उत्तर प्रदेश Switch to English
पीएम श्री योजना से बदलेगी गोरखपुर के 40 विद्यालयों की सूरत
चर्चा में क्यों?
2 फरवरी, 2023 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के बी.एस.ए. रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पीएम श्री योजना से गोरखपुर ज़िले के 40 विद्यालयों को अपग्रेड किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिये हर विद्यालय पर करीब दो-दो करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इन्हें मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें एक माध्यमिक और अन्य प्राथमिक विद्यालय शामिल है।
- हर विकास खंड से दो-दो विद्यालयों का विभिन्न मानकों पर प्राप्तांक के आधार पर मॉडल स्कूल के रूप में चयन किया जाएगा।
- गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा विभाग से सभी विकास खंडों से चार-चार स्कूलों की सूची तैयार कर भेजी गई है। बेसिक शिक्षा के कुल 80 स्कूलों में से 40 का चयन पीएम श्री के अंतर्गत करके उन्हें अपग्रेड किया जाएगा।
- इन विद्यालयों में नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत बच्चों को उनकी दक्षता के अनुरूप चाइल्ड पैडागॉजी आधारित पाठ्यक्रम से शिक्षण कार्य संचालित होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस एवं द्रव्य अपशिष्ट जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त आदि अवधारणाओं को विकसित किया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि पीएम श्री स्कूल योजना प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-एसएचआरआई) केंद्र सरकार की योजना है। इसमें देश के हर ब्लॉक से दो विद्यालयों का चयन कर उन्हें आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रथम चरण में योजना को पाँच सालों के लिये (2022-2027) लागू किया गया है।
- रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि विभिन्न मानकों के आधार पर ज़िले में माध्यमिक विद्यालयों में सिर्फ एक विद्यालय एडी गर्ल्स इंटर कॉलेज ही खरा उतरा है। पीएम श्री के लिये भेजी गई सूची में इस वजह से सिर्फ एडी गर्ल्स इंटर कॉलेज का ही नाम है।
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बुलंदशहर-खुर्जा के 55 गाँव यीडा में शामिल
चर्चा में क्यों?
2 फरवरी, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और खुर्जा विकास प्राधिकरण के 55 गांव अब यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में शामिल हो गए हैं। इसकी अधिसूचना जारी हो गई है।
प्रमुख बिंदु
- यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में इन गांवों के शामिल होने से यमुना प्राधिकरण के लॉजिस्टिक, वेयरहाउसिंग और कार्गो हब का दायरा बढ़ जाएगा।
- यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा ज़िले आते हैं। अभी तक बुलंदशहर ज़िले के 40 गाँव प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में थे।
- यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में ही एयरपोर्ट भी बन रहा है। लॉजिस्टिक और वेयरहाउसिंग हब भी विकसित होगा। इस हब को रेलमार्ग से जोड़ने की योजना थी। इसके लिये प्राधिकरण को अपना दायरा बढ़ाकर दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के पास तक ले जाना था। इसके लिये प्राधिकरण ने 55 गाँवों को शामिल करने की योजना बनाई।
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