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उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग का हुआ शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
4 दिसंबर, 2023 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग की मशाल को प्रज्ज्वलित कर लीग का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथजी महाराज पंचम अखिल भारतीय प्राइजमनी पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता-2023 के विजेताओं के लिये पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
- कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने जेडी एकेडमी नई दिल्ली को हराकर खिताब जीता। मुकाबला समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने विजयी टीमों व खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।
- मुख्यमंत्री ने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता में अगले वर्ष पुरस्कार राशि दोगुनी करने का निर्देश भी खेल विभाग को दिया।
- मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता प्रदेश के सभी विकास खंडों में होगी। इसमें कई तरह की खेल प्रतियोगिताएँ होंगी। ब्लॉक स्तर के बाद ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को जनपद, जोन और प्रदेश स्तर पर मौका मिलेगा। इससे लाखों खिलाड़ी लाभान्वित होंगे।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेल के संसाधनों और गतिविधियों को बढ़ाने के लिये सरकार ने कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसके तहत हर गाँव में खेल के मैदान व ओपन जिम विकसित किये जा रहे हैं। ज़िला स्तर पर स्टेडियम व ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे हैं।
- वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 2 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम हैं। वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य जारी है। प्रदेश में 15 सिंथेटिक हॉकी ट्रैक, 3 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 67 बहुउद्देश्यीय स्पोर्ट्स हाल, 15 इनडोर बास्केटबॉल हाल, 2 जूडो हाल, 6 शूटिंग रेंज बनाए जा चुके हैं। मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश का पहला विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण हो रहा है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट और सांसद खेल स्पर्द्धा से खेल और खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहन मिला है। इसे और गति देने के हर ज़िले में स्पोर्ट्स सेंटर बनाए जा रहे हैं।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदेश सरकार पर्याप्त धनराशि देने के साथ उन्हें सरकारी नौकरी दे रही है। डेढ़ लाख रुपए मासिक मानदेय पर कई कोच नियुक्त किये गए हैं। एकलव्य क्रीड़ा कोष से भी खिलाड़ियों को मदद दी जा रही है।
- उन्होंने कहा कि ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने और पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को भरपूर पुरस्कार राशि दिया जा रहा है, साथ में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वालों को राजपत्रित पदों पर नियुक्ति दी जा रही है। प्रदेश में 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति दी जा चुकी है।
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उत्तर प्रदेश के दिव्यांग तेजवीर, अभिनव चौधरी और दिव्यांग डेवलपमेंट सोसाइटी को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
3 दिसंबर, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में एक भव्य समारोह में उत्तर प्रदेश के दिव्यांग तेजवीर, अभिनव चौधरी और दिव्यांग डेवलपमेंट सोसाइटी को राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में दिव्यांगजन सशक्तिकरण के लिये विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय योगदान के लिये देशभर से 21 व्यक्तियों और 9 संस्थानों को राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 प्रदान किया।
- गौतम बुद्ध नगर के दादरी तहसील के दुजाना गाँव के 90% गतिविषयक दिव्यांगजन (दोनों पैरों से दिव्यांग) तेजवीर सिंह को सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये‘श्रेष्ठ दिव्यांगजन’ की श्रेणी में व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया गया है।
- दिव्यांग तेजवीर सिंह को इससे पहले भी ज़िला प्रशासन और प्रदेश सरकार की तरफ से सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2021 में डीएम ने तेजवीर सिंह को सम्मानित किया था। वर्ष 2022 में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोल्ड मेडल और 2 लाख रुपए देकर उन्हें सम्मानित किया था।
- गाजियाबाद के 60% बौद्धिक दिव्यांगजन अभिनव चौधरी को कला एवं संस्कृति तथा समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये ‘श्रेष्ठ दिव्यांगजन’ की श्रेणी में व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया गया है।
- कला और संस्कृति एवं नृत्य, अभिनव और माडलिंग से जुड़े अभिनव चौधरी ने ‘डांस इंडिया डांस’ जैसे विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के नृत्य कार्यक्रमों में भाग लिया और 2018 में जीत हासिल की।
- उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया द्वारा ‘एक विशेष बच्चे द्वारा किये गए सबसे अधिक डांस फार्म के लिये विश्व रिकॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कई अन्य राज्य और ज़िला स्तर के पुरस्कार भी जीते हैं।
- वे एक डांस अकादमी चला रहे हैं, जहाँ विशेष आवश्यकताओं और वंचित बच्चों को नृत्य सिखाते हैं, जो एक समाज सेवा है।
- इसी प्रकार कानपुर स्थित गैर-लाभकारी संगठन दिव्यांग डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा किये जा रहे कार्यों को मान्यता देते हुए उन्हें ‘पुनर्वासन पेशेवरों के विकास में कार्यरत सर्वश्रेष्ठ संगठन’ की श्रेणी में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने से संबंधित कार्य करने वाले संस्थान हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया गया है।
- गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 1969 में नियोक्ताओं और कर्मचारियों के रूप में उत्कृष्ट दिव्यांगजनों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने की एक योजना को मंज़ूरी दी थी। ये पुरस्कार दिव्यांगजनों से संबंधित मुद्दों पर जनता का ध्यान केंद्रित करने और उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित किये गए हैं।
- रास्ट्रीय पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 3 दिसंबर को उत्कृष्ट दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिये काम करने वाले व्यक्तियों/संगठनों को ‘अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस’ पर प्रदान किये जाते हैं।
- वर्ष 2023 के लिये विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों के तहत दिये गए हैं-
I. विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार-2023-व्यक्तिगत उत्कृष्टता
- सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन
- श्रेष्ठ दिव्यांगजन
- लोकोमोटर चुनौती - (लोकोमोटर, मांसपेशीय चुनौतियाँ, बौनापन, एसिड अटैक विक्टिम, कुष्ठ रोग से उबरे हुए, सेरेब्रल पाल्सी)
- दृश्य हानि - (अंधापन, कम दृष्टि)
- श्रवण हानि (बहरा, सुनने में कठिनाई, बोलने और भाषा की चुनौती)
- बौद्धिक विकलांगता (मानसिक मंदता, मानसिक व्यवहार, विशिष्ट सीखने की चुनौती, ऑटिज़म स्पेक्ट्रम विकार)
- उपरोक्त उल्लिखित विकलांगताओं को छोड़कर कोई भी निर्दिष्ट विकलांगता।
- श्रेष्ठ दिव्यांग बाल/बालिका
- सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति - दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिये कार्यरत्स
- र्वश्रेष्ठ पुनर्वास पेशेवर (पुनर्वास पेशेवर/कार्यकर्त्ता) - दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत्
II. दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने में लगे संस्थानों के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार-2023
- दिव्यांग सशक्तिकरण हेतु सर्वश्रेष्ठ संस्थान (निजी संगठन, एनजीओ)
- दिव्यांगों के लिये सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता - (सरकारी संगठन/पीएसई/स्वायत्त निकाय/निजी क्षेत्र)
- सुगम्य भारत अभियान के कार्यान्वयन/बाधामुक्त परिवेश के सृजन में सर्वश्रेष्ठ राज्य/यूटी/ज़िला
- सर्वश्रेष्ठ सुगम्य यातायात के साधन/सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (सरकारी/निजी संगठन)
- दिव्यांगजनों के अधिकार अधिनियम/यूडीआईडी एवं दिव्यांग सशक्तिकरण की अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ राज्य/यूटी/ज़िला
- दिव्यांगजनों के अधिकार अधिनियम, 2016 के अपने राज्य में कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ राज्य के दिव्यांगजन आयुक्त
- पुनर्वास पेशेवरों के विकास में संलग्न सर्वश्रेष्ठ संगठन
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