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प्रदेश में 730 पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना का अनुसमर्थन
चर्चा में क्यों?
4 अप्रैल, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई जिसमें मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में 730 पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना का अनुसमर्थन किया।
प्रमुख बिंदु
- प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में अधिकतम 02 स्कूल (313 विकासखंडों में 626) और 52 ज़िलों के नगरीय निकायों में 104 स्कूल, इस तरह अधिकतम 730 स्कूलों को पी.एम. श्री स्कूल के रूप चिह्नित किया जाएगा।
- चिह्नित स्कूलों में से एक प्रारंभिक शिक्षा (कक्षा पहली से आठवीं) एवं एक विद्यालय उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के लिये संचालित होगा। पी.एम. श्री स्कूल की लागत 60:40 के अनुपात में केंद्र और राज्य द्वारा वहन की जाएगी।
- सभी 730 पी.एम. श्री स्कूलों पर प्रतिवर्ष 277 करोड़ 40 लाख रुपए का व्यय भार आएगा, जिसमें से राज्यांश 110 करोड़ 96 लाख रुपए प्रतिवर्ष होगा।
- यह परियोजना 5 वर्ष की है और इस अवधि में 554 करोड़ 80 लाख रुपए का व्यय भार राज्य सरकार पर आएगा। योजना के 5 वर्ष बाद इसका संचालन पूरी तरह राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि पी.एम. श्री स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के समग्र रूप से अनुपालन के साथ शिक्षा की गुणवत्ता, समानता एवं शिक्षा सुविधा की पहुँच का समावेश किया जाएगा। ये स्कूल अन्य विद्यालयों के लिये उदाहरण के रूप में प्रस्तुत होंगे।
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संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर ने सर्वाधिक बिजली उत्पादन का बनाया रिकार्ड
चर्चा में क्यों?
4 अप्रैल , 2023 को मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 8758.8 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन के साथ 74.6 प्रतिशत प्लांट लोड फेक्टर (पीएलएफ) अर्जित कर विद्युत गृह बिरसिंहपुर के इतिहास में सर्वाधिक विद्युत उत्पादन और सर्वोच्च पीएलएफ अर्जित करने का रिकार्ड बनाया है।
प्रमुख बिंदु
- इससे पूर्व इस विद्युत गृह ने वर्ष 2018-19 में कुल 8680.7 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन और 74 प्रतिशत पीएलएफ अर्जित किया था।
- संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर की 5 इकाइयों का वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल विशिष्ट तेल खपत 0.55 मिलीलीटर प्रति यूनिट और संयंत्र सहायक खपत (ऑक्जलरी कंजम्पशन) 8 प्रतिशत रही।
- उल्लेखनीय है कि संजय गांधी ताप विद्युत गृह में 210 मेगावाट क्षमता की 4 और 500 मेगावाट क्षमता की एक इकाई है। 210 मेगावाट क्षमता की 4 इकाइयाँ क्रमश: 7 अक्टूबर, 1993; 26 मई, 1994; 1 सितंबर, 1999 एवं 1 अप्रैल, 2000 को क्रियाशील हुई थीं। 500 मेगावाट की इकाई क्रमांक-पाँच 27 अगस्त, 2008 को क्रियाशील हुई थी। इस विद्युत गृह की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता 1340 मेगावाट है।
- संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर की 500 मेगावाट क्षमता की इकाई ने भी वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 3927.6 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन एवं 89.7 प्रतिशत पीएलएफ अर्जित करते हुए अभी तक का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन और सर्वाधिक पीएलएफ अर्जित करने का रिकार्ड कायम किया।
- इस इकाई की कुल विशिष्ट तेल खपत 0.24 मिलीलीटर प्रति यूनिट रही। यह अभी तक की न्यूनतम तेल खपत है।
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