अपराध के मामलों में राँची पहले, धनबाद दूसरे व बोकारो तीसरे पायदान पर | झारखंड | 05 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 4 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड राज्य में इस वर्ष अपराध के मामलों में राँची पहले, धनबाद दूसरे व बोकारो तीसरे पायदान पर है।
प्रमुख बिंदु
- इस वर्ष अपराध के बढ़े मामले चिंताजनक हैं, जनवरी से जून महीने के बीच राँची, धनबाद, बोकारो व गिरिडीह में आपराधिक मामले पहले कम हुए, फिर बढ़े।
- क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो झारखंड के अनुसार, जनवरी से जून के बीच चोरी के सबसे अधिक मामले राँची में 1278, धनबाद में 536, बोकारो में 397 व गिरिडीह में 151 दर्ज किये गए। जनवरी से जून के बीच बलात्कार के मामले सबसे अधिक राँची में 90, गिरिडीह में 75, धनबाद में 38 तथा बोकारो में 32 मामले दर्ज किये गए।
- गौरतलब है कि अपराध के कुल मामले जनवरी के मुकाबले फरवरी और मार्च में कम दर्ज हुए। जनवरी में कुल मामले 595, फरवरी में 480 व मार्च में 466 दर्ज किये गए, मगर अपराध के कुल मामले फिर से बढ़कर अप्रैल, मई और जून में क्रमश: 550, 587 और 537 हो गए, जो कि चिंताजनक है।
झारखंड के पहले डीजीपी शिवाजी महान कैरे का निधन | झारखंड | 05 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 4 सितंबर, 2023 को झारखंड के प्रथम पुलिस महानिदेशक (DGP) शिवाजी महान कैरे का 78 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह 1967 बैच के IPS अधिकारी थे।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड के पहले डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शिवाजी महान कैरे के निधन पर राँची के पुलिस मुख्यालय सभागार में शोकसभा का आयोजन किया गया। इसमें झारखंड पुलिस के सेवानिवृत्त एवं वर्तमान आईपीएस अधिकारियों ने उनके साथ अपने बिताए गए समय को सहकर्मियों के साथ साझा किया।
- 11 जून, 1945 को उत्तर प्रदेश में जन्मे शिवाजी महान कैरे ने गणित विषय के साथ स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की थी। शिक्षा के क्षेत्र में विलक्षण प्रतिभा के कारण वर्ष 1967 में इनका चयन भारतीय पुलिस सेवा में हुआ था। उन्हें बिहार कैडर आवंटित किया गया था।
- झारखंड राज्य के स्थापना काल के दौरान इन्हें 12 नवंबर, 2000 को झारखंड का प्रथम पुलिस महानिदेशक बनने का गौरव प्राप्त हुआ।
- पुलिस महानिदेशक के बाद शिवाजी महान कैरे का ट्रांसफर महानिदेशक (निगरानी) के पद पर किया गया था, जहाँ ये नवंबर 2002 तक कार्यरत् रहे। उसके बाद इन्हें महानिदेशक सह महासमादेष्टा (गृह रक्षा वाहिनी) एवं अग्निशमन सेवा बनाया गया, जहाँ शिवाजी महान कैरे ने वर्ष 2004 तक अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया।