इंटरनेशनल आर्बिटेशन सेंटर | उत्तर प्रदेश | 04 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में लखनऊ विश्वविद्यालय में इंटरनेशनल आर्बिटेशन सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- यह इंटरनेशनल आर्बिटेशन सेंटर उत्तर भारत में किसी संस्थान में खुलने वाला पहला सेंटर होगा।
- इस सेंटर से क्राइम को छोड़ देश-विदेश के अन्य सभी मामलों का निस्तारण मध्यस्थता के ज़रिये किया जाएगा।
- इस सेंटर में मामलों की सुनवाई के लिये उच्च न्यायालय के 6 सेवानिवृत्त न्यायाधीश, मैनेजमेंट के डीन एवं संबंधित क्षेत्र के एक्सपर्ट शामिल होंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति इसके संरक्षक होंगे।
- यह सेंटर सभी निवेशकों को अपने विवाद कोर्ट के बाहर जल्दी निपटाने में सहायता करेगा।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर होगा राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय | उत्तर प्रदेश | 04 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
3 दिसंबर, 2021 को प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रयागराज में स्थापित किये जा रहे राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का नामकरण डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर करने की घोषणा की गई।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश विधानमंडल द्वारा ‘उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज अधिनियम, 2020’ पारित किया गया था।
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान एवं संविधान निर्माण में उनकी भूमिका तथा प्रथम राष्ट्रपति के रूप में उनके उल्लेखनीय योगदानों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया है।
- विदित हो कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद की ही अध्यक्षता में भारतीय संविधान का निर्माण किया गया था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय गणतंत्र के प्रथम राष्ट्रपति भी रहें हैं।
- ध्यातव्य है कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को वर्तमान बिहार के सिवान ज़िले में हुआ था तथा 28 फरवरी, 1963 को उनका देहावसान हो गया था।
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद को वर्ष 1962 में भारत रत्न प्रदान किया गया था।
गोरखपुर में दूरदर्शन भू-उपग्रह केंद्र का लोकार्पण | उत्तर प्रदेश | 04 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
3 दिसंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जनपद गोरखपुर में दूरदर्शन भू-उपग्रह केंद्र तथा जनपद इटावा, गदानिया जनपद लखीमपुर खीरी एवं नानपारा जनपद बहराइच में 10 किलोवॉट एफ.एम रिले केंद्र का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- इस भू-उपग्रह केंद्र के माध्यम से न केवल पूर्वी उत्तर प्रदेश, बल्कि बिहार का एक बड़ा भाग और नेपाल की एक बड़ी आबादी लाभान्वित होगी।
- साथ ही, सीमावर्ती क्षेत्रों में, जहाँ थोड़ी-बहुत राष्ट्रविरोधी हलचलें होती हैं और देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों द्वारा दुष्प्रचार किया जाता है, उसे रोकने में यह दूरदर्शन केंद्र एक बड़ी भूमिका का निर्वहन करेगा।
- गोरखपुर दूरदर्शन भू-उपग्रह केंद्र पर भोजपुरी भाषा में प्रसारण होगा जिससे भोजपुरी रंगकर्मियों को एक मंच मिलेगा।
- जनपद इटावा के ट्रांसमीटर से 50 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
- जनपद लखीमपुर खीरी के गदानिया, जनपद बहराइच के नानपारा ट्रांसमीटर से क्रमश: 35 लाख और 25 लाख लोगों को एफ.एम. की सुविधा मिलेगी। आने वाले समय में 3 और ट्रांसमीटर जनपद सुलतानपुर, जनपद रामपुर और जनपद महराजगंज में अगले 8 महीने के अंदर स्थापित किए जाएंगे।
राज्य स्तरीय पुरस्कार | उत्तर प्रदेश | 04 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
3 दिसंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणी के सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग व्यक्तियों तथा दिव्यांगजन के हितार्थ कार्य कर रही सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किये।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा संचालित विशेष विद्यालयों के शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में उत्कृष्ट अंकों के साथ उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
- इसके पूर्व, उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया तथा दिव्यांगजन को सहायक उपकरण भी वितरित किये। यह कार्यक्रम दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
- मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी का पुरस्कार अजय कुमार (श्रवणबाधित), नागेंद्र कुमार (अस्थिबाधित), नीतू द्विवेदी (दृष्टिबाधित) को प्रदान किया गया।
- वहीं दिव्यांगजन हेतु सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता तथा सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट अधिकारी या एजेंसी का पुरस्कार केपेबिल्टिी फाउंडेशन वाराणसी को प्रदान किया गया।
- दिव्यांगजन के निमित्त कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति का पुरस्कार डॉ. सी. तुलसीदास (व्यावसायिक), इरफाना तारिक (गैर व्यावसायिक), दिव्यांगजन के निमित्त कार्यरत प्रेम धाम चैरिटेबल सोसाइटी, बिजनौर (समावेशी शिक्षा के निमित्त), भागीरथ सेवा संस्थान, गाजियाबाद (समग्र पुनर्वास सेवा) को प्रदान किया गया।
- प्रेरणास्रोत का पुरस्कार प्रो. मंगला कपूर (अस्थिबाधित), धीरज श्रीवास्तव (श्रवणबाधित), कु. जीया राय (मानसिक मंदित), सौरभ तिवारी (दृष्टिबाधित) को प्रदान किया गया
- सर्वश्रेष्ठ सृजनशील वयस्क दिव्यांग व्यक्ति का पुरस्कार नव कुमार अवस्थी, सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी का पुरस्कार रति मिश्रा (महिला), लव वर्मा (पुरुष), दिव्यांगजन के सशक्तीकरण हेतु कार्यरत कर्मचारी का पुरस्कार शगुन सिंह को प्रदान किया गया।