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स्टेट पी.सी.एस.

  • 04 Sep 2023
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उत्तर प्रदेश Switch to English

मुरादाबाद में बनेगा एशिया का दूसरा बड़ा फिश मार्केट

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2023 को उत्तर प्रदेश के मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक विजय शंकर चौरसिया ने बताया कि मछली पालन को बढ़ावा देने के लिये एशिया का दूसरा बड़ा फिश मार्केट मुरादाबाद में बनाया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • 2.125 हेक्टेयर भूमि में 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने से वाला यह तीन मंजिला आधुनिक मछली केंद्र पूरी तरह वातानुकूलित रहेगा। इसमें एक ही छत के नीचे मछली पालकों और मछली के व्यापार से संबंधित सभी सुविधाएँ मौज़ूद रहेंगी।
  • विदित हो कि एशिया का पहला आधुनिक फिश मार्केट उत्तर प्रदेश के ही चंदौली ज़िले में बना है। इसके बाद दूसरी बड़ी मंडी बनाने की तैयारी मुरादाबाद में की जा रही है
  • इसके बन जाने के बाद ज़िले के मत्स्य उत्पादकों को जहाँ अपना उत्पादन बेचने के लिये बड़ी मंडी और बेहतर दाम मिलेंगे, वहीं मत्स्य उत्पादन को बढावा व हज़ारों लोगों को प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार भी मिलेगा।
  • मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिये मंडलायुक्त आंजनेय कुमार के प्रयास से फिश मार्केट का यह प्रोजेक्ट मुरादाबाद को करीब छह माह पहले ही मिल चुका था, लेकिन समस्या भूमि उपलब्धता की थी। अब सदर ब्लॉक के ग्राम मुगलपुर उर्फ अगवानपुर में 2.125 हेक्टेयर भूमि मिल गई है।
  • गौरतलब है कि मंडल में मछली का उत्पादन भी तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2021-22 में जहाँ कुल 19,396 टन मत्स्य उत्पादन हुआ था, वहीं वर्ष 2022-23 में यह बढ़कर 23,885 टन हो गया।
  • आधुनिक फिश मार्केट में यह होगा खास:
    • 6470 वर्ग मीटर में एक बड़ा नीलामी हॉल।
    • 2936 वर्ग मीटर क्षेत्र में रिटेल बिल्डिंग, जिसमें 23 रिटेल स्टोर, 34 रेस्टोरेंट, ईक्योस्क।
    • 2114 वर्ग मीटर का सेंटर कॉन्फ्रेंस हाल एवं ट्रेनिंग सेंटर, लैब्रोटरी।
    • 795 वर्ग मीटर की सर्विस बिल्डिंग।
    • 86 वर्ग मीटर के चार कोल्ड स्टोर, ग्राउंड फ्लोर पर।
    • कोल्ड चैन मेंटेन रखने को सोलर पॉवर प्लॉट और बड़े जनरेटर।
    • सीसी रोड, ड्रेनेज सिस्टम, चाहरदीवारी, पेवर ब्लॉक, फायर हाइड्रेंड, हाई मॉस्क लाइटें, गार्ड रूम।


उत्तर प्रदेश Switch to English

अटल आवासीय विद्यालयों का ‘गुरुवार्ता संगम’ कार्यक्रम

चर्चा में क्यों? 

1 सितंबर, 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन सभागार में आयोजित अटल आवासीय विद्यालयों का ‘गुरुवार्ता संगम’कार्यक्रम में अटल आवासीय विद्यालय की परिचायिका का विमोचन तथा वेबसाइट को लॉन्च किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 18 अटल आवासीय विद्यालयों का शुभारंभ इस सत्र में किया जा रहा है। अगले चरण में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा बचे हुए 57 जनपदों में इसी तर्ज पर एक-एक विद्यालय स्थापित किया जाएगा  
  • अटल आवासीय विद्यालय सी.बी.एस.ई. बोर्ड के पैटर्न पर संचालित होंगे। इनमें लॉजिंग, फूडिंग सहित सभी व्यवस्थाएँ होंगी।  
  • कक्षा-06 से लेकर 12वीं तक की संपूर्ण शिक्षा का दायित्व राज्य सरकार और उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड उठाएगा। 
  • ये संस्थान न केवल वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करेंगे, बल्कि भारतीय मूल्यों और गुरुकुल परंपराओं को भी बढ़ावा देंगे, जिससे युवाओं की एक ऐसी पीढ़ी तैयार होगी, जो दुनिया भर में भारत की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाएगी। 
  • ये स्कूल न केवल छात्रों के कौशल विकास के केंद्र होंगे, बल्कि राज्य की प्रगति में योगदान देने वाले श्रमिकों, वंचितों और वंचितों के बच्चों के लिये एकीकृत विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेंगे। 
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल आवासीय विद्यालयों के लिये चयनित छात्र-छात्राओं को स्कूल किट वितरित की तथा COVID-19 अवधि के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिये बाल सेवा योजना (बाल कल्याण योजना) शुरू की गई।

 


उत्तर प्रदेश Switch to English

‘बी-पैक्स सदस्यता महाअभियान-2023’ का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

1 सितंबर, 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर ‘बी-पैक्स सदस्यता महाअभियान-2023’ का शुभारंभ किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • बी-पैक्स (साधन सहकारी समितियाँ) सदस्यता महाअभियान-2023 (01 से 30 सितंबर, 2023 तक) पूरे प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है। 
  • इस अवसर पर बी-पैक्स सदस्यता अभियान से जुड़ने के लिये ऑनलाइन पोर्टल https://wwwpacsmember.in/ और टोल फ्री नंबर 1800212884444 का शुभारंभ किया गया।  
  • प्रदेश के 7,500 पैक्स में फर्टिलाइजर आदि की खरीद के लिये क्रेडिट लिमिट को बढाकर 10 लाख रुपए किये जाने के निर्देश दिये गए हैं। 
  • प्रदेश भर में सहकारी बैंकों की नई शाखाएँ खोलने के लिये मैपिंग कराने हेतु सहकारिता विभाग को निर्दशित किया गया है।
  • पैक्स के माध्यम से 300 से अधिक ई-सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके माध्यम से कृषि एवं कृषि व्यवसाय में अल्पकालिक ऋण दिया जाएगा। कृषि संबंधित सभी आवश्यक वस्तुएँ जैसे- बीज, खाद, यंत्र, कीटनाशक औषधि उपलब्ध कराया जाएगा। 
  • पैक्स के माध्यम से सदस्यों को कृषि उद्योग, कृषि उपज एवं कुटीर उद्योग और रोजमर्रा की चीज़ों को विक्रय कराने का प्रबंध किया जाएगा। 
  • बी-पैक्स का अर्थ साधन सहकारी अभियान से है। बी-पैक्स (साधन सहकारी अभियान) सहकारी समिति का अभिन्न हिस्सा हैं, जो कि ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न अवश्यकताओं की पूर्ति करता है।


बिहार Switch to English

राज्य के 10 हज़ार स्कूलों में कंप्यूटर लैब स्थापित करने की योजना

चर्चा में क्यों? 

3 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के दस हज़ार सरकारी विद्यालयों में कंप्यूटर लैब स्थापित करने के लिये कार्ययोजना बनाई है। 

प्रमुख बिंदु  

  • जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने चयनित स्कूलों में कंप्यूटर लैब स्थापित करने हेतु ज़िलाधिकारियों एवं उप विकास आयुक्तों को निर्देश दिये हैं।
  • कक्षा छह से आठ तक के छात्र-छात्राओं को इस लैब की सुविधा मिलेगी। माध्यमिक विद्यालयों में 20 और मध्य विद्यालयों में 10-10 कंप्यूटर का लैब बनाया जाएगा। 
  • इस योजना के प्रथम चरण में 4707 विद्यालयों में कंप्यूटर लगाये जाएंगे। 
  • शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य के सरकारी विद्यालयों में कक्षा छह और इससे ऊपर यानी दसवीं तक के शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा एवं प्रशिक्षण से जोड़ने पर भी काम किया जा रहा है। इससे करीब 75 लाख विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।


राजस्थान Switch to English

मुख्यमंत्री ने श्री जयनारायण व्यास स्मृति भवन टाउन हॉल का किया लोकार्पण

चर्चा में क्यों?

3 सितंबर, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के जोधपुर ज़िले में पट्टिका का अनावरण कर श्री जयनारायण व्यास स्मृति भवन टाउन हॉल का लोकार्पण किया।  

प्रमुख बिंदु  

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 11.50 करोड़ रुपए की लागत से नवीनीकृत इस 60 साल पुराने टाउन हॉल के द्वारा स्व. व्यास की स्मृतियों के संरक्षण के साथ-साथ कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शन हेतु एक उपयुक्त वातावरण मिल सकेगा।  
  • विदित है कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी स्व. जयनारायण व्यास का कला से गहरा नाता था। उन्होंने जीवन में कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।  
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि नृत्य, नाटक एवं संगीत कला को प्रोत्साहन देने के लिये जयपुर के रवींद्र मंच को मल्टी कल्चरल सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।  
  • उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार अपनी योजनाओं से लोक कलाओं के संरक्षण एवं कलाकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा कोरोनाकाल में कलाकारों को आर्थिक संबल उपलब्ध करवाया गया।  
  • ‘लोक कला प्रोत्साहन योजना’ के तहत कलाकारों को रोज़गार देने, नए वाद्य यंत्रों की खरीद के लिये राशि उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेशभर में कला उत्सवों के आयोजन से कलाकारों को आजीविकोपार्जन में सहायता मिली है।  
  • राज्य सरकार ने ‘कलाकार कल्याण कोष’ के लिये 100 करोड़ रुपए आवंटित किये गए हैं। पूर्व कार्यकाल में भी कलाकारों, लेखकों एवं साहित्यकारों हेतु अतिरिक्त बजट आवंटित किया गया था। 
  • इस दौरान मुख्यमंत्री ने ‘भारत का संविधान-राजस्थानी अनुवाद’पुस्तिका का विमोचन किया तथा राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के वर्ष 2023-24 के लिये वरिष्ठ नाट्य निर्देशन विधा में उदयपुर के भानु भारती को सर्वोच्च रत्न से सम्मानित किया।  
  • उन्होंने शास्त्रीय विधा में सुमन यादव, शास्त्रीय वादन वायलिन में रवि पंवार, शास्त्रीय नृत्य कथक विधा में गीता रघुवीर, लोक संगीत गायन में भूगड़े खाँ, लोक संगीत में परवीन मिर्ज़ा, लोक नृत्य में डॉ. रूपसिंह शेखावत, लोक कला कठपुतली में खैरातीराम भाट, लोक नाट्य में दिलीप भट्ट, सुगम संगीत में रफीक सागर, नाट्य-लेखन में अशोक राही, नाट्य-अभिनय में गीता भट्टाचार्य, नाट्य-निर्देशन में साबिर खान को सम्मानित किया।
  • इनके अलावा नाट्य-रूप सज्जा में राधेलाल, कला समग्र साधना में शरद कुमार तैलंग को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।  
  • मुख्यमंत्री ने शास्त्रीय गायन विधा में सौरभ वशिष्ठ, तबला वादन में अशीष रागवानी, कथक नृत्य में चारू शर्मा, भपंग वादन में युसुफ खान मेवाती, सुगम संगीत गायन में स्वागत राठौड़, रंगमंच में कविराज लईक को युवा पुरस्कार से सम्मानित किया। 
  • समारोह में पखावज वादन विधा में अबीर तिवारी, शास्त्रीय गायन में चैतन्य सहल, कथक नृत्य में तनिष्का श्रीवास्तव को बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

    


मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश के दो ग्रामों को रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म में मिलेंगे अवॉर्ड्स

चर्चा में क्यों?

2 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार टूरिज्म बोर्ड के ग्रामीण पर्यटन परियोजना के अंतर्गत दो ग्राम, पन्ना के मंडला और छिंदवाड़ा के सबरवानी को आईसीआरटी (इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म) द्वारा विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट योगदान के लिये निर्धारित अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। 

प्रमुख बिंदु  

  • प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि मंडला का सार्थक संबंधों के लिये सर्वश्रेष्ठ और स्थानीय सोर्सिंग, शिल्प और भोजन के लिये सर्वश्रेष्ठ श्रेणी में नामांकन किया गया था। वहीं सबरवानी का प्रकृति के लिये सर्वोत्तम-सकारात्मक पर्यटन श्रेणी में नामांकन किया गया था।  
  • आगामी 30 सितंबर को नई दिल्ली में बीएलटीएम ट्रेड शो के दौरान समारोह में दोनों ग्रामों को सम्मानित किया जाएगा। यह अवॉर्ड भारतीय उप महाद्वीप क्षेत्र के लिये प्रदान किया गया है। 
  • रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म अवॉर्ड्स 2023 पुरस्कारों को चार क्षेत्रों में विभाजित किया गया है- अफ्रीका, भारत, लैटिन अमेरिका और शेष विश्व। प्रत्येक क्षेत्र के विजेता को नवंबर में होने वाले वैश्विक पुरस्कारों के लिये नामित किया जाएगा। 
  • आईसीआरटी, भारत पुरस्कार के लिये 6 श्रेणियाँ है- 
    • प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिये सर्वोत्तम 
    • बेस्ट फॉर मीनिंगफुल कनेक्शन 
    • स्थानीय सोर्सिंग, शिल्प और भोजन के लिये सर्वश्रेष्ठ 
    • जलवायु परिवर्तन को संबोधित करना 
    • विविधता और समावेशन के लिये सर्वश्रेष्ठ 
    • प्रकृति-सकारात्मक पर्यटन के लिये सर्वोत्तम

मध्य प्रदेश Switch to English

रीवा में खुलेगा संस्कृत विश्वविद्यालय का केंद्र

चर्चा में क्यों?

2 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के जनसंपर्क एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने रीवा में पत्रकार वार्ता में बताया कि शीघ्र ही ज़िले में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना लक्ष्मणबाग परिसर में की जाएगी। 

प्रमुख बिंदु  

  • मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि मुख्यमंत्री 30 सितंबर को लक्ष्मणबाग परिसर में पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय के केंद्र का शुभारंभ करेंगे।  
  • उन्होंने बताया कि प्रारंभ में पाँच पाठ्यक्रमों में पढ़ाई शुरू होगी और भविष्य में विश्वविद्यालय के रूप में विकास किया जाएगा। 
  • मंत्री ने कहा कि रीवा में पत्रकारों को आवासीय भूखंड प्रदान किये जाएंगे। भूखंड 1375 वर्ग फीट का होगा।  
  • उन्होंने कहा कि रीवा में 500 करोड़ रुपए की लागत से हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है, निर्माण कार्य मार्च 2024 तक पूर्ण होगा।  
  • रीवा में आईटी पार्क की स्थापना के लिये 30 करोड़ रुपए मंज़ूर किये गए हैं। बहुती नहर का काम तेजी से जारी है। इससे 6 लाख एकड़ में सिंचाई की सुविधा मिल जाएगी। 
  • जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में रीवा में ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना के लिये 250 करोड़ रुपए की मंज़ूरी दी गई है। इससे कुशल व्यक्ति तैयार होंगे।  

मध्य प्रदेश Switch to English

मनरेगा कार्यक्रमों के लिये जलवायु सूचना सेवा टूल- U-CRISP का मेपकास्ट परिसर में लोकार्पण हुआ

चर्चा में क्यों?

1 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एवं मंत्री क्रिस्टीना स्कॉट के मुख्य आतिथ्य में मनरेगा कार्यक्रमों के लिये जलवायु सूचना सेवा टूल- U-CRISP (Universal Climate Resilience Information System and Planning Tool) का मेपकास्ट परिसर में लोकार्पण हुआ। 

प्रमुख बिंदु  

  • मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एनवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट के सहयोग से भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत यह टूल विकसित किया गया है। 
  • मंत्री सखलेचा ने बताया कि इस टूल के माध्यम से इकोसिस्टम एवं जलवायु परिस्थितियों को समझने में सहायता मिलेगी। इस टूल के माध्यम से ग्रामों को जोड़ा जाएगा, जिससे प्राप्त सूचना का लाभ ग्रामों को मिल पाएगा। साथ ही इकोसिस्टम नेचर को समझने में इस टूल से सहायता मिल सकती है।  
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एवं मंत्री क्रिस्टीना स्कॉट ने मेपकास्ट में एकदिवसीय कार्यशाला में जलवायु लचीलापन योजना के अंतर्गत वैश्विक स्तर पर उपयोग एवं वैश्विक अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिये स्थापित नवनिर्मित रिसोर्स सेंटर का भी उद्घाटन किया। 
  • विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिये मेपकास्ट एवं ब्रिटिश उच्चायुक्त के बीच एमओयू किया गया। एमओयू से भविष्य में विभिन्न तकनीकी एवं नवाचार में दोनों संस्थाएँ मिलकर योजना बना सकेंगी, कार्य कर सकेंगी और नवीन प्रौद्योगिकियों को साझा भी कर सकेंगी। 
  • गौरतलब है कि यू क्रिस्प टूल का विकास ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार और विदेशी राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) यूनाइटेड किंगडम सरकार के इंफ्रा-स्ट्रक्चर फॉर क्लाइमेट रेजिलियेंट ग्रोथ प्रोग्राम (आईसीआरजी) पोर्टफोलियो के अंतर्गत विशेष सहयोग से हुआ है।  
  • आवश्यकता को देखते हुए यूनिवर्सल टूल का निर्माण, जिसके अंतर्गत अन्य देशों में भी क्लाइमेट चेंज की गतिविधियों को संपादित किया जाएगा। इस टूल को बीबीसी द्वारा ‘शीर्ष 10 नवाचार टूल’ में भी शामिल किया गया है। 
  • U-CRISP टूल जलवायु परिवर्तन की संभावित चुनौतियों का सामना करने में ग्रामीण समुदायों को आवश्यक सहायता देगा। यह ग्रामीण परिवारों को स्थानीय जलवायु डाटा को प्राप्त करने और साझा करने की सुविधा प्रदान करने के साथ ही जलवायु संकट का सामना करने में मदद करता है और उनकी आजीविका की सुरक्षा के लिये संसाधनों तक पहुँचने की सुविधा प्रदान करता है।  
  • यह टूल जलवायु प्रभावों का बेहतर प्रबंधन करने में मदद के साथ ही जल-संरक्षण के निर्माण के लिये एक एकीकृत दृष्टिकोण भी प्रदान करेगा। साथ ही विभिन्न विभागों, जैसे- कृषि, वन, जल संसाधन आदि की विकास पहलों के तहत भूमि विकास और पौध-रोपण के कार्यों का समर्थन कर सकता है।  
  • इस टूल से जलवायु प्रतिरोध क्षमता योजनाएँ भी ग्रामीण क्षेत्रों को लंबे समय तक सूखे से सुरक्षित करने का समर्थन कर सकती हैं।


मध्य प्रदेश Switch to English

वरुण वडेरिया ने यूरोप की सबसे ऊँची चोटी ‘माउंट एल्ब्रूज’पर लहराया तिरंगा

चर्चा में क्यों?

1 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के जॉइंट डायरेक्टर (वित्त) वरुण वडेरिया ने यूरोप की सबसे ऊँची चोटी ‘माउंट एल्ब्रूज’ पर तिरंगा लहराया है। 

प्रमुख बिंदु  

  • जानकारी के अनुसार वरुण वडेरिया ने इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर क्लाइंबिंग एंड माउंटेनियरिंग से मान्यताप्राप्त संस्था नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ उत्तरकाशी से माउंटेनियरिंग कोर्स किया है।  
  • वडेरिया ने बताया कि समुद्र तल से 5642 मीटर ऊँचे ‘माउंट एल्ब्रूज’ पर चढ़ाई काफी चुनौतीपूर्ण रही। ऊँचाई पर तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से भी कम रहता है और हवा का बहाव काफी तेज़ होता है। चोटी की खड़ी चढ़ाई में हवा और ठंड आपकी कठोर परीक्षा लेती है। इसलिये यह यूरोप की न सिर्फ सबसे ऊँची चोटी है, बल्कि चुनौतीपूर्ण भी है।  
  • उन्होंने बताया कि एल्ब्रूज चोटी पर ऑक्सीजन और एयर प्रेशर काफी कम हो जाता है। इनके प्रभाव से साँस फूलने लगती है। लेकिन योग, प्राणायाम के कारण काफी फायदा मिला और औसत समय से पहले ही चढ़ाई पूरी कर ली।  
  • विदित है कि वडेरिया एक प्रशिक्षित पर्वतारोही हैं, जिनका लक्ष्य सेवन समिट (सप्त चोटी) पर तिरंगा फहराना है। सेवन समिट सात पारंपरिक महाद्वीपों में से प्रत्येक के सबसे ऊँचे पर्वत हैं।


हरियाणा Switch to English

जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री ने पटीकरा में किया 13.27 एमएलडी क्षमता के जलघर का शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

3 सितंबर, 2023 को हरियाणा के जन-स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने राज्य के महेंद्रगढ़ ज़िला के गाँव पटीकरा में 13.27 एमएलडी क्षमता के जलघर के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।  

प्रमुख बिंदु 

  • इस जलघर के बनने के बाद नगर परिषद के पूरे क्षेत्र में 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। पटीकरा में बनने वाले जलघर पर 235.16 लाख रुपए खर्च होंगे।  
  • इस मौके पर जन-स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहर की सीवरेज व्यवस्था तथा 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पेयजल सुनिश्चित करने के लिये ‘अमृत टू योजना’के तहत पेयजल के साथ सीवरेज सुविधा जोड़ना है। 
  • जन-स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार प्रदेश में पेयजल आपूर्ति में बढ़ोतरी की जा रही है। नारनौल शहरी क्षेत्र में पड़ने वाले नीरपुर में 172.49 लाख रुपए से जलघर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इन दोनों जल घर का कार्य पूरा होने के बाद शेष बचे नगर परिषद के क्षेत्र में भी 70 लीटर प्रति दिन प्रति व्यक्ति पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा।


हरियाणा Switch to English

डॉ. पवन कुमार को मिला ललित कला अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

हाल ही में नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में 63वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में ललित कला अकादमी के राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह में हरियाणा के कुरुक्षेत्र ज़िले में स्थित कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (कु.वि.) के ललित कला विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. पवन कुमार (लाइट ऑफ होप-II) को प्रतिष्ठित ललित कला अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।  

प्रमुख बिंदु 

  • लोक संपर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि ललित कला अकादमी ने इस बार की राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी और पुरस्कारों के लिये देश भर से 2291 कलाकारों की 5714 प्रविष्टियाँ प्राप्त की थी। 
  • इन प्रविष्टियों में से 20 कलाकारों को पुरस्कारों के लिये चुना गया था, जिसमें फोटोग्राफी के क्षेत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. पवन कुमार को ललित कला अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
  • राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी (एनईए) हर साल पेंटिंग, मूर्तिकला, प्रिंट मेकिंग, फोटोग्राफी, डिजिटल कला, वीडियो कला और इंस्टॉलेशन सहित विभिन्न शैलियों से दृश्य कला के कार्यों को आमंत्रित करती है। इस बार प्रदर्शनी में देशभर से कुल 20 कलाकारों के कार्यों का प्रदर्शन किया गया। 


छत्तीसगढ़ Switch to English

52 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान से होंगे सम्मानित

चर्चा में क्यों?

3 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 52 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें से 48 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु  

  • शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में 05 सितंबर, 2023 को राजभवन के दरबार हॉल में राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। 
  • समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित 48 शिक्षकों में से प्रत्येक को 21-21 हज़ार रुपए की राशि और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश की महान विभूतियों की स्मृति में दिये जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हज़ार रुपए और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा।  
  • राज्य स्मृति पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षक -  
    • डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार: प्रधान पाठक ममता अहार (ज़िला रायपुर)  
    • डॉ. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार: प्रधान अध्यापक मधु तिवारी (ज़िला कोंडागाँव)  
    • डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार: व्याख्याता रश्मि वर्मा (ज़िला रायगढ़)  
    • श्री गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार: शिक्षक एल.बी. इंदिरा चंद्रवंशी (ज़िला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई) 
  • राज्य शिक्षक पुरस्कार-2022 से सम्मानित होने वाले शिक्षक- 
    • शिक्षक एल.बी. कृष्णपाल राणा और शिक्षक एल.बी. रूखमणी साहू (ज़िला कांकेर) 
    • सहायक शिक्षक एल.बी. देवेंद्र कुमार देवांगन और प्रधान पाठक ब्रजेश्वरी रावटे (ज़िला नारायणपुर) 
    • शिक्षक महेश कुमार सेठिया और व्याख्याता रमेश कुमार उपाध्याय (ज़िला जगदलपुर)  
    • सहायक शिक्षक एल.बी. खेमलाल सिन्हा और उच्च श्रेणी शिक्षक ऊषा भूआर्य (ज़िला दंतेवाड़ा)  
    • सहायक शिक्षक एल.बी. श्रवण कुमार यादव और सहायक शिक्षक एल.बी. पुष्पलता साहू (ज़िला बालोद)  
    • सहायक शिक्षक एल.बी. तुलेश्वर कुमार सेन और शिक्षक एल.बी. पारूल चतुर्वेदी (ज़िला राजनांदगांव) 
    • प्रधान पाठक यशवंत कुमार पटेल और शिक्षक एल.बी. सुश्री के. शारदा (ज़िला दुर्ग)  
    • शिक्षक यक्ष चंद्राकर और प्रधान पाठक शिव कुमार बंजारे (ज़िला कबीरधाम)  
    • शिक्षक एल.बी. ज्योति बनाफर और व्याख्याता एल.बी. सुषमा शुक्ला शर्मा (ज़िला बेमेतरा) 
    • व्याख्याता एल.बी. अनिल कुमार प्रधान और सहायक शिक्षक एल.बी. डोलामणी साहू (ज़िला महासमुंद)  
    • सहायक शिक्षक एल.बी. संतोष कुमार तारक और सहायक शिक्षक एल.बी. लताबेला मोंगेंरे (ज़िला गरियाबंद)  
    • सहायक शिक्षक एल.बी. उत्तम कुमार देवांगन और सहायक शिक्षक एल.बी. डॉ. गोपा शर्मा (ज़िला रायपुर) 
    • व्याख्याता एल.बी. राजूराम साहू और सहायक शिक्षक एल.बी. दीनबंधु सिन्हा (ज़िला धमतरी) 
    • सहायक शिक्षक एल.बी. विनोद कुमार डड़सेना और प्रधान पाठक आशा साहू (ज़िला बलौदाबाज़ार-भाटापारा) 
    • सहायक शिक्षक एल.बी. राजेश कुमार सूर्यवंशी और व्याख्याता एल.बी. अनुराग तिवारी (ज़िला जांजगीर-चांपा) 
    • व्याख्याता एल.बी. भोजराम पटेल और सहायक शिक्षक एल.बी. संतोष कुमार पटेल (ज़िला रायगढ़) 
    • व्याख्याता एल.बी. सुशील कुमार पटेल और सहायक शिक्षक एल.बी. रामधन पटेल (ज़िला बिलासपुर) 
    • सहायक शिक्षक एल.बी. अदिति शर्मा और सहायक शिक्षक एल.बी. भीष्म प्रसाद त्रिपाठी (ज़िला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही) 
    • सहायक शिक्षक एल.बी. गोकुल प्रसाद मार्बल और शिक्षक मुकुंद केशव उपाध्याय (ज़िला कोरबा) 
    • सहायक शिक्षक एल.बी. पुष्पेंद्र कुमार कौशिक और सहायक शिक्षक एल.बी. मीरा देवांगन (ज़िला सक्ती)  
    • सहायक शिक्षक एल.बी. रूद्र प्रताप सिंह राणा और व्याख्याता प्रभारी प्राचार्य डॉ. विनोद पांडेय (ज़िला कोरिया) 
    • व्याख्याता निशा सिंह और सहायक शिक्षक एल.बी. दिनेश कुमार साहू (ज़िला सूरजपुर) 
    • व्याख्याता अनामिका चक्रवर्ती और व्याख्याता एल.बी. अंचल कुमार सिन्हा (ज़िला सरगुजा) 
    • व्याख्याता प्रभारी प्राचार्य बाबूलाल लहरे और सहायक शिक्षक एल.बी. रमेश कुमार साकेत (ज़िला बलरामपुर)

छत्तीसगढ़ Switch to English

वन अधिकार मान्यता के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल

चर्चा में क्यों?

3 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार व्यक्तिगत वन अधिकार-पत्र प्रदाय करने में छत्तीसगढ़ राज्य देश में प्रथम स्थान पर है।  

प्रमुख बिंदु  

  • छत्तीसगढ़ में वन अधिकार मान्यता अधिनियम का प्रभावी और संवेदनशीलता के साथ क्रियान्वयन हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में आदिवासी-वनवासियों सहित गरीब तथा कमज़ोर वर्ग के समस्त लोगों को काफी राहत मिली है और उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हुई है। 
  • छत्तीसगढ़ में वन अधिकार मान्यता-पत्र के संदर्भ में कुल 5 लाख 17 हज़ार 096 हितग्राहियों को वन अधिकार-पत्र प्रदाय किये गए हैं। व्यक्तिगत वन अधिकार-पत्र प्रदाय करने में छत्तीसगढ़ राज्य देश में प्रथम स्थान पर है।  
  • इसके अंतर्गत हितग्राहियों के समग्र विकास के लिये भूमि समतलीकरण, जल संसाधनों का विकास तथा क्लस्टर के माध्यम से हितग्राहियों को अधिकाधिक लाभ के उद्देश्य से अनेक योजनाओं के माध्यम से मदद पहुँचाई गई है।  
  • इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वी. श्रीनिवास राव ने बताया कि हितग्राहियों को राज्य की जनहितकारी योजनाओं, जैसे- निजी भूमि पर बाईबेक गारंटी के साथ ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’, फसल विविधता को प्रोत्साहित करने के लिये धान के बदले अन्य रोपण हेतु प्रोत्साहन राशि का प्रावधान आदि से भी जोड़ा जा रहा है।  
  • इसके तहत भूमि विकास के फलस्वरूप प्रति हितग्राही कृषि उत्पादन बढ़ गया है और अनेक प्रकार की आय-मूलक फसलों (कैश क्रॉप) का उत्पादन भी इन क्षेत्रों में किया जा रहा है। इसके कारण हितग्राहियों का आजीविका उन्नयन भी सुनिश्चित हुआ है। साथ ही साथ इससे वन सुरक्षा के प्रति जनता का सीधा सरोकार सामने आया है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। 
  • इसी तरह राज्य में सामुदायिक वन अधिकार के अंतर्गत कुल 46000 प्रकरणों को मान्यता प्रदान की गई है, जो कि पुन: देश में सर्वाधिक है। इसके अंतर्गत वनांचलों में निवासरत जन समुदाय को विभिन्न प्रकार के निस्तार संबंधी अधिकार, जैसे- गौण वन उत्पाद संबंधी अधिकार, मछली व अन्य जल उत्पाद तथा चारागाह अधिकार, विशेष पिछड़ी जाति एवं समुदायों, कृषकों को आवास अधिकार, सभी वन ग्रामों, पुराने रहवास क्षेत्रों, असर्वेक्षित ग्राम आदि को राजस्व ग्राम में बदलने के अधिकार आदि शामिल हैं।  
  • इसके अलावा वनांचल क्षेत्र में पाए जाने वाले लघु वनोपज संग्रहण के लिये 67 प्रजातियों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया है और इस वर्ष छ.ग. राज्य वन अधिकार मान्यता के प्रभावी क्रियान्वयन द्वारा देश का 73 प्रतिशत लघु वनोपज का संग्रहण करने में सफलता प्राप्त की गई है। 
  • वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में कुल 4306 सामुदायिक वन संसाधन अधिकार मान्यता-पत्र प्रदाय किये गए हैं। वन संसाधन अधिकार के प्रबंधन हेतु मान्यता प्रदान करने में छत्तीसगढ़ राज्य देश का प्रथम राज्य है, जहाँ व्यापक पैमाने पर वनवासियों के अधिकारों के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए वन अधिकार-पत्र प्रदाय किये गए हैं।  
  • इस अधिकार के तहत ग्रामसभा को प्रदत्त मान्यता वाले वन क्षेत्रों के प्रबंधन का अधिकार दिया गया है। उक्त वनों के प्रबंधन हेतु प्रबंध योजना तैयार करने की कार्यवाही प्रगति पर है, जिसके लिये 19 ज़िलों के लगभग 2000 ग्रामों के हितधारकों को प्रबंध योजना तैयार कर कार्य आयोजना के साथ एकीकृत करते हुए प्रबंधन सुनिश्चित करना है। 
  • प्रबंध योजना में सामुदायिक वन संसाधन अधिकार मान्यता वाले वन के प्रबंधन हेतु समस्त प्रकार के सर्वेक्षण करते हुए प्रबंधन के सभी आयाम प्रस्तावित हैं। यहाँ यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक ईकाई वन भूमि पर अधिक-से-अधिक लाभ के लिये किस प्रकार का रोपण अथवा संरक्षण संबंधी कार्य प्रस्तावित किया जा सकता है।
  • फाउंडेशन फॉर ईकोलॉजिकल सिक्युरिटी नामक स्वयंसेवी संस्था द्वारा राज्य के 19 ज़िलों के लगभग 700 ग्रामों में प्रसंस्करण एवं आय संसाधन में वृद्धि के लिये संभावनाओं की तलाश और उससे संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है। 
  • इसी तरह प्रदान संस्था के द्वारा 05 ज़िलों के 36 गाँवों में कृषि के उन्नत तकनीक एवं प्रसंस्करण के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही रिक्त स्थानों पर कार्य आयोजना के प्रावधानों को प्रबंध योजना में एकीकृत करते हुए स्थानीय प्रजातियों के लिये बृहद रोपण हेतु योजना तैयार की जा रही है।  
  • राज्य में सामुदायिक वन संसाधन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत राज्य के 24 ज़िलों में लगभग 106 प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है, जिसमें कुल 5492 हितग्राही लाभान्वित हुए हैं।

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उत्तराखंड की सोनाली घोष बनी काजीरंगा उद्यान की पहली महिला निदेशक

चर्चा में क्यों?

2 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी सोनाली घोष असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) के क्षेत्र निदेशक (फील्ड डायरेक्टर) के रूप में कार्यभार संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। 

प्रमुख बिंदु  

  • जानकारी के अनुसार भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी सोनाली घोष ने 1 सितंबर को केएनपी के क्षेत्र निदेशक (फील्ड डायरेक्टर) के रूप में कार्यभार संभाला। इसके साथ ही 118 साल पुराने केएनपी के निदेशक के रूप में कार्यभार संभालने वाली सोनाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।  
  • उल्लेखनीय है कि असम सरकार ने सोनाली घोष को वन प्रमुख के पद पर तैनात करने का आदेश पहले ही जारी कर दिया था। भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी ने मौजूदा क्षेत्र निदेशक जतिंद्र शर्मा से पार्क का प्रभार ग्रहण किया। जतिंद्र शर्मा 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो गए हैं।  
  • निदेशक बनने से पहले सोनाली घोष गुवाहाटी में प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल के प्रमुख के कार्यालय में अनुसंधान शिक्षा और कार्य योजना प्रभाग की मुख्य वन संरक्षक के रूप में कार्यरत् थीं।

 


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मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का लोगो और वेबसाइट को किया लॉन्च

चर्चा में क्यों?

2 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का लोगो और वेबसाइट को लॉन्च किया।  

प्रमुख बिंदु 

  • इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में उद्यमियों के हितों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। यह इन्वेस्टर्स समिट पूरे राज्य और सभी विभाग के लिये महत्त्वपूर्ण है। 
  • विदित है कि इसके लिये देहरादून में संवाद और 21 अगस्त को दिल्ली में इंडस्ट्री समूह के साथ बातचीत हुई है। उत्तराखंड में निवेश को लेकर उद्योग जगत् में रुचि है। इंडस्ट्री समूह के सभी लोग ब्रांड अंबेसडर हैं। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश और नए इन्वेस्टर्स को लेकर लोग तैयार हैं। उद्योग को विस्तार के लिये उद्योग समूह तैयार हैं। राज्य में ऐसे 15 से 20 हज़ार निवेश के लिये उद्योग तैयार हैं।  
  • उल्लेखनीय है कि धामी सरकार ने दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिये 2.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है। इन्वेस्टर्स समिट के लिये देहरादून से दिल्ली तक बैठकों का दौर लगातार जारी है।


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उत्तराखंड के 17 शिक्षकों को मिलेगा शैलेश मटियानी शैक्षिक पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

1 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) द्वारा शिक्षक दिवस पर राज्य के 17 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, जिनमें प्रारंभिक शिक्षा के 10, माध्यमिक के 6 और प्रशिक्षण संस्थान से 1 शिक्षक शामिल हैं। 

प्रमुख बिंदु 

  • विदित है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी के मुताबिक, विभाग की ओर से शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार 2022 की घोषणा इस साल फरवरी में की गई थी, लेकिन इन पुरस्कारों के लिये चयनित शिक्षकों को पुरस्कृत नहीं किया जा सका था। 
  • इन शिक्षकों में से प्रारंभिक शिक्षा में पौड़ी ज़िले से आशा बुडाकोटी, उत्तरकाशी से संजय कुमार कुकसाल, देहरादून से ऊषा गौड़, हरिद्वार से संजय कुमार, टिहरी से उत्तम सिंह राणा, चंपावत से रवीश चंद्र पंचौली, बागेश्वर से सुरेश चंद्र सती, पिथौरागढ़ से गंगा आर्य एवं नैनीताल से डॉ. आशा बिष्ट को सम्मानित किया जाएगा। 
  • माध्यमिक शिक्षा में उत्तरकाशी से लोकेंद्रपाल सिंह, देहरादून से संजय कुमार, पिथौरागढ़ से दमयंती चंद, बागेश्वर से त्रिभुवन चंद, अल्मोड़ा से डॉ. प्रभाकर जोशी, ऊधमसिंह नगर से निर्मल कुमार को पुरस्कृत किया जाएगा।  
  • इसके अलावा प्रशिक्षण संस्थान से ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बागेश्वर के प्रवक्ता डॉ. शैलेंद्र सिंह धपोला को सम्मानित किया जाएगा।


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टिहरी के राजेश भंडारी बने वायुसेना में उप प्रमुख

चर्चा में क्यों?

1 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सीडीएस और पूर्व सेनाप्रमुख के बाद अब उत्तराखंड के टिहरी के रहने वाले राजेश भंडारी को वायुसेना में उप प्रमुख बनाया गया है।  

प्रमुख बिंदु 

  • राजेश भंडारी की नियुक्ति नई दिल्ली में एयरफोर्स मुख्यालय में बतौर असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद पर हुई है। 
  • विदित है कि राजेश भंडारी की शिक्षा-दीक्षा देहरादून में हुई है। वे 15 दिसंबर, 1990 को एयरफोर्स में कमीशंड ऑफिसर हुए थे। उसके बाद 1 फरवरी, 2022 को एयर कमोडोर पद पर पदोन्नत हुए थे।  
  • इनसे पहले प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र में नेल्डा गाँव निवासी एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा वायुसेना के उच्च पद पर पहुँचे थे। वे एयर चीफ मार्शल के सलाहकार के पद पर पहुँचने वाले टिहरी के पहले और उत्तराखंड के दूसरे ऑफिसर थे।


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