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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 05 Aug 2023
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अंगदान महाअभियान की शुरुआत

चर्चा में क्यों?

3 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से शुरू किये गए अंगदान महाअभियान का शुभारंभ तथा इसके पोस्टर का विमोचन किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 771 करोड़ रुपए की लागत के 249 कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने दस चिरंजीवी 104 जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस एवं 25 मोबाईल फूड टेस्टिंग लैब को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।  
  • उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार नए ज़िला अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र खोलकर स्वास्थ्य ढाँचे को सुदृढ़ किया गया है। स्वास्थ्य का अधिकार कानून लागू करने वाला राजस्थान देश का एकमात्र राज्य है।  
  • उन्होंने कहा कि राज्य में 30 ज़िलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। शेष तीन ज़िलों में सरकार ने स्वयं के खर्चे पर मेडिकल कॉलेज खोलने का फैसला किया है। सभी ज़िलों में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।  
  • मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत नि:शुल्क पंजीकरण का दायरा बढ़ाकर सभी ई.डब्ल्यू.एस. तक करने की घोषणा की। इसके अनुसार सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति सहित सभी वर्गों के 8 लाख से कम आय वाले परिवारों की प्रीमियम राशि का भुगतान राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा।  
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अंगदाताओं के परिजनों तथा अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मॉडल स्टेट राजस्थान की थीम पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।   
  • इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि प्रदेश में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 88 प्रतिशत परिवारों को कवर किया जा चुका है। 1.38 करोड़ परिवारों का बीमा प्रीमियम राज्य सरकार द्वारा भरा जा रहा है। 

   


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नेशनल हैंडलूम वीक-2023

चर्चा में क्यों?

3 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में बुनकरों, हथकरघा और खादी क्षेत्र के उत्पादों को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किये जा रहे नेशनल हैंडलूम वीक-2023 का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया।  

प्रमुख बिंदु  

  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य के हैंडलूम उत्पाद यहाँ की संस्कृति, विरासत और इतिहास को दर्शाते हैं। स्वतंत्रता संग्राम में भी हथकरघा एवं खादी की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। इन उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने और एक बेहतर मंच दिये जाने के लिये प्रदेश में इस तरह का पहली बार आयोजन किया जा रहा है। 
  • विदित है कि जवाहर कला केंद्र में 3 से 7 अगस्त तक नेशनल हैंडलूम वीक-2023 का आयोजन किया जा रहा है।  
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हथकरघा कारीगरों की आमदनी बढ़ाने तथा उनके उत्थान के लिये प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसी क्रम में एमएसएमई नीति-2022 में यह प्रावधान किया था कि इस प्रकार का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाएगा।  
  • इससे राज्य के हैंडलूम उत्पादों के प्रति राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खरीदार आकर्षित होंगे। साथ ही, राज्य के हथकरघा बुनकरों व खादी के विभिन्न उत्पादों को प्रोत्साहित किया जा सकेगा।  
  • उन्होंने कहा कि यहाँ देश के विभिन्न राज्यों से हस्तशिल्पी और दस्तकार अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन और विक्रय कर सकेंगे। यह आयोजन मार्केटिंग की दृष्टि से बेहतर अवसर साबित होगा। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र के उत्पादों और उनसे जुड़े दस्तकारों के उत्थान के लिये राजस्थान की प्रथम हस्तशिल्प नीति-2022 जारी की गई है। इस नीति से राज्य में हैंडलूम क्षेत्र में लगभग 50 हज़ार रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे। 
  • उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि बुनकरों की आबादी में लगभग 85 प्रतिशत अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हैं। इनके उत्थान के लिये सरकार का उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, राजस्थान हथकरघा विकास निगम, बुनकर संघ, खादी बोर्ड, रुड़ा आदि के माध्यम से कई योजनाएँ और कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।  
  • राज्य सरकार द्वारा विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना-2023 लागू की गई है। इसके अंतर्गत महिलाओं, कामगार, हस्तशिल्पी, केश कला, माटी कला के दस्तकार और घुमंतू वर्ग के 1 लाख युवाओं को स्वयं का रोज़गार शुरू करने के लिये आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। 
  • अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) वीनू गुप्ता ने कहा कि राज्य में हथकरघा और खादी उत्पादों के लिये स्थाई मार्केटिंग की व्यवस्था हेतु सीधे क्रय करने वाली कंपनियों, बायिंग एजेंट, रिटेलर एसोसिएशन, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मार्केटिंग कंपनियों को नेशनल हैंडलूम वीक-2023 में आमंत्रित किया गया है।  
  • इस पाँच दिवसीय आयोजन के दौरान हथकरघा और खादी उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिये 80 स्टॉल्स लगाए गए हैं, जिनमें 70 स्टॉल्स में राज्य के खादी और हथकरघा उत्पादों तथा 10 स्टॉल्स में अन्य राज्य के बुनकरों के उत्कृष्ट उत्पादों का विक्रय और प्रदर्शन किया जाएगा।  
  • आयोजन में 10 राष्ट्रीय बुनकर पुरस्कार विजेता भी उपस्थित रहेंगे, जो कि अपनी असाधारण कृतियों का प्रदर्शन और बिक्री करेंगे। 
  • नेशनल हैंडलूम वीक के दौरान बायर-सेलर मीट, प्रदर्शनी, थीम पैवेलियन, टॉक शो, क्विज प्रतियोगिता, वर्कशॉप और सेमिनार के साथ-साथ राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में ‘फैशन शो’का आयोजन भी किया जाएगा।

 


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