हीटवेव चलने का पूर्वानुमान किया है।

मुख्य बिंदु:

  • मौसम विभाग ने अप्रैल-जून 2024 के दौरान देश के अधिकांश क्षेत्रों में शुष्क गर्मी का पूर्वानुमान किया है।
    • इस अवधि के दौरान 10 से 20 दिनों तक चलने वाली हीटवेव की उच्च संभावना है।
  • अप्रैल के दौरान प्री-मानसून वर्षा का प्रदर्शन मुख्य रूप से तटीय भारत, पूर्वी और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में औसत से नीचे रहेगा।
    • वर्षा का पूर्वानुमान बताता है कि फरवरी 2024 से इन क्षेत्रों में शुष्क मौसम जारी रहेगा।
    • वर्ष 2024 की गर्मी के मौसम में शुष्कता और जल की कमी बढ़ जाएगी।

हीटवेव:

  • हीटवेव, चरम गर्म मौसम की लंबी अवधि होती है जो मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
  • भारत एक उष्णकटिबंधीय देश होने के कारण विशेष रूप से हीटवेव के प्रति अधिक संवेदनशील है, जो हाल के वर्षों में लगातार और अधिक तीव्र हो गई है
  • भारत में हीटवेव घोषित करने के लिये भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मानदंड:
    • यदि किसी स्थान का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम-से-कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक एवं पहाड़ी क्षेत्रों में कम-से-कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुँच जाता है तो इसे हीटवेव की स्थिति माना जाता है।
    • यदि किसी स्टेशन का सामान्य अधिकतम तापमान 40°C से अधिक है, तो सामान्य तापमान से 4°C से 5°C की वृद्धि को लू की स्थिति माना जाता है
    • यदि किसी स्टेशन का सामान्य अधिकतम तापमान 40°C से कम या उसके बराबर है, तो सामान्य तापमान से 5°C से 6°C की वृद्धि को हीटवेव की स्थिति माना जाता है।
    • इसके अलावा 7 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक की वृद्धि को गंभीर हीटवेव की स्थिति माना जाता है।
    • यदि किसी स्टेशन का सामान्य अधिकतम तापमान 40°C से अधिक है, तो सामान्य तापमान से 4°C से 5°C की वृद्धि को हीटवेव की स्थिति माना जाता है। इसके अलावा 6 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक की वृद्धि को गंभीर हीटवेव की स्थिति माना जाता है।
    • इसके अतिरिक्त यदि सामान्य अधिकतम तापमान के बावजूद वास्तविक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहता है, तो हीटवेव घोषित किया जाता है।


 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2