काशी की प्रिया सिंह ने श्रीराम मंदिर की अद्भुत पेंटिंग कर वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड बनाया | उत्तर प्रदेश | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
3 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार काशी की बीएफए फाइनल ईयर की छात्रा प्रिया सिंह ने श्रीराम मंदिर की अद्भुत पेंटिंग कर वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड बनाया है। प्रिया ने यह पेंटिंग दो हज़ार 726 कील के ज़रिये प्लाइबोर्ड पर 26 घंटों में बनाकर विश्व में नया कीर्तिमान बनाया है।
प्रमुख बिंदु
- पांडेयपुर स्थित बीआर फांउडेशन परिसर में अपर ज़िला जज राकेश पांडेय ने पेंटिंग का उद्घाटन किया। जज राकेश पांडेय ने कहा कि इस पेंटिंग में भगवान श्रीराम के जीवन की प्रेरक कथाएँ छुपी हैं।
- वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड दुनिया के बड़े रिकॉर्ड में शुमार है। ज़िले के पुरंदरपुर गाँव की प्रिया सिंह इसे पाने में सफल हुई हैं। उन्होंने पेंटिंग का हुनर चित्रकार पूनम राय से सीखा है। उनकी प्रेरणा से उन्होंने अयोध्या के श्रीराम मंदिर की विशालकाय पेंटिंग तैयार की है।
राज्यपाल ने ‘संविधान को पढ़ो और जिओ’अभियान की शुरुआत की | राजस्थान | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
2 अगस्त, 2023 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में संस्कृति युवा संस्था के ‘संविधान को पढ़ो और जिओ’अभियान की शुरुआत की।
प्रमुख बिंदु
- राज्यपाल कलराज मिश्र ने संस्कृति युवा संस्था द्वारा दो लाख की संख्या में मुद्रित ‘संविधान की उद्देशिका और मूल कर्त्तव्य’संदेश का लोकार्पण भी किया।
- उन्होंने बताया कि राजभवन में संविधान उद्यान निर्माण के पीछे मंशा यही रही है कि संविधान की मूल प्रति और इसकी धाराओं को सहज, सरल ढंग में प्रदर्शित किया जाए। उन्होंने कहा कि संविधान की मूल प्रति शांतिनिकेतन के सुप्रसिद्ध कलाकार नंदलाल बोस और उनके साथी कलाकारों ने तैयार की। इसमें राजस्थान के स्व. कृपाल सिंह शेखावत का भी महती योगदान रहा।
- संस्कृति युवा संस्था के पंडित सुरेश मिश्रा ने बताया कि संविधान की उद्देशिका और मूल कर्त्तव्यों की पालना की सीख के लिये संविधान जागरूकता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके तहत दो लाख प्रतियों में राज्यपाल के संदेश के साथ संविधान की उद्देशिका और मूल कर्त्तव्यों का प्रकाशन किया गया है। इसे ‘संविधान को पढ़ो और जिओ’अभियान के रूप में घर-घर जाकर प्रसारित किया जाएगा।
‘तारबंदी योजना’ में प्रदेश पूरे देश में अव्वल | राजस्थान | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
2 अगस्त, 2023 को राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने विधानसभा में बताया कि किसानों की फसलों को आवारा पशुओं एवं अन्य जानवरों से सुरक्षा हेतु ‘तारबंदी योजना’ के तहत कृषकों को लाभान्वित करने की दृष्टि से राज्य देश में सबसे अव्वल है।
प्रमुख बिंदु
- कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने प्रश्नकाल में विधायकों की ओर से इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि तारबंदी योजना के तहत कृषकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से वर्ष 2023-24 में कुल 444.40 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
- उन्होंने बताया कि अभी तक योजना के अंतर्गत 4 करोड़ रुपए से अधिक व्यय किये गए हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि जो लक्ष्य निर्धारित हैं, उन्हें फसल कटाई के बाद पूर्ण किये जाने के प्रयास किये जाएंगें।
- उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रभावित होकर अब उत्तर प्रदेश में भी योजना को शुरू किया जा रहा है, लेकिन वर्तमान में तारबंदी योजना के तहत किसानों की फसलों की जानवरों से सुरक्षा हेतु उनके खेतों के चारों तरफ तारबंदी करवाने के लिये राज्य सरकार की ओर से सहायता उपलब्ध कराने में प्रदेश पूरे देश में अव्वल है।
- इससे पहले विधायक नरेंद्र नागर के मूल प्रश्न के जवाब में कृषि मंत्री ने बताया कि योजना के प्रारंभ वर्ष 2017-18 से वर्ष 2022-23 तक कुल 69 करोड़ 66 लाख 42 हज़ार रुपए खर्च किये गए है।
- कटारिया ने बताया कि 3 वर्षों में विधानसभा क्षेत्र खानपुर में तारबंदी योजना के अंतर्गत 127 कृषकों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने लाभान्वित कृषकों का वर्षवार संख्यात्मक विवरण सदन के पटल पर रखा।
सुब्रतो कप फुटबॉल : तीनों वर्गों में गुमला ने जीता खिताब | झारखंड | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
2 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार गुमला ने स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग के तत्वावधान में आयोजित प्रमंडल स्तरीय 62वीं सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता के तीनों वर्गों का खिताब जीत लिया है।
प्रमुख बिंदु
- बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में खेले गए बालक अंडर-14 वर्ग के फाइनल में संत इग्नासियुस हाईस्कूल गुमला ने बेथनी कॉन्वेंट मालमंद्री रांची को टाइब्रेकर में 11-10 से हराया।
- बालिका अंडर-17 के फाइनल में संत पीयूष उच्च विद्यालय रामपुर, गुमला ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय टांगर, सिमडेगा को 1-0 से हरा कर खिताब जीता।
- वहीं, अंडर-17 बालक वर्ग में संत इग्नासियुस हाईस्कूल गुमला ने रमेश सिंह मुंडा हाईस्कूल बुंडू राँची पर 1-0 से जीत दर्ज की।
- तीनों विजेता टीमें अब 7 से 9 अगस्त तक होटवार स्थित खेलगाँव में होने वाली राज्यस्तरीय 62वीं प्री-सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता 2023-24 में दक्षिणी छोटानागपुर का प्रतिनिधित्व करेंगी।
छत्तीसगढ़ की दृष्टिबाधित एथलीट ईश्वरी ने एशियन पैरा एथलेटिक्स के लिये किया क्वालीफाई | छत्तीसगढ़ | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
3 अगस्त, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के महासमुंद ज़िले की दृष्टिबाधित एथलीट कु. ईश्वरी निषाद ने चाईना के हांगझू में आगामी 22 अक्टूबर से आयोजित होने वाले एशियन पैरा एथलेटिक्स खेल के लिये क्वालीफाई किया है।
प्रमुख बिंदु
- ईश्वरी निषाद छत्तीसगढ़ की पहली ऐसी दृष्टिबाधित एथलीट हैं, जिन्होंने लगातार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। ईश्वरी निषाद की खेल प्रतिभा को देखकर छत्तीसगढ़ शासन उन्हें राज्य स्तर के सम्मान से सम्मानित भी कर चुका है।
- विदित है कि ईश्वरी निषाद ने 25 व 26 जुलाई, 2023 को नेहरू स्टेडियम नई दिल्ली में आयोजित फाइनल सेलेक्शन पैरा एथलेटिक्स एशियन गेम ट्रायल में भाग लिया। वह 200 मीटर की दौड़ में भारत में प्रथम स्थान पर और एशियन रैंक में 5वें स्थान पर रहीं। साथ ही वह 400 मीटर दौड़ में दूसरा स्थान प्राप्त करते हुए एशियन रैंक में 7वें स्थान पर रहीं।
- कुमारी ईश्वरी फॉर्चुन नेत्रहीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करमापटपर (बागबाहरा) की पूर्व छात्रा रही हैं। इसी दौरान उन्होंने पैरा एथलेटिक्स खेलों में भाग लेना शुरू किया था।
चीन सीमा पर बनेंगी तीन सुरंग | उत्तराखंड | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
2 अगस्त, 2023 को उत्तराखंड के लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडेय ने बताया कि भारत-चीन सीमा पर दो अलग-अलग घाटियों में स्थित आईटीबीपी की दो चौकियों को आपस में जोड़ने और सीमांत क्षेत्र के लोगों को सुगम यातायात उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने दोनों घाटियों को सुरंग मार्ग से जोड़ने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है।
प्रमुख बिंदु
- इससे पिथौरागढ़ के जौलिंगकांग और चमोली के लप्थल के बीच की दूरी 490 किमी. से घटकर 42 किमी. रह जाएगी। इसके लिये करीब 57 किमी. की तीन सुरंगें और 20 किमी. सड़क मार्ग बनाया जाना प्रस्तावित है। सामरिक महत्त्व की इस परियोजना पर अब केंद्र सरकार की ओर से निर्णय लिया जाना है।
- भारत-चीन सीमा में वर्तमान में कोई ऐसा सीधा मार्ग नहीं है, जो पिथौरागढ़ के जौलिंगकांग आईटीबीपी पोस्ट को चमोली के लप्थल में आईटीबीपी पोस्ट से सीधे जोड़ता हो। सामरिक रूप से अति महत्त्वपूर्ण इन दोनों पोस्टों को 57 किमी. की तीन सुरंगों का निर्माण कर 490 किमी. की दूरी को कम किया जा सकता है।
- यह सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, सेना, एसएसबी एवं आईटीबीपी और पर्यटन की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है।
- राज्य सरकार ने केंद्र को भेजे अपने प्रस्ताव में राज्य के आर्थिक विकास, पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने और सीमावर्ती क्षेत्रों में मानवीय गतिविधियों को बनाए रखने के साथ पलायन रोकने के लिये इस परियोजना को महत्त्वपूर्ण बताया है।
- पाँच किमी. की होगी पहली सुरंग:
- पिथौरागढ़ ज़िले के जौलिंगकांग (व्यास घाटी) से बेदाग (दारमा घाटी) तक की यात्रा शिमला पास होते हुए पूरी की जाती है, जो लगभग पूरे वर्ष बर्फ से ढकी रहती है। इस स्थान पर सड़क मार्ग का निर्माण करना बहुत कठित है।
- जौलिंगकांग के मध्य पाँच किमी. सुरंग का निर्माण वेदांग से गो एवं सिपु तक 20 किमी. सड़क मार्ग सहित किये जाने से बीआरओ एवं सीपीडब्ल्यूडी की ओर से निर्मित तवाघाट से बेदांग तक के मार्ग को जोड़ा जाएगा। यह जौलिंगकांग एवं बेदांग की दूरी 161 किमी. कम कर देगा।
- 22 किमी. लंबी होगी दूसरी सुरंग: वर्षभर बर्फ से ढके रहने वाले पैदल मार्ग सिपू से तोला तक मोटर मार्ग का निर्माण भी कठिन है। सिपु से तोला के मध्य लगभग 22 किमी. लंबाई की सुरंग का निर्माण किये जाने से दारमा वैली और जोहार वैली एक-दूसरे से जुड़ जाएंगी।
- 30 किमी लंबी होगी तीसरी सुरंग: पिथौरागढ़ के मिलम से चमोली के लप्थल तक का पैदल मार्ग भी वर्षभर बर्फ से ढका रहता है। इस भाग में भी सड़क मार्ग का निर्माण किया जाना मुश्किल है। मिलम से लप्थल तक 30 किमी. टनल का निर्माण होने से पिथौरागढ़ की जोहार घाटी एवं चमोली का लप्थल सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा।
हेरिटेज टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होगी चौरासी कुटिया | उत्तराखंड | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
3 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार ऋषिकेश के स्वर्गाश्रम स्थित ऐतिहासिक स्थल चौरासी कुटिया को हेरिटेज टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिये एचसीपी डिज़ाइन मैनेजमेंट कंपनी मास्टर प्लान तैयार करेगी।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि तीर्थनगरी में महर्षि महेश योगी की तपस्थली चौरासी कुटिया दुनिया के प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय बैंड ग्रुप बीटल्स की याद से जुड़ी है। देश-दुनिया के पर्यटक चौरासी कुटिया आते हैं, लेकिन अभी यह स्थल पर्यटन के लिहाज से विकसित नहीं हो पाया है।
- अब सरकार ने इंटरनेशनल हेरिटेज टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। चौरासी कुटिया राजाजी टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में होने से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से भी अनुमति ली जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 1961 में महर्षि महेश योगी ने राजाजी टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में 7.5 हेक्टेयर वन भूमि में चौरासी कुटिया आश्रम का निर्माण किया था। उन्होंने करीब 40 वर्षों के लिये वन भूमि को लीज़ पर लिया था। इस दौरान उन्होंने आश्रम में 140 गुंबदनुमा कुटिया और 84 छोटी-छोटी ध्यान योग की कुटिया व अन्य निर्माण किया था।
- वर्ष 1968 में इंग्लैंड के मशहूर बीटल्स ग्रुप के चार सदस्य जॉन लेनन, पॉल मकार्टनी, जॉर्ज हैरिसन और रिंगो स्टार चौरासी कुटिया में ध्यान-योग करने के लिये आए थे। ये लोग कुटिया नंबर नौ में ध्यान करते थे।
- वे यहाँ करीब चार महीने रुके थे। इन चार महीनों में उन्होंने यहाँ 40 गानों की धुन तैयार की थी, जिन्हें विदेशी आज भी मंत्रमुग्ध होकर सुनते हैं। वन भूमि की लीज समाप्त होने के चलते महर्षि महेश योगी इस कुटिया को वर्ष 1989 में छोड़कर हॉलैंड चले गए। वर्ष 2000 में वन विभाग ने इस आश्रम का अधिग्रहण कर लिया।