वाराणसी में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 का समापन | उत्तर प्रदेश | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
3 जून, 2023 को भारत की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी उत्तर प्रदेश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में तीसरे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 का समापन हुआ।
प्रमुख बिंदु
- पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ (पीयूसी) को 26 स्वर्ण, 17 रजत और 26 काँस्य पदकों के साथ समग्र चैंपियन घोषित किया गया।
- गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर (जीएनड़ीयू) 24 स्वर्ण, 27 रजत, 17 काँस्य के साथ दूसरे स्थान पर और जैन विश्वविद्यालय, कर्नाटक 16 स्वर्ण, 10 रजत, 6 काँस्य पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
- गौरतलब है कि इस साल खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का तीसरा संस्करण 25 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश में आयोजित किया गया। ये प्रतियोगिताएँ वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ और गौतम बुद्ध नगर में आयोजित की गई।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 में 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4000 से अधिक एथलीटों ने 12 प्रतियोगिता दिनों में 21 खेलों में प्रतिस्पर्धा की।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण के शुभंकर का नाम जीतू रखा गया था, जो उत्तर प्रदेश के राजकीय पशु स्वैंप डियर (बारहसिंघा) का प्रतिनिधित्व करता है।
- उल्लेखनीय है कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का पहला संस्करण वर्ष 2020 में ओडिशा में आयोजित हुआ था तथा दूसरा संस्करण वर्ष 2022 में बंगलुरू, कर्नाटक में आयोजित किया गया था (कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2021 से 2022 में स्थानांतरित)।
‘उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना’ | उत्तर प्रदेश | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
2 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचायती राज विभाग की प्रस्तावित ‘उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना’का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- ‘उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना’के अंतर्गत विदेश में बसे उत्तर प्रदेश के निवासी अब अपने पैतृक गाँव में अपने परिजनों, पुरखों की याद में सामुदायिक केंद्र, बारात घर और ऐसे ही अन्य निर्माण कार्य करवा सकेंगे।
- विदित है कि उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग ग्रामीण परिवेश से निकलकर देश के विभिन्न शहरों व राज्यों तथा विदेश में निवासरत हैं और कार्यरत हैं। ऐसे लोग उत्तर प्रदेश के अपने पैतृक गाँव के विकास में सहयोग प्रदान करना चाहते हैं मगर पूर्व में कोई व्यवस्था न होने की वजह से वांछित सहयोग प्रदान नहीं कर पा रहे थे।
- योजना के तहत अगर कोई व्यक्ति, निजी संस्था किसी ग्राम पंचायत में विकास कार्य, अवस्थापना सुविधा का विकास और पंचायतीराज अधिनियम की धारा 15 के तहत अनुमन्य कार्य करवाना या करना चाहते हैं और कार्य की लागत का न्यूनतम 60 प्रतिशत धनराशि दान स्वरूप वहन करने के इच्छुक हैं तो राज्य सरकार शेष 40 फीसदी लागत लगाएगी।
- कार्य पूरा होने के बाद राज्य सरकार द्वारा निर्धारित आकार व प्रकार शिलापट्ट सहयोग करने वाले व्यक्ति या संस्था के प्रस्ताव के अनुसार अथवा उक्त भवन या अवस्थापना सुविधा के ऊपर लगवाया जाएगा।
बीएसईबी ने लॉन्च किया मोबाइल एप | बिहार | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
4 जून, 2023 को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने छात्रों व शिक्षकों के लिये ‘बीएसईबी मोबाइल एप’लांच किया है।
प्रमुख बिंदु
- इस एप पर स्टूडेंट्स को पढ़ाई व परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारी मिलेगी। मैट्रिक व इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स सभी जरूरी जानकारी इस एप की मदद से ले सकते हैं।
- ‘बीएसईबी मोबाइल एप’के माध्यम से मैट्रिक व इंटर के लाखों परीक्षार्थी अपना फाइनल एडमिट कार्ड, डमी एडमिट कार्ड, रजिस्ट्रेशन कार्ड, ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म के साथ अन्य जानकारी यहाँ देख सकते हैं।
- इसके साथ ही इस एप के माध्यम से सभी शिक्षक, जो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की परीक्षाओं में मूल्यांकन कार्य करते हैं, उन्हें भी मोबाइल एप के माध्यम से उनका ज्वाइनिंग लेटर आदि सभी जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी।
- बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि एप का उपयोग शुरू हो गया है और सभी स्टूडेंट्स को यूनिक आईडी नंबर दे दिया गया है।
- यूनिक आईडी से स्टूडेंट्स की पहचान हो जाएगी। स्टूडेंट्स एप पर अपना सर्टिफिकेट व अन्य कागज़ात भी देख सकते हैं। उसका प्रिंट भी ले सकते हैं। डमी एडमिट कार्ड से लेकर सर्टिफिकेट तक एप पर ही मिलेगी।
मैथिली गायिका सोनी चौधरी को मिला ‘बिहार रत्न सम्मान’ | बिहार | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
3 जून, 2023 को बिहार की राष्ट्रीय युवा कल्याण परिषद के अध्यक्ष विश्वमोहन चौधरी ने पटना में आयोजित सम्मान समारोह में राज्य के दरभंगा ज़िले की कवयित्री और मैथिली लोक गायिका सोनी चौधरी को बेहतर गायिकी के लिये ‘बिहार रत्न सम्मान’से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- बेहतर गायिकी के लिये सोनी चौधरी को इससे पूर्व आकलन एवं कार्य निष्पादन मूल्यांकन परिषद, नयी दिल्ली द्वारा ‘संगीत रत्न सम्मान 2022’ व दतिया गुरुकुल (मध्य प्रदेश) द्वारा ‘सुर मधुकर सम्मान’से नवाज़ा जा चुका है।
- इनके अलावा सोनी चौधरी को तिलकामांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर द्वारा ‘तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान’, मिथिला शिक्षा मंच, समस्तीपुर द्वारा ‘स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान’, बिहार शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास परिषद, पटना द्वारा ‘बिहार सम्मान’, महिनाथपुर की संस्था द्वारा ‘संत शिरोमणि लक्ष्मीनाथ गोसाई सम्मान’आदि से भी सम्मानित किया जा चुका है।
- सम्मान मिलने के बाद सोनी चौधरी ने बताया कि यह सम्मान उनके संस्कार में रची- बसी मातृभाषा मैथिली और पारंपरिक लोकगीतों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति उत्साह बढ़ाने का काम करेगा।
जल जीवन मिशन कनेक्शन में राजस्थान 12वें स्थान पर | राजस्थान | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
4 जून, 2023 को राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने बताया कि जल जीवन मिशन में अभी तक कुल कनेक्शन का आँकड़ा 42.14 लाख को पार कर राजस्थान देश में 12वें स्थान पर पहुँच गया है।
प्रमुख बिंदु
- जलदाय मंत्री ने बताया कि जल जीवन मिशन में अभी तक 16 हज़ार 36 करोड़ रुपए खर्च कर व्यय के मामले में प्रदेश दूसरे स्थान पर पहुँच गया है। मिशन के तहत चालू वित्तीय वर्ष में अभी तक कुल 1521 करोड़ रुपए व्यय किये जा चुके हैं।
- उच्च स्तर पर निरंतर मॉनिटरिंग एवं समीक्षा से प्रदेश में मिशन का ग्राफ तेजी से आगे बढ़ रहा है। राजस्थान ने अब तक के सर्वाधिक जल कनेक्शन का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 31 मार्च को एक दिन में 27 हज़ार 470 कनेक्शन किये थे।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 14 लाख 13 हज़ार 679 जल कनेक्शन किये जा चुके हैं। चालू वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में कुल 4.75 लाख कनेक्शन का लक्ष्य है, जिसमें से 31 मई तक 3.05 लाख कनेक्शन हो चुके हैं।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 के जल जीवन मिशन के तय लक्ष्यों को हासिल करने वाले श्रेष्ठ 5 ज़िलों में झालावाड़ ने 76 प्रतिशत, भीलवाड़ा ने 71, कोटा ने 69, चित्तौड़गढ़ ने 66 एवं उदयपुर ने 66 प्रतिशत प्रगति दर्ज की। प्रदेश में कुल 7 ज़िलों ने 50 फीसदी से अधिक जल कनेक्शन का लक्ष्य हासिल किया है।
- जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने बताया कि जिस समय जल जीवन मिशन की शुरूआत हुई थी तब राजस्थान में महज 10 प्रतिशत जल कनेक्शन ही उपलब्ध थे। दिसंबर 2019 में प्रदेश में हर घर जल कनेक्शन वाले परिवारों की संख्या 11 लाख 74 हज़ार 131 थी, जो अब बढ़कर 42 लाख 14 हज़ार हो गई है।
- विदित है कि 2019 से लेकर अभी तक प्रदेश में 30 लाख 50 हज़ार नए जल कनेक्शन दिये जा चुके हैं, जो कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य के लिये एक उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री नि:शुल्क बिजली योजना (घरेलू अनुदान) का बढ़ा दायरा | राजस्थान | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
2 जून, 2023 को राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक राहत प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री नि:शुल्क बिजली योजना (घरेलू अनुदान) का दायरा बढ़ा दिया है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री नि:शुल्क बिजली योजना (घरेलू अनुदान) का दायरा बढ़ाने के तहत अब 100 यूनिट्स प्रतिमाह तक बिजली उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य होने के साथ ही समस्त घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट्स प्रतिमाह से अधिक उपभोग होने पर भी पहले 100 यूनिट्स बिजली नि:शुल्क दी जाएगी।
- इसी प्रकार 200 यूनिट्स प्रतिमाह तक बिजली उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के पहले 100 यूनिट्स नि:शुल्क बिजली के साथ 200 यूनिट्स तक के स्थायी शुल्क, फ्यूल सरचार्ज एवं अन्य सभी शुल्क भी माफ होंगे।
- जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक आर. एन. कुमावत ने बताया कि इस योजना का लाभ बिलिंग माह जून, 2023 से दिया जाना है, जिसके लिये बिलिंग सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव किये जा रहे हैं।
- योजना के अनुसार बिलिंग सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव करने में 3 से 4 दिन का समय लगना संभावित है। इसके बाद ही घरेलू उपभोक्ताओं की माह जून, 2023 की बिलिंग शुरू कर दी जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि 2000 यूनिट्स तक के उपभोग वाले कृषि उपभोक्ताओं को नि:शुल्क बिजली हेतु बिलिंग सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव करवाए जा चुके हैं। इसलिये घरेलू उपभोक्ताओं के अतिरिक्त अन्य सभी श्रेणी जैसे कृषि, औद्योगिक, वाणिज्यिक श्रेणी के उपभोक्ताओं की माह जून, 2023 की बिलिंग 4 जून से प्रारंभ की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने 8 तीर्थ परियोजनाओं का किया शिलान्यास | हरियाणा | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
3 जून, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड की करनाल ज़िला में लगभग 1177 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाली 8 तीर्थ परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने निसिंग ब्लॉक के गाँव बालू में 86.89 लाख रुपए की लागत से ‘पृथ्वी तीर्थ’, गाँव ओंगद में 112.11 लाख रुपए की लागत से ‘रघुवेंद्र दशरथ तीर्थ’, निसिंग ग्रामीण में 159.31 लाख रुपए की लागत से ‘मिश्रक तीर्थ’ का शिलान्यास किया।
- इनके अलावा असंध में 40 लाख रुपए की लागत से ‘धनक्षेत्र तीर्थ’, गाँव अजंनथली में 229.77 लाख रुपए की लागत से ‘अजंनी तीर्थ’, गाँव पतनपुरी में 231.29 लाख रुपए की लागत से ‘प्रोक्षांत तीर्थ’, गाँव सीतामाई में 134.52 लाख रुपए की लागत से ‘वेदवती तीर्थ’ तथा गाँव बस्तली में 183.06 लाख रुपए की लागत से ‘व्यास स्थल तीर्थ’ के कार्य का शिलान्यास किया।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड केवल कुरूक्षेत्र ज़िला के तीर्थों का ही देखभाल करता था, लेकिन अब धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र प्रसिद्ध तीर्थ के अंतर्गत 48 कोस की परिधि में स्थापित 164 तीर्थों के महत्त्व को समझते हुए कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा जीर्णोद्वार किया जा रहा है।
- कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा तीर्थ परिक्रमा को विकसित करने का भी निर्णय लिया जा रहा है ताकि लोगों की आस्था के केंद्र तीर्थो पर गाँव के लोगों के साथ-साथ बाहर के लोग भी दर्शन के लिये आएँ, इससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और लोगों को रोज़गार भी मिलेगा।
झारखंड ने की स्पॉट टेस्टिंग शुरू | झारखंड | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
2 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड सरकार ने स्पॉट टेस्टिंग शुरू कर दी है, जिसके तहत ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी)/क्लस्टर रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) द्वारा स्कूल निरीक्षण के दौरान प्रत्येक स्कूल से तीन बच्चों को यादृच्छिक रूप से चुना जाता है।
प्रमुख बिंदु
- स्पॉट टेस्टिंग के तहत फिर सभी बच्चों का सर्वे किया जाता है कि जो चीजें बच्चों को सिखाई जा रही हैं, वे उन्हें कितना सीख पा रहे हैं। इस सर्वे में सभी छात्रों का हिन्दी, गणित और अंग्रेजी विषयों का परीक्षण किया जाता है, जहाँ बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या की जाँच की जाती है।
- स्पॉट टेस्टिंग के माध्यम से, महामारी से पहले के महीनों में झारखंड में प्रति माह 2 लाख बच्चों के सीखने के परिणाम डेटा एकत्र किये गए हैं। यह राज्य के सभी बच्चों का लगभग 5% है।
- बीआरपी और सीआरपी को मूल्यांकन पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया था और उच्च स्तर की सटीकता सुनिश्चित करने के लिये तार्किक जाँच और फील्ड सत्यापन की एक श्रृंखला के साथ डेटा को सत्यापित और क्रॉस-चेक किया गया था। समय के साथ डेटा में परिवर्तन 0.5-1% की सीमा तक सटीक होते हैं।
- नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पैमाने, ग्रैन्युलैरिटी, सटीकता और आवृत्ति को देखते हुए यह कहना सुरक्षित है कि झारखंड के पास दुनिया का सबसे अच्छा और सबसे व्यापक शिक्षण डेटा सिस्टम है।
- राज्य ने एक लर्निंग ट्रैकिंग फॉर्मेट (एलटीएफ) भी स्थापित किया है, जहाँ प्रत्येक शिक्षक राज्य में प्रत्येक छात्र के लिये योग्यता स्तर का डेटा इनपुट करता है। स्पॉट टेस्टिंग के डेटा का उपयोग एलटीएफ डेटा को क्रॉस-सत्यापित करने और सटीकता सुनिश्चित करने के लिये किया जाएगा।
- इस सर्वेक्षण डेटा का उपयोग विभिन्न प्रकार के निर्णय लेने के लिये किया जा रहा है :
- ज़िला और ब्लॉक-वार मासिक प्रदर्शन विश्लेषण।
- विशिष्ट पहलों का प्रभाव मूल्यांकन।
- विशिष्ट कार्य योजनाओं को निर्धारित करने के लिये ज़िला और ब्लॉक समीक्षा में सीखने के डेटा का उपयोग।
- शिक्षक प्रशिक्षण आवश्यकताओं को निर्धारित करने के लिये विशिष्ट योग्यता अंतराल की पहचान।
- पाठ्यपुस्तकों और पाठ्यक्रम में आवश्यक परिवर्तनों की पहचान जवाबदेही और इनाम प्रणाली।
छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग को मिला गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड | छत्तीसगढ़ | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
3 जून, 2023 को छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग को रायगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में लगातार 765 मिनट तक अरण्य कांड पर प्रस्तुति देने के लिये गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड दिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में 13 राज्य और 2 अंतर्राष्ट्रीय देशों (कंबोडिया और इंडोनेशिया) के 375 कलाकारों, 17 दलों ने अरण्य कांड पर अलग-अलग भाषा में लगातार 765 मिनट की प्रस्तुति देकर यह विश्व रिकॉर्ड बनाया।
- ज़िला प्रशासन सहित संस्कृति विभाग को मोस्ट स्टेज आर्टिस्ट परफार्मिंग का अवार्ड दिया गया।
- रामायण महोत्सव के सफल आयोजन के लिये रायगढ़ ज़िला प्रशासन को भी अवार्ड दिया गया है, यहाँ 10 हज़ार से अधिक लोगों ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया।
- महोत्सव में शामिल कर्नाटक के दल को पहला इनाम 5 लाख रुपए, असम के दल को दूसरा इनाम 3 लाख रुपए और झारखंड के दल को तीसरा इनाम 2 लाख रुपए दिया गया।
- विदित है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव की तर्ज पर रायगढ़ में 1 जून से 3 जून तक तीन दिवसीय भव्य राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया गया।
मसूरी के कैंप्टीफाल में बनेगी उत्तराखंड की पहली टनल पार्किंग | उत्तराखंड | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
4 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में पहली टनल पार्किंग कैंप्टीफाल में टिहरी-कैंप्टीफाल मसूरी, मसीही मसूरी रोड के सामने बनाई जाएगी, जिसकी 120 करोड़ की डीपीआर तैयार हो चुकी है।
प्रमुख बिंदु
- राज्य में पार्किंग की समस्या के समाधान के लिये 12 शहरों में पहाड़ में टनल पार्किंग बनाई जानी हैं। इनमें पौड़ी में दो, टिहरी में छह, उत्तरकाशी में दो और नैनीताल में दो पार्किंग शामिल हैं।
- इस पार्किंग में 400 वाहनों को पार्क करने की सुविधा मिलेगी।
- यहाँ बनेगी टनल पार्किंग :
- पौड़ी-लक्ष्मण झूला और देवप्रयाग रेलवे स्टेशन के पास सौड़।
- ओल्ड टिहरी रोड कूड़ाघर के सामने (चंबा), नैनबाग धनोल्टी, छिलेड़ी गाँव, तेगड़ बाज़ार और थत्यूड़ बाज़ार, मेन बाज़ार।
- उत्तरकाशी-गंगोत्री और गंगनानी।
- नैनीताल-भवाली रोड पर कैंट बोर्ड की ज़मीन और नेशनल ऑब्जर्वेटरी के पास पहला मोड़।
- जिन पर्वतीय ज़िलों में पार्किंग के लिये बड़ा मैदान उपलब्ध नहीं है, वहाँ पहाड़ों के भीतर ही टनल से पार्किंग का काम लिया जाएगा। ये पार्किंग ऐसी बनाई जाएंगी कि एक तरफ से वाहन पार्किंग के लिये घुसेगा और दूसरी सड़क पर बाहर निकल जाएगा।
एशिया और वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप के लिये उत्तराखंड की प्रतिभा थपलियाल का चयन | उत्तराखंड | 05 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
4 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल और साउथ कोरिया में होने वाली एशिया और वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप के लिये गोवा में इंडियन बॉडी बिल्डर्स फेडरेशन की ओर से आयोजित ट्रायल में पूरे देश से सिर्फ उत्तराखंड की प्रतिभा थपलियाल का चयन हुआ है।
प्रमुख बिंदु
- गोवा में इंडियन बॉडी बिल्डर्स फेडरेशन की ओर से आयोजित ट्रायल में देशभर की करीब 23 महिला बॉडी बिल्डरों ने प्रतिभाग किया। इनमें से सिर्फ प्रतिभा थपलियाल का चयन किया गया।
- विदित है कि 6 से 12 सितंबर तक नेपाल की राजधानी काडमांडू में एशिया बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप का आयोजन होना है। जबकि, 30 अक्टूबर से 6 नवंबर तक साउथ कोरिया की राजधानी सिओल में वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता होनी है।
- गौरतलब है कि राज्य के पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक की मूल निवासी प्रतिभा उत्तराखंड की पहली महिला बॉडी बिल्डर हैं। इससे पहले भी उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
- इससे पहले वह वॉलीबॉल में बतौर कप्तान उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं और पाँच बार नॉर्थ ज़ोन से खेल चुकी हैं। इसके अलावा वह चार बार क्रिकेट में भी ऑल इंडिया स्तर पर खेल चुकी हैं।