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मध्य प्रदेश को मिला स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2022 में पश्चिम ज़ोन में प्रथम पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
2 अक्टूबर, 2022 को गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2022 में पश्चिम ज़ोन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- इसी प्रकार पश्चिम ज़ोन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ज़िलों में भोपाल को प्रथम एवं इंदौर को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
- सुजलम 0 अभियान में श्रेष्ठ कार्य के लिये मध्य प्रदेश को प्रथम और सुजलम 2.0 अभियान में चतुर्थ पुरस्कार प्राप्त हुआ है। ये पुरस्कार केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदान किये।
- मध्य प्रदेश के बुरहानपुर ज़िले को स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2022 पुरस्कार समारोह में हर घर जल प्रमाणित ज़िला घोषित करने के लिये सम्मानित किया गया। बुरहानपुर में सभी गाँव ने ग्राम सभाएँ आयोजित कर सत्यापित किया कि उनके सभी घरों, शालाओं और आँगनबाड़ियों में सुरक्षित पीने का पानी सही मात्रा में नियमित रूप से मिल रहा है।
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मध्य प्रदेश बना देश का सबसे स्वच्छ राज्य, इंदौर छठी बार देश का स्वच्छतम शहर
चर्चा में क्यों?
1 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में मध्य प्रदेश को 100 से अधिक शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ राज्य और इंदौर को देश के स्वच्छतम शहर का अवार्ड प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- भारत सरकार द्वारा करवाए गए स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में हर साल की तरह मध्य प्रदेश ने एक बार फिर स्वच्छता के कीर्तिमान स्थापित किये। स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में प्रदेश को 16 राष्ट्रीय अवार्ड मिले हैं। प्रदेश के 99 नगरीय निकायों को स्टार रेटिंग मिली है। वर्ष 2021 में 27 शहरों को स्टार रेटिंग मिली थी।
- भोपाल को 5 स्टार के साथ ही देश की स्वच्छ संवहनीय राजधानी का अवार्ड भी मिला। इंदौर प्रथम 7 स्टार रेटिंग प्रमाणित शहर बना। उज्जैन को एक लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी के शहरों में सर्वश्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान मिला।
- एक लाख से 3 लाख जनसंख्या के शहरों में देश का सिटीजन फीडबैक का अवार्ड छिंदवाड़ा को, 15 हज़ार से 25 हज़ार जनसंख्या श्रेणी में स्व-संवहनीय शहर का सम्मान पश्चिम ज़ोन में मुंगावली को, पश्चिम जोन के 50 हज़ार से एक लाख जनसंख्या श्रेणी के शहरों में स्व-संवहनीय शहर का अवार्ड खुरई को और देश के तीसरे सबसे स्वच्छ कैंट का अवार्ड महू कैंट को मिला।
- इसी तरह पश्चिम ज़ोन में 15 हज़ार से 25 हज़ार जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेज़ बढ़ते शहर का अवार्ड औबेदुल्लागंज को, 15 हज़ार से कम जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेज़ी से आगे बढ़ते शहर का अवार्ड फूफकला को, 15 हज़ार से 25 हज़ार जनसंख्या श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नवाचार का अवार्ड पेटलावद को और एक लाख से कम जनसंख्या के शहरों में देश में सबसे अधिक नागरिक सहभागिता का अवार्ड बड़ौनी को मिला है।
- इंडियन स्वच्छता लीग में उत्तम प्रदर्शन के लिये उज्जैन और खजुराहो को नेशनल अवार्ड मिला।
- स्वच्छ भारत मिशन में प्रदेश की उपलब्धियाँ-
- प्रदेश के शत-प्रतिशत नगरीय क्षेत्रों में कचरा संग्रहण किया जा रहा है। इसके लिये नगरीय निकायों को 5 हज़ार 423 से अधिक मोटराइज्ड वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इन वाहनों में जीपीएस और पीए सिस्टम लगाए गए हैं।
- गीले कचरे के प्र-संस्करण और निष्पादन के लिये होम कंपोस्टिंग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। निकायों की केंद्रीकृत कंपोस्टिंग इकाइयों में संगृहीत गीले कचरे की कंपोस्ट बनाई जाती है। यह कंपोस्ट नगरीय क्षेत्रों से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में खाद के रूप में उपयोग की जाती है।
- सूखे कचरे के प्र-संस्करण के लिये 256 नगरीय निकायों में 275 मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी इकाइयों का निर्माण किया गया है।
- निकायों में लीगेसी अपशिष्ट को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य है। अब तक 50 निकायों के शत-प्रतिशत लिगेसी अपशिष्ट का प्र-संस्करण कर दिया गया है।
- प्रदेश में 60 नगरीय निकायों को 5 एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्लस्टर के तहत कवर किया गया है। इसके अलावा 316 नगरीय निकायों में स्टैंड एलोन परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिये कार्यवाही की जा रही है।
- फीकल स्लज के निष्पादन को प्राथमिकता में शामिल करते हुए 354 एफएसटीपी और 18 निकायों में 51 एसटीपी संचालित हैं।
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सर्वाधिक रक्तदान के लिये देश में प्रथम स्थान पर रहा मध्य प्रदेश
चर्चा में क्यों?
1 अक्टूबर, 2022 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में मध्य प्रदेश को रक्तदान अमृत महोत्सव में में देश में पहले स्थान पर आने पर अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- प्रदेश के स्वास्थ्य संचालक अनुराग चौधरी ने यह अवार्ड ग्रहण किया और बताया कि पूरे देश में 17 सितंबर से शुरू हुए रक्तदान अमृत महोत्सव में अंतिम दिन एक अक्टूबर तक आनुपातिक रूप से सर्वाधिक रक्तदान कर मध्य प्रदेश पूरे देश में प्रथम रहा।
- प्रदेश में पहले दिन 17 सितंबर को 31हज़ार 514 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर अमृत महोत्सव में एक नया कीर्तिमान बनाया था। पूरे अभियान अवधि में कुल 903 शिविर में 36 हज़ार 658 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।
- रक्तदान अमृत महोत्सव में विशेष रक्तदान महा-अभियान चला कर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। अभियान के पहले ही दिन प्रदेश के सभी ज़िलों में स्वयंसेवी संस्थाओं, एनजीओ, रेडक्रॉस सोसाइटी, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद, विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थाओं के सहयोग से विभिन्न ज़िलों में रक्तदान शिविर लगाए गए।
- प्रदेश में रक्तदान अमृत महोत्सव में सभी ज़िलों के ब्लड सेंटरों द्वारा ब्लॉक एवं ग्राम स्तर तक रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये विशेष कार्यक्रम- कार्यशाला, रैली, नुक्कड़ नाटक और रक्तदान शिविर लगाए गए। इन शिविरों में ज़िलों के जन-प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संगठन और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
- महा-अभियान में स्वैच्छिक रूप से रक्तदान के लिये इच्छुक नागरिकों का पंजीयन भी किया गया, जिससे उनके नज़दीक के किसी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता होने पर पंजीकृत रक्तदाता से रक्त मिल सके।
- गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म-दिवस पर 17 सितंबर से 1 अक्टूबर, 2022 तक पूरे देश में आयोजित रक्तदान अमृत महोत्सव में मध्य प्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
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