वायु प्रदूषण से निपटान हेतु 10,000 करोड़ रुपए की परियोजना | हरियाणा | 04 Jun 2024
चर्चा में क्यों
हरियाणा के मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिये जल्द ही विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित 10,000 करोड़ रुपए की परियोजना शुरू करेगी
- मुख्य बिंदु:
- परियोजना विभिन्न चरणों में क्रियान्वित की जाएगी। प्रारंभिक चरण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में आने वाले ज़िलों पर केंद्रित है, जिसे बाद में पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। हरियाणा के वायु गुणवत्ता निगरानी अवसंरचना में सुधार परियोजना का हिस्सा है, जिसमें अत्याधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना और मौजूदा प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण शामिल है।
- परियोजना के कार्यान्वयन की देखरेख के लिये एक समर्पित कार्यक्रम प्रबंधन इकाई की स्थापना की जाएगी।
- इसमें वायु गुणवत्ता प्रबंधन में लगे हितधारकों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं
- परियोजना का लक्ष्य परिवहन, उद्योग, निर्माण, सड़क की धूल, बायोमास दहन और घरेलू प्रदूषण है।
- इसका उद्देश्य स्वच्छ वाहनों को बढ़ावा देना, इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को प्रोत्साहित करना तथा पुराने, प्रदूषणकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करना है।
विश्व बैंक
- परिचय:
- इसे वर्ष 1944 में IMF के साथ मिलकर पुनर्निर्माण और विकास के लिये अंतर्राष्ट्रीय बैंक (IBRD) के रूप में स्थापित किया गया था। बाद में IBRD विश्व बैंक बन गया।
- विश्व बैंक समूह पाँच संस्थानों की एक अनूठी वैश्विक साझेदारी है जो विकासशील देशों में गरीबी को कम करने और साझा समृद्धि का निर्माण करने वाले स्थायी समाधानों के लिये कार्य कर रहा है।
- विश्व बैंक संयुक्त राष्ट्र की विशिष्ट एजेंसियों में से एक है।
- सदस्य:
- 189 देश इसके सदस्य हैं।
- भारत भी इसका सदस्य है।
हरियाणा सरकार ने कम जल आपूर्ति के आरोप से किया इनकार | हरियाणा | 04 Jun 2024
चर्चा में क्यों
हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री ने दिल्ली सरकार के इस आरोप को खारिज कर दिया कि हरियाणा दिल्ली को आवंटित जल का हिस्सा नहीं दे रहा है
- हरियाणा सरकार ने दिल्ली को तय मात्रा से ज़्यादा जल दिया है
मुख्य बिंदु:
- दिल्ली इस समय जल की भारी कमी से जूझ रही है और दिल्ली सरकार ने हरियाणा पर यमुना से ज़रूरी मात्रा में जल न छोड़ने का आरोप लगाया है।
- हरियाणा और दिल्ली के बीच जल विवाद इस क्षेत्र में संसाधन आवंटन तथा प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर करता है।
यमुना नदी
- परिचय
- यमुना नदी उत्तरी भारत में गंगा की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है।
- यह यमुना-गंगा मैदान का एक अभिन्न हिस्सा है, जो विश्व के सबसे व्यापक जलोढ़ मैदानों में से एक है।
- उद्गम
- इसका स्रोत निचले हिमालय पर्वतमाला में बंदरपूछ शिखर के दक्षिण-पश्चिमी किनारों पर 6,387 मीटर की ऊँचाई पर यमुनोत्री ग्लेशियर में है।
- बेसिन
- यह उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से होकर बहने के बाद प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में संगम (जहाँ कुंभ मेला आयोजित होता है) पर गंगा से मिलती है।
- महत्त्वपूर्ण बाँध: लखवार-व्यासी बाँध (उत्तराखंड), ताजेवाला बैराज बाँध (हरियाणा) आदि।
- महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ: चंबल, सिंध, बेतवा और केन।