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बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Jan 2023
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बिहार को जल्द जोड़ा जाएगा टेफकोफ पोर्टल से

चर्चा में क्यों?

5 जनवरी, 2023 को बिहार के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के वरिष्ठ उप महानिदेशक गिरजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि बिहार को जल्द से जल्द टेफकोफ (टेलीकॉम एनालेटिक्ल फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्क्शन) पोर्टल से जोड़ा जाएगा, जिससे राज्य के मोबाइल उपभोक्ता घर बैठे पता लगा सकेंगे कि आपके नाम पर कितने मोबाइल सिम कनेक्शन एक्टिव हैं तथा इनमें कितने फर्जी आईडी पर लिये गए और कब से उनका इस्तेमाल किया जा रहा है।

प्रमुख बिंदु 

  • गिरजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि साइबर क्राइम और देश विरोधी एक्टिविटी में फर्जी सिमों का इस्तेमाल खासकर सूबे के सीमावर्ती क्षेत्र नेपाल, रक्सौल, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सीतामढ़ी आदि इलाके में बड़े पैमाने पर किये जाने की सूचना आती रहती है।
  • उन्होंने बताया कि टेफकोफ (टेलीकॉम एनालेटिक्ल फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्क्शन) पोर्टल को विशेष तौर पर नॉर्थ ईस्ट स्टेट से जोड़ा गया है।
  • उल्लेखनीय है कि टेफकोफ पोर्टल की शुरुआत 2020 में आंध्र प्रदेश से शुरू की गई थी। अभी तक आंध्र प्रदेश, केरल, राजस्थान, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिज़ोरम, जम्मू-कश्मीर और त्रिपुरा को टेफकोफ से जोड़ा गया है।
  • डीओटी के वरिष्ठ उप महानिदेशक ने बताया कि जिस स्टेट में यह पोर्टल शुरू करना होता है, वहाँ का डेटा एकत्र कर टेस्ट किया जाता है। इस प्रोसेस में दो- तीन माह का वक्त लगता है। एक- एक राज्य का चयन कर इसे लागू किया जा रहा है।
  • उन्होंने बताया कि पोर्टल पर आधार नंबर डालते ही मोबाइल धारक को यह पता चल जाएगा कि उसके नाम से कितने सिम एक्टिव हैं। पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ता फर्जी तरीके से संचालित सिम कनेक्शन को बंद करा सकते हैं। इसके लिये कंपनी को अनुरोध करना होगा। उसके बाद संबंधित उपभोक्ता के मामले की गहन जाँच- पड़ताल की जाएगी और मामला सही पाए जाने पर फर्जी कनेक्शन को बंद कर दिया जाएगा। 

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