लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 05 Feb 2022
  • 0 min read
  • Switch Date:  
बिहार Switch to English

इंडियन कैंसर सोसाइटी के साथ महावीर कैंसर संस्थान का करार

चर्चा में क्यों?

4 फरवरी, 2022 को विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर पटना जंक्शन के समीप स्थित पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े कैंसर अस्पताल ‘महावीर कैंसर संस्थान’ में कैंसर की शुरुआती जाँच नि:शुल्क करने के लिये इस संस्थान ने इंडियन कैंसर सोसाईटी के साथ करार किया है।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने नि:शुल्क कैंसर परामर्श शिविर का उद्घाटन किया। 10 फरवरी, 2022 तक इस शिविर में महावीर कैंसर संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सक नि:शुल्क परामर्श देंगे।
  • आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कैंसर के लक्षण दिखने पर महावीर करार संस्थान में 25 हजार रुपए तक की जाँच भारतीय कैंसर समिति के सहयोग से नि:शुल्क होगी।
  • चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एलवी सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना को लागू करने के लिये महावीर कैंसर संस्थान को अवार्ड भी दिया गया है।
  • उल्लेखनीय है कि महावीर कैंसर संस्थान में पड़ोसी राज्यों के अलावा नेपाल और बांग्लादेश तक के मरीज कैंसर के इलाज के लिये आते हैं। यह संस्थान गरीब कैंसर मरीजों के लिये आस्था का केंद्र बन गया है। 1998 में दलाई लामा ने इस संस्थान का शुभारंभ किया था, इसमें प्रतिदिन औसतन लगभग 300 मरीजों की कीमोथेरेपी और इतने ही मरीजों की रेडियोथेरेपी की जाती है।

बिहार Switch to English

भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र में विश्वस्तरीय जीनोमिक लैब का उद्घाटन

चर्चा में क्यों? 

4 फरवरी, 2022 को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर में कैंसर जाँच के लिये स्थापित विश्व स्तरीय जीनोमिक लैबोरेटरी का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस साल से राज्य के सभी जिलों में कैंसर स्क्रीनिंग के कार्यक्रम की शुरुआत होगी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल राज्य के 16 जिलों में कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। 
  • स्वास्थ्य विभाग की ओर से छह मेडिकल कॉलेजों में डे-केयर कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और साथ ही छह जिलों में कैंसर के मरीजों को होने वाले दर्द का इलाज घर पर ही उपलब्ध कराया जाएगा।
  • ज्ञातव्य है कि बिहार में कैंसर मरीजों का 2020 तक सालाना बोझ दो लाख होता था, जो 2025 तक बढ़ कर 2 लाख 32 हजार सालाना हो जाएगा। 
  • होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर और पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही निजी क्षेत्र में महावीर कैंसर संस्थान को विकसित करने की दिशा में सभी सुविधाएँ दी जा रही हैं। 
  • स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य के छह जिलों- पटना, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, भागलपुर, सिवान और नालंदा में कैंसर के मरीजों के दर्द का इलाज घर पर किया जाएगा। इसके अलावा डे केयर कीमोथेरेपी की व्यवस्था एनएमसीएच, वीम्स, पावापुरी, एसकेएमसीएच, जेएलएनएमसीएच, डीएमसीएच और पूर्णिया सदर अस्पताल में की गई है।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2