गुलाबी नगरी के वैभव को संरक्षित करने हेतु ऑस हैरिटेज व पीडीकोर के बीच हुआ एम ओ यू | राजस्थान | 04 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
3 मार्च, 2023 को राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित करने हेतु जयपुर में पीडीकोर, जेडीए, नगर निगम जयपुर हैरिटेज, जयपुर स्मार्ट सिटी लि. व नवागंतुक आस्ट्रेलिया के सहभागी संगठन ऑस हैरिटेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में ऑस हैरिटेज और पीडीकोर के बीच एक एमओयू साईन हुआ है।
प्रमुख बिंदु
- इस एमओयू के तहत ऑस हैरिटेज संगठन जयपुर शहर की पुरा संपदा के संरक्षण व संवर्द्धन हेतु म्युचुअल रुचि के कोर क्षेत्र में आधुनिक व परंपरागत प्राचीन विधाओं का इस्तेमाल करते हुए सेवाएँ प्रदान करेगा।
- उल्लेखनीय है कि राजा सवाई जयसिंह द्वारा 35-40 चालीस हज़ार लोगों के लिये खुशहाली के साथ निवास करने हेतु 1727 में बसायी गई गुलाबी नगरी जयपुर जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत व 2015 में क्राफ्ट सिटी के रूप में घोषित किया जा चुका है।
- कार्यशाला के समापन सत्र में जयपुर विरासत फाउंडेशन की अध्यक्ष व सिटी पैलेस की डायरेक्टर रीमा हूजा ने कहा कि शहर की विरासत के साथ आबोहवा को बचाने हेतु बच्चों को भी हैरिटेज वारियर्स बनाना होगा।
- नगरीय विकास एवं आवासन हेतु राजस्थान सरकार के सलाहकार जी.एस. संधू ने ऑस हैरिटेज के अध्यक्ष व प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह व यूनेस्को विश्व विरासत जयपुर डेवलपमेंट प्लान पर केंद्रित पुस्तक भेंट की।
रिन्यूबल एनर्जी कॉन्क्लेव | राजस्थान | 04 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
3 मार्च, 2023 को के जयपुर में आरआरईसीएल, राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड तथा इकोनॉमिक टाइम्स के संयुक्त तत्वावधान में रिन्यूबल एनर्जी कॉन्क्लेव आयोजित हुआ।
प्रमुख बिंदु
- रिन्यूबल एनर्जी कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि राज्य सरकार की निवेश के अनुकूल नीतियों से राजस्थान आज अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में देश में प्रथम स्थान पर है।
- उन्होंने बताया कि निवेशक राज्य में सौर ऊर्जा के साथ पवन ऊर्जा, हाईब्रिड संयंत्र और ग्रीन हाईड्रोजन परियोजनाएँ स्थापित करने के लिये आगे आ रहे हैं। राज्य सरकार अक्षय ऊर्जा संयंत्रों के लिये जरूरी उपकरणों का निर्माण राजस्थान में ही करवाने के लिये प्रतिबद्ध है ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार भी सृजित हो सके।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान में अपार संभावनाएँ हैं। देश का सबसे बड़ा सोलर पार्क भड़ला (जोधपुर) में स्थित है। पूरे देश में अक्षय ऊर्जा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण वर्ष 2022 में राजस्थान को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार दिया गया है एवं आरआरईसीएल को राष्ट्रीय स्तर पर अक्षय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत किया गया है।
- कॉन्क्लेव के दौरान राज्य सरकार एवं निवेशकों के बीच एमओयू हस्ताक्षरित हुए। राज्य सरकार एवं टोरेंट पावर लिमिटेड के मध्य अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में हस्ताक्षरित हुए एमओयू से राज्य में 37 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश आएगा तथा 6150 रोज़गार सृजित होंगे।
- इसके अलावा वेलस्पन न्यू एनर्जी लिमिटेड और राज्य सरकार के बीच अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में साइन हुए एमओयू से प्रदेश में 50 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश आएगा तथा 2250 लोगों को रोज़गार मिलेगा।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एनर्जी सेक्टोरल पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल के माध्यम से ऊर्जा से संबंधित सभी जानकारियाँ एक ही स्थान पर मिल सकेगी। पोर्टल पर 11 विभागों के डेटा उपलब्ध हैं एवं इसे मुख्यमंत्री कार्यालय की आईटी टीम द्वारा बनाया गया है।