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ज़िलास्तरीय इनवेस्टमेंट समिट का आयोजन
चर्चा में क्यों?
5 जनवरी, 2022 को इनवेस्ट राजस्थान 2022 समिट से पहले जयपुर में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत की अध्यक्षता में ज़िलास्तरीय इनवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया। इसमें कुल 23 हज़ार 528 करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू और एलओआई हुए, इससे प्रदेश में 1 लाख 13 हज़ार से अधिक रोज़गार का सृजन होगा।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर शकुंतला रावत ने बताया कि इनवेस्ट राजस्थान समिट को इस बार नए तरीके से कराया जा रहा है, ताकि अधिक-से-अधिक निवेश प्रस्तावों को ज़मीन पर उतारा जा सके।
- इसके लिये पहली बार सरकार सम्मेलन से पहले ज़िलों में भी ऐसे निवेश सम्मेलन करा रही है। सभी ज़िलों में मुख्य समिट से पहले एक माह तक ये सम्मेलन किये जाएंगे।
- उद्योग मंत्री ने बताया कि 5 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के लिये एमओयू से लेकर ज़मीन खरीदने तक की प्रक्रिया यहीं तय कर ली जाएगी। निवेश जब पक्का हो जाएगा तो उद्घाटन शिलान्यास के स्तर पर ही इसे मुख्य समिट तक लाया जाएगा।
- इस अवसर पर इलेक्ट्रिक ह्वीकल बनाने और स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिये भी एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए। इसके अलावा सोलर पैनल, इंफ्रास्ट्रक्चर, फूड प्रोसेसिंग, फर्नीचर, ऑटोमोबाइल, जेम्स और ज्वेलरी, प्लाईवुड, होटल और हॉस्पिटल, टेक्सटाइल और गारमेंट से जुड़े उद्योगों की स्थापना के लिये एमओयू तथा एलओयू पर हस्ताक्षर किये गए।
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निर्वाचन विभाग ने किया प्रदेश के 200 निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
चर्चा में क्यों?
5 जनवरी, 2022 को निर्वाचन विभाग ने राजस्थान में मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के सभी 200 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 14 लाख 22 हज़ार 968 मतदाताओं के नाम जोड़े गए। इनमें 7 लाख 20 हज़ार 223 पुरुष और 7 लाख 2 हज़ार 745 महिलाएँ हैं। इस प्रकार राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 2.87 प्रतिशत मतदाताओं की वृद्धि हुई।
- उन्होंने बताया कि अंतिम प्रकाशन की तिथि तक राज्य में कुल 5 करोड़ 9 लाख 43 हज़ार 21 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से 2 करोड़ 65 लाख 32 हज़ार 787 पुरुष एवं 2 करोड़ 44 लाख 10 हज़ार 234 महिला मतदाता सम्मिलित हैं।
- पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान कुल 23 हज़ार 869 विशेष योग्यजनों का भी पंजीकरण किया गया। सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची में कुल 5 लाख 26 हज़ार 991 विशेष योग्यजन मतदाता पंजीकृत हैं।
- पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान ऑनलाइन माध्यम से कुल 28 लाख 46 हज़ार 506 आवेदन-पत्र ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं, जो कि संपूर्ण देश में सर्वाधिक है। 18 वर्ष की आयु के 3 लाख 26 हज़ार 103 युवा मतदाताओं एवं 18 वर्ष से अधिक आयु के 7 लाख 78 हज़ार 718 मतदाताओं द्वारा अपने स्वयं के मोबाइल नंबर की सूचना आवेदन-पत्र में देकर मतदाता सूची में पंजीकरण करवाया गया है।
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रकाशित मतदाता सूची में 80 या 80 वर्ष से अधिक आयु के कुल 13 लाख 17 हज़ार 741 मतदाता पंजीकृत हैं।
- इसी प्रकार से विभिन्न विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 5 लाख 26 हज़ार 991 विशेष योग्यजन मतदाता मतदाता सूची में पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1 लाख 42 हज़ार 827 सेवा नियोजित मतदाता अंतिम भाग में पंजीकृत हैं।
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नागौर, चूरू तथा अजमेर में नवीन राजस्व ग्राम घोषित
चर्चा में क्यों?
5 जनवरी, 2022 को राजस्थान सरकार ने अलग-अलग अधिसूचनाएँ जारी कर चूरू, अजमेर, नागौर ज़िले के मजरों एवं ढाणियों को नवीन राजस्व ग्राम घोषित किया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्व विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार नागौर ज़िले की तहसील कुचामन सिटी के मूल राजस्व ग्राम सबलपुरा को नवीन राजस्व ग्राम नाडापुरा एवं सिंधपुरा को शहीद रामेश्वर नगर नवीन राजस्व ग्राम घोषित किया गया है।
- इसी प्रकार अजमेर की तहसील भिनाय के पाडलिया मूल राजस्व ग्राम को गोरधनपरा तथा गुढ़ाखुर्द को इंद्रपुरा नवीन राजस्व ग्राम घोषित किया गया है। अजमेर में ही सोमलपुर मूल राजस्व ग्राम को आगला कांकड, शाही, चंदवाला तथा डाली नवीन राजस्व ग्राम घोषित किया गया है।
- अधिसूचना के अनुसार चूरू ज़िले के रामदेवरा तथा जसरासर राजस्व ग्राम को जसरासर बास नवीन राजस्व ग्राम घोषित किया गया है।
- इन राजस्व ग्रामों के गठन से प्रभावित मूल एवं नवीन राजस्व ग्राम के अभिलेखों के अलग-अलग संधारण के लिये तथा इनकी पृथक्-पृथक् जमाबंदी, खसरा नंबर एवं नक्शे अभिलेखों के परिशोधन कार्य के लिये संबंधित ज़िलों के कलक्टर को अधिकृत किया गया है।
- राज्य सरकार द्वारा जारी एक अन्य अधिसूचना में चूरू के पटवार मंडल जसरासर एवं नाकरासर का पुनर्गठन किया गया है। जसरासर गाँव के क्षेत्राधिकार में अब जसरासर, रामपुरा बास, दुधवामीठा, जसरासर बास राजस्व ग्राम सम्मिलित होंगे तथा नाकरासर गाँव में नाकरासर तथा रामदेवरा राजस्व ग्राम को सम्मिलित किया जाएगा।
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