भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना | छत्तीसगढ़ | 04 Jun 2022
चर्चा में क्यों?
2 जून, 2022 को कबीरधाम ज़िले में स्थापित भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने के प्रबंध संचालक भूपेंद्र कुमार ठाकुर ने बताया कि भोरमदेव शक्कर कारखाना देश में शक्कर की आपूर्ति करने के साथ ही विदेशों में भी शक्कर का निर्यात कर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
प्रमुख बिंदु
- कारखाने की स्थापना में पूंजीगत संसाधन उपलब्ध कराने वालों में 16 हज़ार 922 कृषकों के अलावा मंडी बोर्ड, सहकारी समितियाँ एवं छत्तीसगढ़ शासन शामिल हैं।
- भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित कवर्धा एक लाभकारी सहकारी संस्था के रूप में कार्यरत है। भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने से वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 में 45 हज़ार 200 कृषक लाभान्वित हुए हैं।
- पिछले चार वर्षों में 12 लाख 73 हज़ार 766.257 टन गन्ना की खरीदी एवं पेराई की गई है, जिससे 324.27 करोड़ रुपए कृषकों को भुगतान किया गया है। पिछले चार वर्षों में 13 लाख 33 हज़ार 504 क्विंटल शक्कर का उत्पादन हुआ है।
- छत्तीसगढ़ की जलवायु विशेषताओं से परिपूर्ण कबीरधाम ज़िले में भी परंपरागत रूप से धान की खेती की जाती रही है, परंतु भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित कवर्धा की स्थापना से फसल चक्र में परिवर्तन हुआ।
- शासन द्वारा कृषकों की आर्थिक उन्नति और गन्ना उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये गन्ना का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 355 रुपए प्रति क्विंटल किया गया, जिससे अनियमित एवं निम्न वर्षा के विरुद्ध कृषकों को संबल एवं आर्थिक सुदृढ़ता प्राप्त हुई और ज़िले में गन्ने के उत्पादन का रकबा बढ़ता गया, जिससे किसानों को अधिक लाभ हो रहा है।
- भोरमदेव शक्कर कारखाना द्वारा कारखाना परिसर में 6 मेगावाट को-जन पॉवर प्लांट संचालित किया जा रहा है। को-जन पावर प्लांट की स्थापना होने से गन्ने के पेराई की बाद बचने वाले अवशेष का उपयोग बिजली उत्पादन में किया जा रहा है। इससे स्वयं के लिये बिजली की आपूर्ति भी की जा रही है।
- भोरमदेव शक्कर कारखाने में सह-उत्पाद शीरा पर आधारित इथेनॉल प्लांट का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इथेनॉल प्लांट की स्थापना होने से गन्ना के सह-उत्पाद शीरा का उपयोग किया जा सकेगा। इसकी स्थापना से रोज़गार के क्षेत्र में वृद्धि होगी।
- गौरतलब है कि भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित कवर्धा को रिकॉर्ड समय में कारखाने की स्थापना करने तथा बेहतर संचालन करने के कारण सहकारिता के सर्वोच्च अवार्ड ‘ठाकुर प्यारेलाल अवार्ड’ के साथ ही अन्य 6 राष्ट्रीय पुरस्कार क्रमश: भारत गौरव अवार्ड, राष्ट्रीय रत्न अवार्ड, इंदिरा गांधी सद्भावना अवार्ड, इंटरनेशनल गोल्ड मिलेनियम अवार्ड तथा क्वालिटी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।