उत्तर प्रदेश की झाँकी सर्वश्रेष्ठ झाँकी के रूप में चयनित | उत्तर प्रदेश | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को रक्षा मंत्रालय द्वारा गणतंत्र दिवस 2022 की सर्वश्रेष्ठ झाँकी और सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ियों के परिणाम घोषित किये गए जिसमें उत्तर प्रदेश की झाँकी को सर्वश्रेष्ठ झाँकी के रूप में चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड में 12 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों ने भाग लिया था, जिनमें उत्तर प्रदेश की ‘एक जिला एक उत्पाद और काशी विश्वनाथ धाम’ विषय पर आधारित झाँकी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
- दूसरा स्थान कर्नाटक को ‘पारंपरिक हस्तकला का पालना’ पर आधारित झाँकी के लिये मिला। ‘मेघालय राज्य के 50 साल पूरे और महिलाओं के नेतृत्व वाली सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को श्रद्धांजलि’ पर झाँकी के लिये मेघालय को तीसरा स्थान मिला।
- उल्लेखनीय है कि यह पहला अवसर था, जब आम जनता को माई गोव (Mygov) प्लेटफॉर्म के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल और लोकप्रिय पसंद श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ झाँकी के लिये वोट करने हेतु आमंत्रित किया गया था।
- काशी विश्वनाथ मंदिर गंगा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है। यह बारह ज्योर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर का 1780 ई. के बाद रानी अहिल्या बाई होल्कर ने जीर्णोद्धार करवाया था। साथ ही, वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया था।
इंडियन कैंसर सोसाइटी के साथ महावीर कैंसर संस्थान का करार | बिहार | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर पटना जंक्शन के समीप स्थित पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े कैंसर अस्पताल ‘महावीर कैंसर संस्थान’ में कैंसर की शुरुआती जाँच नि:शुल्क करने के लिये इस संस्थान ने इंडियन कैंसर सोसाईटी के साथ करार किया है।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने नि:शुल्क कैंसर परामर्श शिविर का उद्घाटन किया। 10 फरवरी, 2022 तक इस शिविर में महावीर कैंसर संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सक नि:शुल्क परामर्श देंगे।
- आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कैंसर के लक्षण दिखने पर महावीर करार संस्थान में 25 हजार रुपए तक की जाँच भारतीय कैंसर समिति के सहयोग से नि:शुल्क होगी।
- चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एलवी सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना को लागू करने के लिये महावीर कैंसर संस्थान को अवार्ड भी दिया गया है।
- उल्लेखनीय है कि महावीर कैंसर संस्थान में पड़ोसी राज्यों के अलावा नेपाल और बांग्लादेश तक के मरीज कैंसर के इलाज के लिये आते हैं। यह संस्थान गरीब कैंसर मरीजों के लिये आस्था का केंद्र बन गया है। 1998 में दलाई लामा ने इस संस्थान का शुभारंभ किया था, इसमें प्रतिदिन औसतन लगभग 300 मरीजों की कीमोथेरेपी और इतने ही मरीजों की रेडियोथेरेपी की जाती है।
भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र में विश्वस्तरीय जीनोमिक लैब का उद्घाटन | बिहार | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर में कैंसर जाँच के लिये स्थापित विश्व स्तरीय जीनोमिक लैबोरेटरी का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस साल से राज्य के सभी जिलों में कैंसर स्क्रीनिंग के कार्यक्रम की शुरुआत होगी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल राज्य के 16 जिलों में कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
- स्वास्थ्य विभाग की ओर से छह मेडिकल कॉलेजों में डे-केयर कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और साथ ही छह जिलों में कैंसर के मरीजों को होने वाले दर्द का इलाज घर पर ही उपलब्ध कराया जाएगा।
- ज्ञातव्य है कि बिहार में कैंसर मरीजों का 2020 तक सालाना बोझ दो लाख होता था, जो 2025 तक बढ़ कर 2 लाख 32 हजार सालाना हो जाएगा।
- होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर और पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही निजी क्षेत्र में महावीर कैंसर संस्थान को विकसित करने की दिशा में सभी सुविधाएँ दी जा रही हैं।
- स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य के छह जिलों- पटना, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, भागलपुर, सिवान और नालंदा में कैंसर के मरीजों के दर्द का इलाज घर पर किया जाएगा। इसके अलावा डे केयर कीमोथेरेपी की व्यवस्था एनएमसीएच, वीम्स, पावापुरी, एसकेएमसीएच, जेएलएनएमसीएच, डीएमसीएच और पूर्णिया सदर अस्पताल में की गई है।
एनसीसी राजस्थान ने फ्लैग एरिया प्रतियोगिता में प्राप्त किया प्रथम स्थान | राजस्थान | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह को पर्यटन भवन में कर्नल जितेंद्र कुमार (एस.सी.) निदेशक, नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) और कर्नल संजय गुप्ता, कंटिंजेंट कमांडर, एनसीसी ने स्मृति चिह्न और एनसीसी कैप प्रदान की।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान एनसीसी निदेशालय के 57 एनसीसी कैडेट्स ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड शिविर में 17 दिसंबर, 2021 से 29 जनवरी, 2022 तक भाग लिया था।
- आरडीसी कैंप में राजस्थान के कैडेट्स ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है। कैंप में लाईन एरिया प्रतियोगिता, फ्लैग एरिया प्रतियोगिता, ड्रिल प्रतियोगिता और सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित की गईं।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिये पर्यटन विभाग ने राजस्थान की कला, संस्कृति और विरासत की जानकारी प्रदान करके एनसीसी कैडेट्स की मदद की थी। नतीजतन, कैडेट्स ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और फ्लैग एरिया प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, सांस्कृतिक प्रतियोगिता में चौथा स्थान तथा समग्र रूप से आरडीसी 2022 में तीसरा स्थान हासिल किया है।
चिकित्सा मंत्री ने किया ऑक्सीजन प्लांट व क्रिटिकल केयर यूनिट का शुभारंभ | राजस्थान | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को राजस्थान के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कूकस स्थित महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट और क्रिटिकल केयर यूनिट का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- चिकित्सा मंत्री मीणा ने कहा कि प्रदेश ऑक्सीजन के मामले में पूर्णत: आत्मनिर्भर है। पर्याप्त मेडिकल ऑक्सीजन के लिये 40 हजार कंसेंट्रेटर की व्यवस्था की जा चुकी है, जबकि 472 से अधिक प्लांट स्थापित किये जा चुके हैं।
- उन्होंने कहा कि निजी संस्थाओं द्वारा ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना राज्य सरकार के लिये सहयोग का काम करेगी।
- महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी में इटली से आयातित ऑक्सीजन प्लांट की लागत लगभग 50 लाख रुपए है। इस प्लांट की विशेषता है कि यह सामान्य ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में परिवर्तित कर सकता है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट का अपग्रेडेड वर्जन लॉन्च | राजस्थान | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
3 फरवरी, 2022 को राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने शासन सचिवालय स्थित निदेशालय में विभाग की वेबसाइट के अपग्रेडेड वर्जन को लॉन्च किया।
प्रमुख बिंदु
- निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से जन कल्याण पोर्टल के माध्यम से अपग्रेड होने वाली यह राज्य की पहली विभागीय वेबसाइट है।
- वेबसाइट को आकर्षक बनाने के साथ इसमें कई नए फीचर जोड़े गए हैं। वेबसाइट के मुख्य पेज पर कई जानकारी आसानी से मिल जाएंगी। प्रेस विज्ञप्तियाँ मुख्य पेज पर ही सामने आ जाएंगी।
- इन्हें विभाग, जिला एवं विशिष्ट व्यक्ति की श्रेणी के अनुसार देखने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। यहाँ राज्य सरकार की योजनाओं एवं पत्रकार कल्याण से जुड़ी योजनाओं को देख सकते हैं। मुख्य पेज पर ही लेटेस्ट ऑडियो, वीडियो, फोटो, पोस्टर एवं विज्ञापन सहित कई जानकारियाँ प्रदर्शित की गई हैं।
- सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट के निर्माणकर्त्ता एवं मुख्यमंत्री कार्यालय आईटी सेल के प्रभारी राजेश सैनी ने बताया कि वेबसाइट को मुख्यमंत्री सूचना तंत्र से कनेक्ट किया गया है एवं डीआईपीआर के बजट घोषणा तथा जन-घोषणा पत्र के मुख्य बिंदु सीएम डायरेक्शंस एवं उपलब्धियाँ भी वेबसाइट पर प्रदर्शित की गई हैं।
- पोर्टल को समस्त जिलों की वेबसाइट से भी जनकल्याण पोर्टल के माध्यम से कनेक्ट किया गया है। अब डीआईपीआर के जनसंपर्क अधिकारियों द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति को जिले की वेबसाइट पर भी प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जन कल्याण पोर्टल के मोबाइल ऐप पर भी राज्य स्तर एवं जिला स्तर की समस्त प्रेस रिलिज को भी देखा जा सकता है।
- जन कल्याण पोर्टल के माध्यम से 33 जिलों की वेबसाइट बनाई गई है। ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ की वेबसाइट भी जनकल्याण पोर्टल के माध्यम से बनाई गई है। डीआईपीआर पहला ऐसा विभाग है जिसकी वेबसाइट भी जनकल्याण पोर्टल के माध्यम से बनाई गई है।
राज्य सरकार इस वर्ष से ‘मध्य प्रदेश रत्न’, ‘मध्य प्रदेश गौरव’ और ‘मध्य प्रदेश श्री’ पुरस्कार प्रारंभ करेगी | मध्य प्रदेश | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार इस वर्ष से ‘मध्य प्रदेश रत्न’, ‘मध्य प्रदेश गौरव’ और ‘मध्य प्रदेश श्री’ पुरस्कार प्रारंभ करेगी। इस वर्ष ये पुरस्कार नवंबर माह में प्रदान किये जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- ये पुरस्कार कला, संस्कृति, साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा, शिक्षा आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिये जाएंगे।
- मुख्यमंत्री चौहान ने ये बातें अपने निवास पर इस वर्ष पद्मश्री सम्मान के लिये चयनित एवं गत वर्षों में पद्म सम्मान प्राप्त कर चुकीं प्रदेश की विभूतियों को सम्मानित करते हुए कही।
- मुख्यमंत्री ने इस वर्ष पद्म सम्मान प्राप्त करने वाली प्रदेश की विभूतियों- स्व. डॉ. एन.पी. मिश्रा (उनके पुत्र सुनील मिश्रा), दुर्गाबाई व्याम, अर्जुन सिंह धुर्वे एवं पं. रामसहाय पांडे के साथ ही गत वर्षों में पद्म सम्मान से सम्मानित मध्य प्रदेश की विभूतियों भज्जू श्याम, विजय दत्त श्रीधर, कपिल तिवारी एवं भूरीबाई को भी सम्मानित किया।
- उल्लेखनीय है कि स्व. डॉ. एन.पी. मिश्रा ने चिकित्सा क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश और देश का नाम गौरवान्वित किया है। भज्जू श्याम एवं दुर्गाबाई व्याम गोंडी चित्रकला के क्षेत्र में विशिष्ट नाम हैं। प्रकृति एवं लोक-कलाओं पर आधारित इनके चित्र अत्यंत विशिष्ट हैं।
- अर्जुन सिंह धुर्वे का जनजातीय संस्कृति को विशेष पहचान दिलाने में अमूल्य योगदान है। रामसहाय पांडे ने राई नृत्य को दुनिया में नया स्वरूप एवं सम्मान दिया है।
- पत्रकारिता एवं लेखन के क्षेत्र में विजयदत्त श्रीधर देश में अपनी अलग पहचान रखते हैं। उन्होंने सप्रे संग्रहालय की स्थापना की है। कपिल तिवारी ने जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और विकास में अमूल्य योगदान दिया है।
झारखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 14वीं बैठक | झारखंड | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
3 फरवरी, 2022 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 14वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए वन्य प्राणी आश्रयणियों के प्रबंधन योजना, झारखंड वन्य प्राणी नीति का निर्माण सहित कुल नौ एजेंडों पर चर्चा की।
प्रमुख बिंदु
- बैठक में वन्य प्राणी आश्रयणियों के प्रबंधन योजना, झारखंड वन्य प्राणी नीति का निर्माण, राज्य के वन्य प्राणी अभयारण्यों के अंदर अवस्थित गाँवों के ग्रामीणों की स्वास्थ्य समस्याओं के निदान, राँची-जमशेदपुर NH के किनारे वृहत् पौधारोपण, साहिबगंज में फॉसिल पार्क का निर्माण कार्य समेत अन्य विषयों पर चर्चा की गई।
- मुख्यमंत्री ने पलामू टाइगर रिजर्व, लावालौंग वन्य प्राणी आश्रयणी, गौतम बुद्ध वन्य प्राणी आश्रयणी समेत वनभूमि से होकर गुजरने वाली सड़कों के चौड़ीकरण, पुल निर्माण में आ रही अड़चनों को जल्द दूर करने का आदेश दिया।
- उन्होंने कोडरमा वन्य प्राणी आश्रयणी से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण हेतु एक समिति गठित करने का निर्देश दिया।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के अनुपालन में पर्यावरण के अनुकूल विभिन्न उपयुक्त स्थानों पर शिविर लगाने का प्रावधान पर्यटन नीति के तहत किया गया है। इसके लिये सार्वजनिक निजी भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- पर्यटन विभाग पर्यटकों के लिये वन्यजीव पार्कों/चिड़ियाघरों, बर्ड वाच टावर और अन्य उपयोगी सेवाओं के विकास तथा सुधार के लिये वन और पर्यावरण विभाग के साथ कार्य करेगा। वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान पर्यटन के अभिन्न अंग के रूप में एकीकृत होंगे।
- मुख्यमंत्री ने साहिबगंज में फॉसिल पार्क के निर्माण को लेकर वन विभाग को विशेष निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि साहिबगंज में फॉसिल पार्क निर्माणाधीन है। इसके निर्माण के बाद पर्यटक सैकड़ों वर्ष पूर्व के जीवाश्म देख सकेंगे। इसके साथ ही वन विभाग राजमहल की पहाड़ियों समेत अन्य स्थानों पर फॉसिल पार्क की संभावनाओं को तलाश रहा है।
- मुख्यमंत्री ने वन्य जीव, खासकर हाथी कॉरिडोर पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए कहा कि इनके लिये अंडरपास का निर्माण बेहतर ढंग से करवाएँ, ताकि वन्यजीवों को सड़क पार करने में सुविधा हो सके।
109 वर्षों बाद स्वतंत्रता सेनानी का अंतिम संस्कार | छत्तीसगढ़ | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को स्वतंत्रता सेनानी लागुड़ नगेसिया की अस्थियों का 109 वर्षों बाद छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में सामरी में ससम्मान अंतिम संस्कार किया गया।
प्रमुख बिंदु
- बलरामपुर जिला स्थित राजेंद्रपुर के कुसमी ब्लॉक के लागुड़ नगेसिया ने बिगुड़ (बिगु बनिया) और थीथिर उराँव के साथ मिलकर वर्ष 1913 में अंग्रेजों के लिये काम करने वाले कई लोगों को मार डाला था।
- इस घटना के उपरांत थीथिर उराँव को ब्रिटिश आर्मी के घुड़सवार दल द्वारा तथा बिगुड़ और लागुड़ को गर्म तेल में डालकर मार डाला गया।
- इनमें से लागुड़ नगेसिया के कंकाल को अंबिकापुर के तत्कालीन एडवर्ड स्कूल (वर्तमान मल्टीपरपज स्कूल) में विज्ञान के विद्यार्थियों को पढ़ाने के नाम पर रख दिया गया था, जो अब तक वहीं पर रखा हुआ था।
- स्वतंत्रता सेनानी लागुड़-बिगुड़ की कहानी सरगुजा क्षेत्र में लागुड़ किसान और बिगुड़ बनिया के रूप में आज भी प्रसिद्ध है।
छत्तीसगढ़ फिल्म नीति 2021 राजपत्र में प्रकाशित | छत्तीसगढ़ | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को छत्तीसगढ़ फिल्म नीति 2021 का प्रकाशन छत्तीसगढ़ राजपत्र में कर दिया गया है। नीति के तहत अलग-अलग श्रेणियों में अनुदान का प्रावधान किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ फिल्म पॉलिसी लागू होने से प्रदेश में फिल्म उद्योग से जुड़े हजारों कलाकारों, टेक्निशियनों और निर्माता-निर्देशकों सहित स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में नई फिल्म नीति 2021 तैयार की गई है।
- इस फिल्म नीति के तहत फीचर फिल्म, वेब सीरीज, टीवी सीरियल्स और रियाल्टी शो तथा डाक्यूमेंट्री फिल्म के निर्माण, फिल्मांकन के लिये सुविधा व प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। इससे फिल्म के क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
- छत्तीसगढ़ फिल्म नीति 2021 को लागू करने का प्रमुख उद्देश्य छत्तीसगढ़ को फिल्म अनुकूल राज्य बनाना और राज्य में फिल्म उद्योग के माध्यम से प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन को राष्ट्रीय पहचान देना तथा यहाँ स्थानीय लोगों के लिये ज्यादा-से-ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।